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कांग्रेस का आरोप- देश को सिर्फ कश्मीर की चिंता, त्रिपुरा की हो रही अनदेखी

भाजपा पर वार करते हुए त्रिपुरा कांग्रेस के अध्यक्ष ने नेशनल मीडिया पर नाराजगी जताई और कहा कि बॉर्डर स्टेट होते हुए भी हमेशा से त्रिपुरा को नजरअंदाज किया जाता रहा है. और मीडिया का ध्यान सिर्फ कश्मीर पर ही केंद्रित रहता है. भाजपा पर तंज कसते हुए उन्होंने क्या कुछ कहा जानें....

पुरा कांग्रेस के अध्यक्ष प्रद्युत देव बर्मन
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Published : May 28, 2019, 11:04 PM IST

नई दिल्लीः त्रिपुरा कांग्रेस के अध्यक्ष प्रद्युत देव बर्मन ने दिल्ली में राष्ट्रीय मीडिया के सामने यह बात कही कि त्रिपुरा के हालात बद से बदतर हो गए हैं. वहां ना कानून व्यवस्था है, ना लोकतंत्र का राज है. हम दिल्ली में आपको यही बताने आए हैं .त्रिपुरा भारत का एक बॉर्डर स्टेट है देश को कश्मीर की चिंता तो होती है लेकिन त्रिपुरा की नहीं.

बर्मन ने बीजेपी पर वार करते हुए कहा कि जब से त्रिपुरा में भाजपा की सरकार बनी है तब से वहां आम आदमी पर अत्याचार बढ़ गया है. उन्होंने कहा कि हाल ही में भाजपा में कुछ नए लोग शामिल हुई जो कम्युनिस्ट पार्टी छोड़कर आए हैं. यह नए भाजपाई पुराने भाजपाई को भी त्रिपुरा में चैन से जीने नहीं दे रहे. लोग जंगल में शरण लेने को मजबूर है.

त्रिपुरा कांग्रेस अध्यक्ष बर्मन ने नेशनल मीडिया के सामने अपनी बात रखी और कहा कि मीडिया को सिर्फ कश्मीर की चिंता होती है. त्रिपुरा एक बॉर्डर प्रदेश है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. लोकतंत्र देश की भीतरी हिस्से में जरूरी है उसी तरह से त्रिपुरा जैसे पूर्वोत्तर प्रदेशों में भी जरूरी है.

मीडिया से बातचीत करते हुए त्रिपुरा कांग्रेस के अध्यक्ष प्रद्युत देव बर्मन

बर्मन ने कहा त्रिपुरा में न तो कानून व्यवस्था है ना लोकतंत्र का राज कायम है. वहां कांग्रेसियों को ही नहीं बल्कि पुराने भाजपाइयों को भी हिंसा का शिकार होना पड़ रहा है. लोग जंगल में शरण लिए हुए हैं.

पढ़ेंः पीएम मोदी पर कार्रवाई क्यों नहीं, चुनाव आयोग से कांग्रेस ने पूछे सवाल

मीडिया से शिकायती लहजे में बर्मन ने कहा दिल्ली की मीडिया त्रिपुरा जैसे बॉर्डर प्रदेशों को नजरअंदाज कर रही है यह देश हित में नहीं है. हम भी भारत के अटूट अंग हैं. यह जिम्मेदारी हर किसी की है, हमारे दर्द को भी देश सुने. उन्होंने कहा, हम इस बात की शिकायत अब सुप्रीम कोर्ट से करेंगे. प्रदेश में कानून व्यवस्था का राज खत्म क्यों हो गया? इसके लिए जिम्मेदार कौन है?

नई दिल्लीः त्रिपुरा कांग्रेस के अध्यक्ष प्रद्युत देव बर्मन ने दिल्ली में राष्ट्रीय मीडिया के सामने यह बात कही कि त्रिपुरा के हालात बद से बदतर हो गए हैं. वहां ना कानून व्यवस्था है, ना लोकतंत्र का राज है. हम दिल्ली में आपको यही बताने आए हैं .त्रिपुरा भारत का एक बॉर्डर स्टेट है देश को कश्मीर की चिंता तो होती है लेकिन त्रिपुरा की नहीं.

बर्मन ने बीजेपी पर वार करते हुए कहा कि जब से त्रिपुरा में भाजपा की सरकार बनी है तब से वहां आम आदमी पर अत्याचार बढ़ गया है. उन्होंने कहा कि हाल ही में भाजपा में कुछ नए लोग शामिल हुई जो कम्युनिस्ट पार्टी छोड़कर आए हैं. यह नए भाजपाई पुराने भाजपाई को भी त्रिपुरा में चैन से जीने नहीं दे रहे. लोग जंगल में शरण लेने को मजबूर है.

