नई दिल्ली : कांग्रेस ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर बृहस्पतिवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा. कहा कि इन दोनों पेट्रोलियम उत्पादों पर उत्पाद शुल्क को कम कर देश की जनता को राहत प्रदान की जाए. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह आरोप भी लगाया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में भारी गिरावट होने के बावजूद पेट्रोल व डीजल पर उत्पाद शुल्क में बढ़ोतरी करके जनता से 'लूट' की जा रही है.
मोदी सरकार पर लगाये आरोप
सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा कि 73 साल में पेट्रोल और डीजल की कीमतें सबसे ज्यादा है. कहां है मोदी सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो कहते थे कि सरकार के अविश्वास के कारण कीमतें बढ़ रही हैं. कांग्रेस महासचिव ने कहा, पिछले साढ़े छह साल में इस सरकार ने उत्पाद शुल्क बढ़ाकर 19 लाख करोड़ रुपये कमाएं हैं. आज भी कच्चे तेल की कीमत 50.96 डॉलर प्रति बैरल है. यानी कच्चे तेल की प्रति लीटर कीमत 23.43 रुपये है. ऐसे में पेट्रोल 84.20 रुपये और डीजल 74.38 रुपये प्रति लीटर क्यों बेचा जा रहा है.
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संप्रग सरकार मे कच्चा तेल महंगा था
उन्होंने दावा किया कि मई 2014 के बाद मोदी सरकार ने डीजल पर उत्पाद शुल्क में 820 प्रतिशत व पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 258 प्रतिशत बढ़ाया है. सुरजेवाला ने कहा, संप्रग सरकार के समय कच्चे तेल की कीमत 100 डॉलर थी और आज इसकी आधी कीमत है. फिर ये लूट क्यों चल रही है? हमारी मांग है कि उत्पाद शुल्क में कमी की जाए और आर्थिक मंदी और कोरोना महामारी से जूझ रही जनता को राहत प्रदान की जाए. गौरतलब है कि सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों द्वारा लगातार दूसरे दिन कीमतों में बढ़ोतरी करने के बाद राष्ट्रीय राजधानी में पेट्रोल की कीमत बृहस्पतिवार को 84.20 रुपये प्रति लीटर हो गई.
अब तक के उच्चतम स्तर पर कीमतें
देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतें अब तक के उच्चतम स्तर पर हैं. तेल विपणन कंपनियों की मूल्य अधिसूचना के अनुसार, बृहस्पतिवार को पेट्रोल की कीमत में 23 पैसे प्रति लीटर और डीजल की कीमत में 26 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई. इस बढ़ोतरी के बाद दिल्ली में अब पेट्रोल की कीमत 84.20 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 74.38 रुपये हो गई है. मुंबई में पेट्रोल 90.83 रुपये प्रति लीटर और डीजल 81.07 रुपये प्रति लीटर है.