जयपुर : महाराष्ट्र के कांग्रेसी विधायक नाना पटोले ने महाराष्ट्र में राज्यपाल की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि वह केंद्र सरकार के दबाव में काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि राज्यपाल को अब तक कार्यवाहक विधानसभा अध्यक्ष की नियुक्ति कर सभी नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिला देनी चाहिए, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ.
वहीं, महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की चर्चाओं के जवाब में महाराष्ट्र के कांग्रेसी विधायक नाना पटोले ने कहा कि महाराष्ट्र में बीजेपी, शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी चार प्रमुख दल है. इन चारों प्रमुख दलों को अपना बहुमत साबित करने का मौका दिया जाना चाहिए.
अगर महाराष्ट्र में सीधा राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया जाता है, तो कांग्रेस सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाएगी. नाना पटोले ने कहा कि जयपुर में ब्यूना विस्टा रिसोर्ट में महाराष्ट्र कांग्रेस के 35 विधायक ठहरे हुए हैं. अन्य 9 विधायकों के शनिवार रात तक आने की उम्मीद है.
इसके अलावा कांग्रेस पर्यवेक्षक दल के नेताओं के भी रविवार सुबह तक जयपुर पहुंचने की संभावना है. साथ ही कांग्रेस के कई बड़े नेताओं के पहुंचने की भी उम्मीद जताई जा रही है. यह सभी विधायक महाराष्ट्र में कांग्रेस दल के नेता का जयपुर में ही चयन कर सकते हैं.
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उन्होंने बीजेपी और शिवसेना के गठबंधन पर सवाल उठाते हुए कहा कि खुद बीजेपी अपने विधायकों और मंत्रियों को लेकर असमंजस की स्थिति में है. इसलिए इनकी बाड़ाबंदी की जा रही है.
पटोले ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी ने महाराष्ट्र में आतंक का माहौल बना रखा है. यही कारण है कि गठबंधन के बावजूद शिवसेना के साथ अभी तक उनका तालमेल नहीं हो पाया है.
रिसोर्ट में ठहरे हुए विधायकों में से 18 विधायक शनिवार को जयपुर शहर के कई पर्यटक स्थलों पर घूमने के लिए निकले, तो बाकी विधायक रिसोर्ट में ही आराम फरमाते रहे.
चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा, राजस्थान सरकार के मुख्य सचेतक महेश जोशी और आरसीए अध्यक्ष वैभव गहलोत भी रिसोर्ट में महाराष्ट्र कांग्रेसी विधायकों के साथ पूरे दिन मौजूद रहे. साथ ही उनसे राजनीतिक घटनाक्रम पर चर्चा की.