त्रिपुरा कांग्रेस अध्यक्ष बर्मन ने नेशनल मीडिया के सामने अपनी बात रखी और कहा कि मीडिया को सिर्फ कश्मीर की चिंता होती है. त्रिपुरा एक बॉर्डर प्रदेश है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. लोकतंत्र देश की भीतरी हिस्से में जरूरी है उसी तरह से त्रिपुरा जैसे पूर्वोत्तर प्रदेशों में भी जरूरी है.

मीडिया से बातचीत करते हुए त्रिपुरा कांग्रेस के अध्यक्ष प्रद्युत देव बर्मन

बर्मन ने कहा त्रिपुरा में न तो कानून व्यवस्था है ना लोकतंत्र का राज कायम है. वहां कांग्रेसियों को ही नहीं बल्कि पुराने भाजपाइयों को भी हिंसा का शिकार होना पड़ रहा है. लोग जंगल में शरण लिए हुए हैं.

पढ़ेंः पीएम मोदी पर कार्रवाई क्यों नहीं, चुनाव आयोग से कांग्रेस ने पूछे सवाल

मीडिया से शिकायती लहजे में बर्मन ने कहा दिल्ली की मीडिया त्रिपुरा जैसे बॉर्डर प्रदेशों को नजरअंदाज कर रही है यह देश हित में नहीं है. हम भी भारत के अटूट अंग हैं. यह जिम्मेदारी हर किसी की है, हमारे दर्द को भी देश सुने. उन्होंने कहा, हम इस बात की शिकायत अब सुप्रीम कोर्ट से करेंगे. प्रदेश में कानून व्यवस्था का राज खत्म क्यों हो गया? इसके लिए जिम्मेदार कौन है?

Intro:त्रिपुरा के हालात बद से बदतर हो गए हैं वहां ना कानून व्यवस्था है, ना लोकतंत्र का राज है. हम दिल्ली में आपको यही बताने आए हैं .त्रिपुरा भारत का एक बॉर्डर स्टेट है देश को कश्मीर की चिंता तो होती है लेकिन त्रिपुरा कि नहीं. त्रिपुरा कांग्रेस के अध्यक्ष प्रद्युत देव बर्मन ने दिल्ली में राष्ट्रीय मीडिया के सामने यह बात कही. बर्मन ने कहा कि जब से त्रिपुरा में भाजपा की सरकार बनी है तब से वहां आम आदमी पर अत्याचार बढ़ गया है बर्मन ने कहा कि हाल ही में भाजपा में कुछ नए लोग शामिल हुई जो कम्युनिस्ट पार्टी छोड़कर आए हैं. यह नए भाजपाई पुराने भाजपाई को भी त्रिपुरा में चैन से जीने नहीं दे रहे लोग जंगल में शरण लेने को मजबूर है.


Body:त्रिपुरा कांग्रेस अध्यक्ष बर्मन ने राष्ट्रीय मीडिया के सामने अपनी बात रखते हुए कहा कि राष्ट्रीय मीडिया को सिर्फ कश्मीर की चिंता होती है .त्रिपुरा एक बॉर्डर प्रदेश हैं जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. लोकतंत्र देश की भीतरी हिस्से में जरूरी है उसी तरह से त्रिपुरा जैसे पूर्वोत्तर प्रदेशों में भी जरूरी है. बर्मन ने कहा त्रिपुरा में न तो कानून व्यवस्था है ना लोकतंत्र का राज कायम है . वहां कांग्रेसियों को ही नहीं बल्कि पुराने भाजपाइयों को भी हिंसा का शिकार होना पड़ रहा है .लोग जंगल में शरण लिए हुए हैं .
हम इस बात की शिकायत अब सुप्रीम कोर्ट से करेंगे. प्रदेश में कानून व्यवस्था का राज खत्म क्यों हो गया ! इसके लिए जिम्मेदार कौन है? बर्मन ने राष्ट्रीय मीडिया से अपनी शिकायत दर्ज करते हुए कहा दिल्ली की मीडिया त्रिपुरा जैसे बॉर्डर प्रदेशों को नजरअंदाज कर रहा है यह देश हित में नहीं है हम भी भारत के अटूट हिस्सा हैं और हमारे दर्द को भी देश सुने यह जिम्मेदारी हर किसी की है.


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