जयपुर : राजस्थान के जैसलमेर में इन दिनों में अक्षय कुमार स्टारर फिल्म 'बच्चन पांडे' की शूटिंग चल रही है, जो विवादों में घिरती नजर आ रही है. फिल्म की शूटिंग के दौरान कोविड-19 गाइडलाइन का उल्लंघन करने और जैसलमेर के पर्यटक स्थलों को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया गया है.
स्थानीय सीजेएम कोर्ट में आदित्य शर्मा की ओर से अधिवक्ता कंवरराज सिंह ने फिल्म की स्टारकास्ट अक्षय कुमार, जैकलीन फर्नांडीस, कृति सेनन, अरशद वारसी और प्रोड्यूसर साजिद नाडियावाला व विक्रांत टंडन के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी.
मामले में कोर्ट ने विक्रांत टंडन को समन जारी कर 'बच्चन पांडे' की शूटिंग की मंजूरी के दस्तावेज पेश करने के निर्देश दिए हैं, जिसके जवाब में फिल्म निर्माताओं की तरफ से अधिवक्ता दीपक चौहान ने जवाब पेश किया.
पढ़ें :- 'बच्चन पांडे' का नया पोस्टर आउट, नई रिलीज डेट का भी हुआ ऐलान
उन्होंने कहा कि मामला दायर करने वाले ने कोर्ट में अपने बयान दर्ज नहीं कराए हैं और न ही तथ्यों के संबंध में कोई साक्ष्य पेश किए गए हैं. यह मामला केवल कोर्ट को गुमराह और प्रार्थियों को परेशान करने के लिए दायर किया गया है.
उन्होंने कहा कि मामला दायर होने पर दंड प्रक्रिया सहिंता की धारा 200 या 202 की पालना करना जरूरी है और प्रसंज्ञान लेने के बाद ही कोर्ट आरोपियों को तलब कर सकता है, इस स्तर पर कोर्ट साक्ष्य के दस्तावेज नहीं मांग सकता.
इस पर कोर्ट ने फिल्म निर्माता के जवाब का निपटारा करते हुए फिल्म निर्माताओं को शूटिंग की मंजूरी के दस्तावेज पेश करने के लिए कहा है. इस मामले में शनिवार को मामला दायर करने वाले के बयान भी दर्ज हाेंगे.
फिल्म 'बच्चन पांडे' साल 2014 में आई तमिल फिल्म वीरम का रिमेक है. फिल्म को फरहद सामजी डारेक्ट कर रहे हैं.