नई दिल्लीः देशभर में कांग्रेस शासित सभी पांच राज्यों के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी के सरकारी निवास पहुंचे.
केंद्र शासित राज्यों में पार्टी के नेताओं के बीच चल रही आपसी प्रतिस्पर्धा को लेकर कांग्रेस आलाकमान नाराज चल है. सोनिया गांधी ने उन्हें नाराजगियों को दूर करने के लिए पार्टी के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को अपने सरकारी निवास पर बुलाया.
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बताया, कांग्रेस मुखिया के सामने हम अपनी रिपोर्ट देंगे, सारकार पारदर्शिता कैसे बना सकती है और चुनावी घोषणा पत्र पर कैसे अमल हो इन विषयों पर चर्चा होगी.
आपको बता दें, पिछले साल कांग्रेस पार्टी ने देश के 3 बड़े राज्यों में अपनी वापसी की थी. जीत के बाद कांग्रेस पार्टी में उम्मीद जगी थी.
पढ़ें-कांग्रेस आलाकमान का 'फरमान', बड़े मुद्दों को लेकर भाजपा पर नहीं होगी आक्रामक
उम्मीद यह थी कि की लोकसभा चुनाव में कांग्रेस बड़ी बढ़त लेकर सामने आएगी. लेकिन ऐसा हो नहीं हुआ.
अब हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड में चुनाव होने हैं. कांग्रेस पार्टी चाहती है कि जिन राज्यों में उसकी सरकार है उन राज्यों की सरकार की पारदर्शिता जनता के सामने एक आदर्श के रूप में पेश हो.
इससे वह आने वाले 3 राज्यों के चुनाव में उन आदर्शों को पेश कर सकेंगे. इस लिहाज से जरूरी है कि पार्टी के नेता और सरकार से जुड़े हुए लोग आपसी गुटबाजी खत्म कर सके और आमजन में अपने आदर्श पेश कर सकें.
कांग्रेस पार्टी हाल में होने वाले चुनीवों में सत्ता में वापसी के लिए जद्दोजहद कर रही है. इस लिहाज से यह बैठक अहम है.
इस बैठक में सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल, महासचिव मुकुल वासनिक और राज्यों के प्रभारी भी हिस्सा ले रहे हैं.