नई दिल्ली : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के सामुदायिक चिकित्सा विभाग प्रमुख डॉ संजय राय ने बताया कि कोरोना वैक्सीन के लिए दूसरे चरण का क्लीनिकल परीक्षण भारत में 600 से अधिक स्वयंसेवकों के एक बड़े नमूना आकार के साथ चल रहा है.
उन्होंने कहा कि वैक्सीन के लिए दूसरे चरण का क्लीनिकल परीक्षण भारत में 600 से अधिक स्वयंसेवकों के एक बड़े नमूना आकार के साथ चल रहा है. अगर सब कुछ योजना के अनुसार रहा, तो वैक्सीन अगले साल के मध्य में दुनिया में कहीं भी आ जाएगी.
उन्होंने कहा कि दुनिया में लगभग 150 वैक्सीन पर काम चल रहा है, जो दूसरे या तीसरे चरण में हैं. भारत में पहले और दूसरे चरण का ट्रायल एक साथ शुरू हुआ था. हम फिलहाल दूसरे चरण का ट्रायल कर रहे हैं.
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उन्होंने आगे कहा कि अप्रैल-मई में आयोजित आईसीएमआर सेरो-सर्वेक्षण में 18 वर्ष से अधिक उम्र के 6.4 मिलियन वयस्क संक्रमित पाए गए थे. सेरो-सर्वेक्षण केवल संक्रमण की दिशा दिखाता है, जबकि परीक्षण संक्रमणों की वास्तविक संख्या दर्शाता है.