नई दिल्ली: कांग्रेस ने आर्थिक मोर्चे पर मोदी सरकार को विफल करार दिया है. पार्टी के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि वे 10 मुख्य मुद्दों पर ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं.
- ऑटो इंडस्ट्री और कंस्ट्रक्शन
- स्टॉक एक्सचेंज
- राजकोषीय घाटे में बढ़ोतरी
- सकल घरेलू उत्पाद (GDP)
- रोजगार में कमी
- रियल स्टेट
- क्रेडिट एजेंसियों द्वारा रेटिंग में कमी
- कमजोर करेंसी
- प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI)
- विदेशी पोर्टफोलियो निवेश (FPI)
ऑटो इंडस्ट्री में चुनौतियां
SIAM का जिक्र करते हुए सिंघवी ने कहा कि जुलाई, 2019 और जुलाई, 2018 की तुलना में 31 फीसदी गिरावट हुई है. बकौल सिंघवी, ऐसा लगभग 40 साल पहले हुआ था.
उन्होंने कहा कि मोदी 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने की बात कहते हैं, लेकिन ऑटो इंडस्ट्री में मंदी के कारण ऐसा सपना भी नहीं देखा जा सकता, क्योंकि ट्रैक्टर के कारोबार में गिरावट आई है.
स्टॉक एक्सचेंज: उन्होंने कहा कि पिछले 17 से 18 वर्षों में स्टॉक एक्सचैंज इतना नहीं गिरा, जितना मोदी सरकार में गिरा है. इसके लिए उन्होंने मीडिया के साथ आंकड़े भी साझा किये.
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उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा बजट पेश होने के बाद 13 लाख करोड़ इन्वेस्टर्स को नुकसान हुआ है.
राजकोषीय घाटे में बढ़ोतरी: कांग्रेस नेता ने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान राजकोषीय घाटे में काफी बढ़ोत्तरी हुई है. उन्होंने कहा कि सरकार ने इतने खर्चे कर दिये, जितना भुगतान नहीं हुआ.
इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि सरकार ने इसके आंकड़े भी साझा नहीं किये. सिंघवी ने इसे लोगों के साथ किया हुआ विश्वासघात और धोखा बताया.
GDP: पार्टी ने कहा कि आज विश्व में हमारे सकल घरेलू उत्पाद (GDP) को 6.5 से ज्यादा कोई नहीं मानता है. उन्होंने कहा कि इस सरकार में हमारी GDP नीचे गिरी है.
कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने बताया कि मोदी सरकार के आने के पहले हम चौथे नंबर पर थे और उम्मीद जताई जा रही थी कि हम जल्द तीसरे पर आ जाएंगे लेकिन इस सरकार ने हमें आज सांतवे नंबर पर ढकेल दिया है.
उन्होंने बताया कि हम UK और फ्रांस दोनों से पीछे हो गए हैं.
रोजगार में कमी: अभिषेक मनु सिंघवी ने बताया कि इस सरकार में रोजगार में लगातार कमी आई है. उन्होंने कृषी क्षेत्र, उत्पादकता के साथ-साथ कई अन्य क्षेत्रों के रोजगार में आई मंदी को लेकर आरोप लगाया.
रियल स्टेट: सिंघवी ने आरोप लगाया कि आज रियल स्टेट काफी बर्बाद हो चुका है. उन्होंने कहा कि मोदी डब्ल डीजिट की बात करते हैं लेकिन सरकार के कामों से कुछ और ही सामने आ रहा है.
सिंघवी ने कहा कि मोदी सरकार ने एक रिपोर्ट पेश की है. इसमें कहा गया है कि देश के 30 बड़े शहरों में लगभग 13 लाख घर बने हुए खड़े हैं लेकिन बिक नहीं रहे हैं.
अभिषेक मनु ने कहा कि मोदी सरकार ने इन्हें लेकर झूठ बोला और इनके लिए इनके बिकने की इतनी समय सीमा तय कर दी कि वह मुमकिन नहीं है.
उन्होंने मोदी सरकार पर देश को बहकाने का आरोप लगाया.
क्रेडिट एजेंसियों द्वारा रेटिंग में कमी: कांग्रेस ने कहा कि क्रेडिज एजेंसियों ने हमारी अर्थव्यव्स्था को इतना कमजोर कर दिया है कि क्रेडिट एजेंसियों द्वारा लगाता हमारी रेटिंग कम होती जा रही है.
कमजोर करेंसी: अभिषेक मनु सिंघवी ने बताया कि पूरे एशिया में अगस्त महीने में सबसे खराब करेंसी रूपया मानी गई है. उन्होंने कहा कि इसके अलावा देश के निर्यात में भी कमी आई है.
उन्होंने कहा कि ये शर्मनाक है कि एक तो देश की करेंसी की भी कीमत गिर रही है, भारत का अपमान हो रहा है और साथ में निर्यात भी नहीं बढ़ल रहा है. इस बात को साबित करने के लिए उन्होंने 13 अगस्त तक के आंकड़े भी मीडिया से साझा किये.
FDI और FPI: सिंघवी ने नौंवे और 10वें बिंदु पर अपनी बात रखते हुए कहा कि प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) और विदेशी पोर्टफोलियो निवेश (FPI) दोनों में ही जबरदस्त गिरावट आई है.
उन्होंने कहा कि कई विदेशी पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स ने हमारे देश में अगस्त 2019 तक निवेश बंद कर दिया है. उन्होंने कहा कि इससे हमारे बाजार में भी कमी और भारी गिरावट आई है.