बेंगलुरु/भोपाल : मध्यप्रदेश की सियासत में हर दिन नए रंग देखने को मिल रहे हैं. बेंगलुरू के रिजॉट में ठहरे 19 विधायकों की आज भोपाल वापसी हो रही थी, लेकिन विधायकों का भोपाल आना रद हो गया है. भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा पार्टी अध्यक्ष का पद संभालने के बाद पहली बार बेंगलुरु पहुंचे है. कोरोना वायरस के चलते उन्होंने पार्टी राज्य इकाई को सलाह दी थी कि उनके स्वागत के लिए बड़े समारोहों का आयोजन न करें.
जानकारी के मुताबिक एयरपोर्ट पहुंचे सभी विधायक रिजॉर्ट वापस लौट गए हैं, जिसके कारण भोपाल एयरपोर्ट से बस को खाली लौटना पड़ा. फिलहाल सभी विधायक बेंगलुरु में ही रुकेंगे. इससे पहले कहा जा रहा था कि अधिकतर विधायक के शुक्रवार शाम तक विशेष विमान से भोपाल पहुंचेंगे.
विधानसभा के एक अधिकारी ने बताया कि विधानसभा अध्यक्ष ने छह मंत्रियों तुलसी सिलावट, महेन्द्र सिंह सिसोदिया, गोविन्द सिंह राजपूत, प्रद्युन्न सिंह तोमर, प्रभूराम चौधरी और इमरती देवी को नोटिस जारी अपने इस्तीफे के सत्यापन के लिए व्यक्तिगत तौर पर शुक्रवार को तलब किया था.
इसी प्रकार विधानसभा अध्यक्ष ने सात विधायकों को शनिवार और शेष को रविवार को अपने त्यागपत्र सत्यापित करने के लिए हाजिर होने का नोटिस जारी किया है.
सिंधिया खेमे के इन विधायकों ने चार दिन पहले त्यागपत्र दे दिया. लेकिन कांग्रेस ने इन विधायकों को बंधक रखने जाने का आरोप लगाया है. उसके बाद अध्यक्ष ने यह जानने के लिए कि इन विधायकों ने अपनी इच्छा से इस्तीफा दिया है, उन्हें व्यक्तिगत तौर पर हाजिर होने के लिए नोटिस जारी किया था.
इसबीच, इन विधायकों के भोपाल आगमन के मद्देनजर हवाई अड्डे पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई थी तथा बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है. हवाई अड्डे पर भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ता बड़ी तादाद में जमा हैं.
विधानसभा अध्यक्ष के चार इमली स्थित निवास पर भी भारी पुलिस बल तैनात किया गया है.