श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं. सड़कों पर लोगों की आवाजाही भी बढ़ने लगी है. हालांकि, कई दुकाने हैं जिनमें अब भी ताला पड़ा है लेकिन कई जगहों पर लोग अपनी दुकाने भी खोलने लगे हैं. निजी ट्रांसपोर्ट की आवक-जावक भी सड़कों पर दिखने लगी है.
गौरतलब है कि मोदी सरकार ने पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटा दिया था. इसके बाद जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश बन गया है. सरकार के इस फैसले के बाद सुरक्षा के लिहाज से प्रदेश में कर्फ्यू लगाया गया था.
इसके साथ ही सभी लैंडलाइन और इंटरनेट सेवाओं को भी बंद कर दिया गया था. हालांकि, कुछ जगहों पर इन सेवाओं को सरकार की ओर से दोबारा बहाल किया जा चुका है. लेकिन कुछ संवेदनशील इलाकों के नाजुक हालातों को देखते हुए, यहां लगाई गई पाबंदियां अब भी जारी हैं.
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वहीं जम्मू-कश्मीर में इस साल अच्छी बारिश और सही वक्त पर बर्फ पड़ने से बादाम की खेती काफी अच्छी हुई. इससे वहां के किसान खुश हैं. उनका कहना है कि पिछले दो-तीन वर्षों से मौसम बादाम की खेती के लिए काफी बेहतर रहा है, जिससे हम इनकी अच्छी पैदावार करने में कामयाब रहे हैं.
दूसरी ओर किसानों ने बताया कि इस साल जम्मू-कश्मीर में सेब की पैदावार ज्यादा अच्छी नहीं हुई है.
उन्होंने कहा कि सेब को हम ज्यादा दिन अपने घरों में नहीं रख सकते हैं लेकिन बादाम ऐसे होते हैं कि हम इन्हें कितने भी दिनों तक अपने घर में रख सकते हैं क्योंकि ये जल्दी खराब नहीं होते हैं.