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साइबर क्षेत्र में चीन से निपटने के लिए प्रयास तेज करे सरकार

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Published : Sep 14, 2020, 6:59 PM IST

कांग्रेस ने चीन द्वारा भारत में प्रमुख पदों पर बैठे लोगों की कथित तौर पर जासूसी कराने से जुड़ी खबरों का मुद्दा उठाया. इस संबंध में ईटीवी भारत से बात करते हुए के सुरेश ने कहा यह एक बहुत ही गंभीर मामला है. एक तरफ चीनी घुसपैठ चल रही है और दूसरी तरफ वह हमारे देश के 10,000 से अधिक प्रमुख लोगों का डेटा एकत्र कर रहे हैं. चीन हर जगह अतिक्रमण कर रहा है.

के सुरेश
के सुरेश

नई दिल्ली : कांग्रेस ने चीन द्वारा भारत में प्रमुख पदों पर बैठे लोगों की कथित तौर पर जासूसी कराने से जुड़ी खबर को लेकर सोमवार को कहा कि साइबर क्षेत्र में चीन से निपटने के लिए सरकार को अपने प्रयास तेज करने चाहिए.

लोकसभा में कांग्रेस के उप नेता गौरव गोगोई ने संसद परिसर के बाहर संवाददाताओं से कहा हम चाहते हैं कि सरकार साइबर सुरक्षा को लेकर प्रयास तेज करे. हम एक ओर सीमा पर चीन जैसे देश से मुकाबला कर रहे हैं, तो वहीं हमें साइबर क्षेत्र में भी चीन का सामना करना पड़ रहा है, सरकार को सोना नहीं चाहिए.

इस संबंध में ईटीवी भारत से बात करते हुए के सुरेश ने कहा यह एक बहुत ही गंभीर मामला है. एक तरफ, चीनी घुसपैठ चल रही है और दूसरी तरफ वह हमारे देश के 10,000 से अधिक प्रमुख लोगों का डेटा एकत्र कर रहे हैं. चीन हर जगह अतिक्रमण कर रहा है.

कांग्रेस के सांसद के सुरेश और अधीर रंजन चौधरी ने पूर्वी लद्दाख में चीनी घुसपैठ को लेकर लोकसभा में स्थगन का प्रस्ताव दिया था.

रिपोर्ट के अनुसार, शेनजेन-आधारित प्रौद्योगिकी कंपनी चीन की सरकार और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के साथ मिलकर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, प्रमुख विपक्षी नेताओं, कैबिनेट मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों, चीफ जस्टिस सहित भारत के 10,000 से अधिक व्यक्तियों और संगठनों की निगरानी कर रही है.

गौरव ने कहा हम चाहते हैं कि भारत सरकार साइबर सुरक्षा पर अपने प्रयासों को आगे बढ़ाए क्योंकि जब हम चीन जैसे देश से भिड़ते हैं, तो हम इसका सामना केवल समुद्र और हवा में नहीं कर रहे हैं, बल्कि हम चीनी इरादों का भी सामना करते हैं.

इस मामले पर कांग्रेस के रुख के बारे में पूछे जाने पर और क्या विपक्षी पार्टी इस मुद्दे को संसद में उठाने की योजना बना रही है. के सुरेश ने कहा यदि यह रिपोर्ट सही है, तो भारत सरकार को दिल्ली में चीनी राजदूत को बुलाकर इस बात की जानकारी प्राप्त करनी चाहिए. सरकार को सदन में इस रिपोर्ट के बारे में भी स्पष्ट करना चाहिए.

पढ़ेंं - संसद का दिखा ऐसा नजारा - मास्क पहने पॉली कार्बन शीट के पीछे बैठे सांसद

उन्होंने आगे जानकारी दी कि कल एक रक्षा सलाहकार समिति की बैठक है, जिसे लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बुलाई है. इसलिए, कांग्रेस सहित विपक्षी दल इस मुद्दे को जरूर उठाएंगे.

इससे पहले पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह सवाल किया कि क्या सरकार को इस गंभीर मामले के बारे में पता था? उन्होंने ट्वीट किया अगर यह सही है तो क्या मोदी सरकार को इस गंभीर मामले का पहले पता था? या भारत सरकार को पता ही नहीं चला की हमारी मुखबरी हो रही है?

