नई दिल्ली : संसद में मचे हंगामे को लेकर पूर्व वित्त राज्य मंत्री और भाजपा के राज्यसभा सांसद शिव प्रताप शुक्ल ने कहा है कि सदन चलाने का काम अकेले सभापति का नहीं बल्कि विपक्ष का भी होता है, अगर विपक्ष सहयोग नहीं करेगा तो सदन नहीं चल सकेगी.
ईटीवी भारत से बातचीत में शुक्ला ने कहा कि हो सकता है सदन स्थगित करने से पहले सभापति ने कुछ सोचा हो, लेकिन सभी को धैर्य रखना चाहिए.
भाजपा नेता ने कहा कि सदन चलाने का काम अकेले सभापति का नहीं अपितु विपक्ष का भी होता है. उन्हीं के सहयोग से सदन चलती है, अगर वे सहयोग नहीं करेंगे तो सदन चलने में दिक्कत आएगी.
जेएनयू मामले पर शिव प्रताप ने कहा कि छात्रों को जेएनयू प्रशासन के साथ बैठकर वार्ता करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि आंदोलन छोटी-मोटी चीजों पर नहीं होना चाहिए.
वहीं, वाम दलों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जिस तरह वाम दल जेएनयू में हंगामा कर रहे थे, उसी तरह वे सदन में हंगामा कर रहे हैं.
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शुक्ल ने कहा कि जेएनयू में अब आकर स्थिति बेहतर हुई है, वरना जेएनयू वामपंथियों का अड्डा बन गया था. अब वहां के छात्रों को भी इस बात का एहसास हो गया है कि वामपंथी उनका इस्तेमाल कर रहे थे.
सोनिया गांधी और राहुल गांधी की SPG सुरक्षा हटाए जाने को लेकर भाजपा नेता ने कहा कि राहुल और सोनिया ने खुद कई बार सुरक्षा घेरा तोड़ा है. ऐसे में समीक्षा करके जब उनकी सुरक्षा वापस ले ली गयी है, तो उसमें कोई बड़ी बात नहीं है.