नई दिल्ली: सीपीएम के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद हन्नान मोल्ला ने जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने राज्यपाल की आलोचना करते हुए उन्हें 'भाजपा का अध्यक्ष' करार दिया है.
मोल्ला ने जम्मू-कश्मीर के वर्तमान स्थिति से निपटने का तरीका और भाषण के लिए राज्यपाल का निंदा करते हुए बोला, 'जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल जिस तरह से बोलते हैं, ऐसा लगता है कि वह भाजपा अध्यक्ष की भाषा बोल रहे हैं.'
इससे पहले कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी 'भाजपा अध्यक्ष' के रूप में मलिक की आलोचना की थी.
मोल्ला ने कहा, 'यह कश्मीर में अघोषित आपातकाल है. बोलने की आजादी नहीं है. न ही कोई सवाल उठा सकता है.' सीपीएम के वरिष्ठ नेता ने कहा कि सरकार निरंकुश तरीके से काम कर रही है.'
जम्मू-कश्मीर का दौरा करने से सभी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल पर लगाए गए हालिया प्रतिबंधों का उल्लेख करते हुए मोल्ला ने कहा, 'अगर किसी को अपने या अपने परिवार का दौरा करने हो तो ऐसा लगता है कि सुप्रीम कोर्ट का हस्तक्षेप आवश्यक हो गया है.'
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बकौल मोल्ला ने कहा, 'सीताराम येचुरी के याचिका दायर करने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें नजरबंद पार्टी नेता मोहम्मद यूसुफ तारिगामी से मिलने के लिए यात्रा की अनुमति दी.'
हालांकि मोल्ला ने यह भी बताया कि येचुरी वापस आने के बाद शीर्ष अदालत को अपनी यात्रा की रिपोर्ट सौंपेंगे.