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अमेरिका की बायोटेक कंपनी कोविड-19 से बचाव के लिए गाय से बना रही एंटीबॉडी

कोविड-19 के प्रभाव को कम करने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका की बायोटेक कंपनी गायों से एंटीबॉडी बनाने पर काम कर रही है. दुनिया में सभी प्रजातियों में एक मात्र जानवर गाय है, जो रोगजनक के खिलाफ बड़ी मात्रा में मानव एंटीबॉडी का निर्माण कर सकती है. रोगजनक प्रोटीन किसी भी वायरस के लिए हो सकता है. जानें विस्तार से...

Cows might actually save us from novel coronavirus
प्रतीकात्मक चित्र
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Published : Jun 11, 2020, 6:42 PM IST

हैदराबाद : पूरा विश्व कोरोना महामारी की जद में आ चुका है. वहीं इस घातक वायरस से बचाव के लिए टीका के विकास की कोई उम्मीद 2021 से पहले नहीं दिख रही है. दरअसल संयुक्त राज्य अमेरिका की बायोटेक कंपनी आनुवंशिक रूप से गायों से एंटीबॉडी बना रही है, जोकि कोविड-19 के प्रभाव को कम करेगा.

रिपोर्ट के अनुसार कंपनी द्वारा गायों के जीन की कुछ प्रतिरक्षा कोशिकाओं के डीएनए से एंटीबॉडी बनाया जाएगा.

बता दें कि दुनिया में सभी प्रजातियों में एक मात्र जानवर गाय है, जो रोगजनक के खिलाफ बड़ी मात्रा में मानव एंटीबॉडी का निर्माण कर सकती है. रोगजनक प्रोटीन किसी भी वायरस के लिए हो सकता है.

अमेरिकी वैज्ञानिक इस समय सार्स-कोव-2 के खिलाफ गो-निर्मित एंटीबॉडी की क्षमता का विश्लेषण कर रहे हैं क्योंकि कंपनी ने ​​परीक्षण शुरू करने की योजना बनाई है.

इसके पीछे का विज्ञान यह है कि छोटे जानवरों की तुलना में गायों में अधिक रक्त होता है. इनका प्रोटीन मानव में उपयोग के लिए होता है.

एडी बायुल्लीट्यूटिक्स के अध्यक्ष एडी सुलिवन के अनुसार इस प्रयोग के लिय यह तथ्य है कि मानव रक्त की तुलना में प्रति मिलीलीटर एंटीबॉडी गाय के रक्त में दोगुना होता है.

इस तकनीक का बहुत बड़ा लाभ यह है कि गाय 'पॉलीक्लोनल' एंटीबॉडी का निर्माण कर सकती है. अणुओं की श्रृंखला वायरस के कई हिस्सों को पहचानती है और सिर्फ एक अंश को नहीं.

वर्तमान ​​परीक्षण मोनोक्लोनल एंटीबॉडी पर केंद्रित होते हैं जो वायरस प्रोटीन के केवल एक हिस्से का पता लगाता है.

गाय का प्रोटीन अधिक शक्तिशाली रहता है और वायरस से मुकाबला कर सकता है. दिलचस्प बात यह है कि बायोटेक कंपनी ने पहले ही कोविड-19 के मर्स के खिलाफ गाय का नैदानिक ​​परीक्षण पूरा कर लिया है.

वायरस के जीनोम के एक हिस्से के आधार पर एक डीएनए वैक्सीन दिया जाता है जो उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली को तैयार करता है. रिपोर्टों के अनुसार एक गाय से हर महीने कई सौ रोगियों का इलाज करने के लिए पर्याप्त एंटीबॉडी प्राप्त किया जा सकता है.

हैदराबाद : पूरा विश्व कोरोना महामारी की जद में आ चुका है. वहीं इस घातक वायरस से बचाव के लिए टीका के विकास की कोई उम्मीद 2021 से पहले नहीं दिख रही है. दरअसल संयुक्त राज्य अमेरिका की बायोटेक कंपनी आनुवंशिक रूप से गायों से एंटीबॉडी बना रही है, जोकि कोविड-19 के प्रभाव को कम करेगा.

रिपोर्ट के अनुसार कंपनी द्वारा गायों के जीन की कुछ प्रतिरक्षा कोशिकाओं के डीएनए से एंटीबॉडी बनाया जाएगा.

बता दें कि दुनिया में सभी प्रजातियों में एक मात्र जानवर गाय है, जो रोगजनक के खिलाफ बड़ी मात्रा में मानव एंटीबॉडी का निर्माण कर सकती है. रोगजनक प्रोटीन किसी भी वायरस के लिए हो सकता है.

अमेरिकी वैज्ञानिक इस समय सार्स-कोव-2 के खिलाफ गो-निर्मित एंटीबॉडी की क्षमता का विश्लेषण कर रहे हैं क्योंकि कंपनी ने ​​परीक्षण शुरू करने की योजना बनाई है.

इसके पीछे का विज्ञान यह है कि छोटे जानवरों की तुलना में गायों में अधिक रक्त होता है. इनका प्रोटीन मानव में उपयोग के लिए होता है.

एडी बायुल्लीट्यूटिक्स के अध्यक्ष एडी सुलिवन के अनुसार इस प्रयोग के लिय यह तथ्य है कि मानव रक्त की तुलना में प्रति मिलीलीटर एंटीबॉडी गाय के रक्त में दोगुना होता है.

इस तकनीक का बहुत बड़ा लाभ यह है कि गाय 'पॉलीक्लोनल' एंटीबॉडी का निर्माण कर सकती है. अणुओं की श्रृंखला वायरस के कई हिस्सों को पहचानती है और सिर्फ एक अंश को नहीं.

वर्तमान ​​परीक्षण मोनोक्लोनल एंटीबॉडी पर केंद्रित होते हैं जो वायरस प्रोटीन के केवल एक हिस्से का पता लगाता है.

गाय का प्रोटीन अधिक शक्तिशाली रहता है और वायरस से मुकाबला कर सकता है. दिलचस्प बात यह है कि बायोटेक कंपनी ने पहले ही कोविड-19 के मर्स के खिलाफ गाय का नैदानिक ​​परीक्षण पूरा कर लिया है.

वायरस के जीनोम के एक हिस्से के आधार पर एक डीएनए वैक्सीन दिया जाता है जो उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली को तैयार करता है. रिपोर्टों के अनुसार एक गाय से हर महीने कई सौ रोगियों का इलाज करने के लिए पर्याप्त एंटीबॉडी प्राप्त किया जा सकता है.

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