नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस के सूत्रों के हवाले से खबर है कि गुरुवार को राजधानी में हुए प्रदर्शन के दौरान बाहर से आए लोग प्रदर्शन की आड़ में बड़ी हिंसा को अंजाम देने की तैयारी में थे. लेकिन समय रहते एनएसए को इसकी भनक लग गई और बड़ी हिंसा की साजिश फेल हो गई.
NSA डोभाल ने की थी बैठक
बुधवार देर रात तक पुलिस कमिश्नर और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ एनएसए अजीत डोभाल ने बैठक की थी. बैठक में पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक, विशेष आयुक्त कानून व्यवस्था, संयुक्त आयुक्त और 6 जिले के डीसीपी भी शामिल थे. बैठक में इस तरह की हिंसा की साजिश से निपटने के लिए रणनीति तैयार की गई. इस रणनीति का फायदा ये हुआ कि गुरुवार को राजधानी में हुए प्रदर्शन में कोई भी हिंसक घटना नहीं हुई.
रणनीति के तहत की गई सघन चेकिंग
बैठक में इस बात पर चर्चा हुई कि हरियाणा की ओर से बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी दिल्ली पहुंचेंगे और यहां पथराव और आगजनी की घटना को अंजाम देंगे. ऐसे में प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए चेकिंग अभियान चलाए जाएं. साथ ही करीब 20 मेट्रो स्टेशन को भी बंद करने के आदेश दिए गए.
क्राइम ब्रांच समेत 18 हजार जवान थे तैनात
एनएसए अजीत डोभाल के निर्देशानुसार बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को सुरक्षा के लिए तैनात किया गया था. जहां एक तरफ दिल्ली पुलिस के 13,000 जवान प्रदर्शनकारियों से निपटने के लिए मुस्तैद थे तो वहीं 5 हजार अतिरिक्त पुलिसकर्मी भी लगाए गए थे. साथ ही प्रदर्शनकारियों से निपटने के लिए क्राइम ब्रांच और आर्थिक अपराध शाखा के जवानों को भी तैनात किया गया था.