देहरादूनः कांजी हाउस में 102 गोवंश की मौतों के बाद से उत्तराखंड शासन-प्रशासन में हड़कंप मचा है. अब सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी इस बात को स्वीकार किया है कि कांजी हाउस में बड़ी संख्या में गोवंशों की मौत हुई है. इस खबर को सबसे पहले ईटीवी भारत ने प्रकाशित किया था, जिसके बाद से नगर निगम एक्शन और सरकार एक्शन में आ गई है.
मीडिया से गुरुवार को बात करते हुए सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने माना कि एक महीने में करीब 102 गोवंशों की मौत हुई है. सीएम ने कहा कि कांजी हाउस में वे पशु रखे जाते हैं जो बीमार होते हैं या फिर दुर्घटना में घायल हो जाते हैं. जिनकी मौत हुई है. उन्होंने कहा कि ये मौत का आंकड़ा एक दिन का नहीं एक महीने का है.
अधिकारियों ने किया निरीक्षण
वहीं खबर प्रकाशित होने के दूसरे दिन अधिकारियों की टीम कांजी हाउस पहुंच गई. इस दौरान उन्होंने वहां के हालात का निरीक्षण किया है. जिसके बाद सीएम ने भी गोवंश की मौत की बात स्वीकार की.
उत्तराखंड सरकार गौ संरक्षण एवं सवंर्धन की बड़ी-बड़ी बातें तो लगातार कर रही है, लेकिन कांजी हाउस में बंद गोवंशों की हालत इतनी बद्दतर हो गई है कि देख-रेख के अभाव में लगातार इनकी मौत हो रही है. कांजी हाउस में बंद गोवंशों की दुर्दशा देखकर आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां किस तरह से गोवंशों का रख-रखाव किया जा रहा है. देहरादून के केदारपुरम में बने कांजी हाउस की हालत इतनी बदतर है कि मरी हुई गोवंशों को कौए खा रहे हैं. बाकी जो गोवंशों हैं वो मरणासन्न हालत में हैं.