नई दिल्लीः केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (CPWD) ने केंद्रीय गृह मंत्रालय (MHA) से कहा है कि वह CPWD के परियोजना अनुमानों की जांच न करे क्योंकि इस तरह के 'हस्तक्षेप' से परियोजनाएं के पूरा होने में देरी होती है.
CPWD महानिदेशक प्रभाकर सिंह ने कहा, CPWD में 8000 से अधिक इंजीनियर काम कर रहे हैं. हम परियोजानओं के लिए जो भी अनुमान लगाते हैं वह सही और सटीक होता है. विभिन्न संगठनों का हस्तक्षेप बस काम में बाधा डालता है.
आपको बता दें, प्रभाकर सिंह ने हाल ही में केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला को पत्र लिखा था. पत्र में उन्होंने केंद्रीय गृह सचिव से कहा था कि MHA, CPWD कि परियोजनाओं के अनुमानों की जांच न करे.
आपको बता दें कि CPWD पर अकसर भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहते हैं. ऐसे में प्रभाकर सिंह द्वारा गृहमंत्रालय को पत्र लिखा जाना दिलचस्प है.
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हालांकि, सिंह ने अपने विभाग में किसी भी तरह के भ्रष्टाचार के आरोपों से इनकार किया है.
गौरतलब है, CPWD अन्य विभागों और संगठनों द्वारा तैयार किए गए अनुमानों की भी जांच करता है.
महानिदेशक प्रभाकर सिंह ने कहा कि CPWD द्वारा किए गए इंजीनियरिंग कार्य सही हैं लिहाजा आगे की जांच की आवश्यकता नहीं होनी चाहिए. उन्होंने आगे कहा, 'हमने देश के सीमावर्ती इलाकों में भी बुनियादी ढांचा बनाया है.'
जानकारी के लिए बता दें, CPWD केंद्रीय अर्धसैनिक बलों और सीमा पर बुनियादी ढांचे के लिए सभी प्रकार की निर्मित परिसंपत्तियों के निर्माण के लिए MHA की प्रमुख निर्माण एजेंसी भी है.
CPWD, एक प्रमुख केंद्रीय सरकारी प्राधिकरण है, जो वर्तमान में भारत भर में दो हजार परियोजनाओं पर काम कर रहा है.
महानिदेशक प्रभाकर सिंह ने बताया कि CPWD के पास वर्तमान में देश भर से 1,50,000 करोंड़ रुपए के आर्डर हैं. उन्होंने कहा, हम देश में एक मानक बनाने कि दिशा में आगे बढ़ रहे है.