नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर से जुड़े भारतीय संविधान के आर्टिकल 370 के प्रावधानों में बदलाव किए गए हैं. राष्ट्रपति ने भी इसे मंजूरी दे दी है. हालांकि, केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद कांग्रेस असहज दिख रही है.
दरअसल, कई कांग्रेस नेताओं को केंद्र के फैसले का समर्थन करते देखा गया. हालांकि, नबी आजाद जैसे दिग्गज का कहना है कि जिन्हें कश्मीर की जानकारी नहीं है, उन्हें इस मुद्दे पर नहीं बोलना चाहिए. इसी बीच आज कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की एक बैठक बुलाई गई.
बैठक के बाद केसी वेणुगोपाल ने कहा कि कल कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक होगी. जिसमें अच्छे से विचार-विमर्श किया जाएगा. इस बैठक में पीसीसी अध्यक्ष, सीएलपी नेता, सांसद और एआईसीसी सचिव भाग लेंगे. इसके बाद कांग्रेस कार्यसमिति अंतिम निर्णय लेगी.
बैठक में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी मौजूद रहे. सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में आर्टिकल 370 पर कांग्रेस का पक्ष तय किया गया. बैठक के बाद कांग्रेस की वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी ने कहा कि पार्टी के खिलाफ बयान दिया गया, लेकिन किसी को नजरअंदाज नहीं कर सकती.
मीडिया से बात करते हुए अंबिका सोनी ने कहा कि सरकार ने कश्मीर पर मनमाना फैसला किया है. कल पूर्वोत्तर के किसी राज्य पर भी ऐसा कर सकती है. परसों पंजाब पर कर सकती है. ऐसे में हम मोदी सरकार को संविधान के उल्लंघन का अधिकार नहीं दे सकते.
अंबिका सोनी ने कहा कि सरकार ने अनुच्छेद 370 गलत तरीके से खत्म किया है. उन्होंने कहा कि आज की बैठक के बाद फिर एक बैठक होगी. पार्टी अपने स्टैंड पर कायम रहेगी कि मोदी सरकार ने 370 को जिस तरह से खत्म किया है वह गलत है.
उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर से भले ही कम सांसद आते हों, लेकिन सरकार किसी भी राज्य की जन भावनाओं को नजरअंदाज नहीं कर सकती.
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गौरतलब है कि अनुच्छेद 370 पर मोदी सरकार के फैसले ने कांग्रेस की बेचैनी बढ़ा दी है. पार्टी के अंदर इस बात को लेकर विरोधाभास है कि संसद के दोनों सदनों में कांग्रेस ने जो स्टैंड लिया है, वह सही है या गलत!
कांग्रेस के कद्दावर नेताओं ने मोदी सरकार के फैसले को सही ठहराया है. कुछ ने तो यहां तक कह दिया कि कांग्रेस को अपने फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए. कांग्रेस नेता जनार्दन द्विवेदी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, दीपेंद्र हुड्डा के बाद कश्मीर के महाराज हरि सिंह के पुत्र डॉ कर्ण सिंह ने भी मोदी सरकार के फैसले को सही ठहराया है. उन्होंने कहा है कि फैसले में कुछ चीजें सही हैं.