नई दिल्लीः कांग्रेस ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के मौके पर बड़े पैमाने पर जश्न का आयोजन करने का फैसला लिया है साथ ही पार्टी ने राज्य स्तर पर पदयात्राएं निकालने का फैसला भी किया है.
गौरतलब है कि पार्टी के महासचिवों और राज्य प्रभारियों की शुक्रवार को बैठक हुई. यह बैठक गांधी जयंती से जुड़े कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार करने के लिए की गई.
बता दें कांग्रेस अध्यक्ष के बदले इसकी अध्यक्षता वेणुगोपाल ने की.
बैठक के बाद पार्टी महासचिव एवं राजस्थान प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय ने बताया कि महात्मा गांधी की 150वीं जयंती सभी प्रदेशों में मनाने का निर्णय लिया गया है.
उन्होंने कहा कि आगामी 2 अक्टूबर को सभी राज्यों में पदयात्राओं का आयोजन होगा और एक सप्ताह तक कई कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे.
पार्टी की ओर से तय कार्यक्रम के अनुसार तीन से नौ अक्टूबर के बीच प्रदेश, जिला और ब्लॉक स्तरों पर व्याख्यानों, संगोष्ठियों और दूसरे कार्यक्रमों का आयोजन होगा जिनमें बापू के विचारों का उल्लेख होगा.
पार्टी दो अक्टूबर को राज्य स्तर पर विशाल पदयात्रा निकालेगी, जिनमें शामिल कांग्रेस के नेता एवं कार्यकर्ता गांधी टोपी पहने और बापू की तस्वीरें लिए होंगे.
पार्टी ने अपने विभागों और प्रमुख संगठनों से कहा है कि वे महात्मा गांधी की जयंती पर अपने स्तर से कार्यक्रमों का आयोजन करें.
दूसरी ओर बात यदि चंद्रयान की करें तो भारत अब उन चुनिंदा देशों में शामिल हो गया है जिसका ध्वज और प्रतीक चांद पर होगा.
पूरा देश सपनों के इस पल का इंतजार कर रहा है. लेकिन कांग्रेस से जब इस बारे में सवाल किया गया तो पार्टी ने चंद्रयान-2 पर चुप्पी साध ली.
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महात्मा गांधी की 150वीं जयंती का ग्राफ खींचने के लिए दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में महासचिव और राज्य प्रभारियों की बैठक हुई. इस बैठक में कांग्रेस नेता आरपीएन सिंह भी मौजूद रहे.
आरपीएन सिंह ने मीडिया से बातचीत के दौरान यह तो बताया कि गांधी जयंती की तैयारियां कैसी हों,
इसके लिए महासचिवों की बैठक हुई लेकिन जब उनसे चंद्रयान-2 को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने चुप्पी साध ली.
महात्मा गांधी की जयंती की तैयारी कैसी हो! इसके लिए कांग्रेस ने जो महासचिव और प्रभारियों की बैठक बुलाई.
उसमें भी आधा से ज्यादा महासचिव नदारद रहे.
आपको बता दें खुद प्रियंका गांधी उसमें शामिल नहीं हो पाई .
इस दौरान जब कांग्रेस नेताओं से देश के पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम की जेल जाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कैमरे पर कुछ भी बताने से इंकार कर दिया.
इसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी शामिल थे जो बैठक में हिस्सा लेने आए थे. चंद्रयान और चिदंबरम पर कांग्रेस पर कई तरह के सवाल खड़े होते हैं.