नई दिल्ली : भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) ने सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की दो दिवसीय भारत यात्रा के खिलाफ प्रदर्शन किया और कहा कि अमेरिका के नाम पर पहले ट्रंप पूरी दुनिया में विषम और साम्राज्यवादी नीतियां थोप रहे हैं.
सीपीआई के महासचिव डी. राजा ने कहा कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था गहरे संकट में है और अमेरिकी प्रशासन नए बाजारों की तलाश में है. वह भारत को सबसे बड़ा बाजार मानते हैं, जो अमेरिकी अर्थव्यवस्था को उबार सकता है.
राजा ने कहा, 'हमारी अर्थव्यवस्था पहले से ही खराब है, हमारे किसान आंदोलन कर रहे हैं. अब उन लोगों के मन में भारी आशंका है जो मुर्गी पालन, डेयरी और इस तरह की अन्य खेती में हैं.'
उन्होंने कहा कि अमेरिकी साम्राज्यवाद ने ईरान के खिलाफ प्रतिबंध लगा दिए हैं. यहां तक कि भारत का ईरान के साथ स्वतंत्र व्यापार नहीं हो सकता और इस वजह से हम ईरान से तेल नहीं ले सकते.
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सीपीआई महासचिव ने कहा, 'हम पीएम मोदी को यह बताने के लिए यहां हैं कि भारत को हल्के में नहीं लिया जा सकता और भारत को एक स्वतंत्र विदेश नीति का अनुभव करना चाहिए. भारत ट्रंप या उनके प्रशासन द्वारा दिए गए दबाव के आगे नहीं झुक सकता.'
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपनी दो दिवसीय यात्रा के लिए सोमवार को भारत पहुंचे हैं. इस दौरान भारत और अमेरिका के बीच बौद्धिक सम्पदा अधिकारों, रक्षा सौदों, परमाणु ऊर्जा सहयोग और मातृभूमि सुरक्षा के क्षेत्रों में समझौते होने हैं.