सुरजेवाला ने यह सवाल भी किया कि भारत सरकार देश के सामरिक हितों की सुरक्षा करने में बार-बार 'विफल' क्यों हो रही है? उन्होंने कहा कि चीन को अपनी हरकतों से बाज आने का स्पष्ट संदेश देना चाहिए.

नई दिल्ली : कांग्रेस ने चीन द्वारा भारत में प्रमुख पदों पर बैठे लोगों की कथित तौर पर जासूसी कराने से जुड़ी खबर को लेकर सोमवार को कहा कि साइबर क्षेत्र में चीन से निपटने के लिए सरकार को अपने प्रयास तेज करने चाहिए.

लोकसभा में कांग्रेस के उप नेता गौरव गोगोई ने संसद परिसर के बाहर संवाददाताओं से कहा हम चाहते हैं कि सरकार साइबर सुरक्षा को लेकर प्रयास तेज करे. हम एक ओर सीमा पर चीन जैसे देश से मुकाबला कर रहे हैं, तो वहीं हमें साइबर क्षेत्र में भी चीन का सामना करना पड़ रहा है, सरकार को सोना नहीं चाहिए.

इस संबंध में ईटीवी भारत से बात करते हुए के सुरेश ने कहा यह एक बहुत ही गंभीर मामला है. एक तरफ, चीनी घुसपैठ चल रही है और दूसरी तरफ वह हमारे देश के 10,000 से अधिक प्रमुख लोगों का डेटा एकत्र कर रहे हैं. चीन हर जगह अतिक्रमण कर रहा है.

कांग्रेस के सांसद के सुरेश और अधीर रंजन चौधरी ने पूर्वी लद्दाख में चीनी घुसपैठ को लेकर लोकसभा में स्थगन का प्रस्ताव दिया था.

रिपोर्ट के अनुसार, शेनजेन-आधारित प्रौद्योगिकी कंपनी चीन की सरकार और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के साथ मिलकर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, प्रमुख विपक्षी नेताओं, कैबिनेट मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों, चीफ जस्टिस सहित भारत के 10,000 से अधिक व्यक्तियों और संगठनों की निगरानी कर रही है.

गौरव ने कहा हम चाहते हैं कि भारत सरकार साइबर सुरक्षा पर अपने प्रयासों को आगे बढ़ाए क्योंकि जब हम चीन जैसे देश से भिड़ते हैं, तो हम इसका सामना केवल समुद्र और हवा में नहीं कर रहे हैं, बल्कि हम चीनी इरादों का भी सामना करते हैं.

इस मामले पर कांग्रेस के रुख के बारे में पूछे जाने पर और क्या विपक्षी पार्टी इस मुद्दे को संसद में उठाने की योजना बना रही है. के सुरेश ने कहा यदि यह रिपोर्ट सही है, तो भारत सरकार को दिल्ली में चीनी राजदूत को बुलाकर इस बात की जानकारी प्राप्त करनी चाहिए. सरकार को सदन में इस रिपोर्ट के बारे में भी स्पष्ट करना चाहिए.

पढ़ेंं - संसद का दिखा ऐसा नजारा - मास्क पहने पॉली कार्बन शीट के पीछे बैठे सांसद

उन्होंने आगे जानकारी दी कि कल एक रक्षा सलाहकार समिति की बैठक है, जिसे लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बुलाई है. इसलिए, कांग्रेस सहित विपक्षी दल इस मुद्दे को जरूर उठाएंगे.

इससे पहले पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह सवाल किया कि क्या सरकार को इस गंभीर मामले के बारे में पता था? उन्होंने ट्वीट किया अगर यह सही है तो क्या मोदी सरकार को इस गंभीर मामले का पहले पता था? या भारत सरकार को पता ही नहीं चला की हमारी मुखबरी हो रही है?

सुरजेवाला ने यह सवाल भी किया कि भारत सरकार देश के सामरिक हितों की सुरक्षा करने में बार-बार 'विफल' क्यों हो रही है? उन्होंने कहा कि चीन को अपनी हरकतों से बाज आने का स्पष्ट संदेश देना चाहिए.

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