नई दिल्ली: विश्व हिन्दू परिषद अब पाकिस्तान से भारत आये हिन्दू शरणार्थियों के अधिकारों के लिये देशव्यापी अभियान चलाएगी. इस अभियान के तहत विहिप सबसे पहले सांसद संपर्क अभियान के तहत देश के सभी सांसदों को मिल कर ज्ञापन सौंपेगी.
विश्व हिन्दू परिषद की मांग है कि पाकिस्तान से आये पीड़ित हिन्दुओं को भारत में नागरिक अधिकार दिए जाएं.
विहिप सचिव प्रशांत हरतालकर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि आजादी के समय पाकिस्तान में हिन्दू और अन्य अल्पसंख्यकों की संख्या 16 % थी जो अब घट कर 2 से 3 प्रतिशत रह गई है.
विहिप नेता ने पाकिस्तान में हिंदुओं की प्रताड़ना और नरसंहार तक का आरोप लगाते हुए कहा कि वहाँ किसी भी स्थिति में हिन्दू सुरक्षित नहीं हैं. बड़े स्तर पर जबरन धर्मांतरण और हिन्दू बच्चियों के अपहरण की घटनाएं भी सामने आती रहती हैं , ऐसे में भारत सरकार का कर्तव्य है कि वो वहाँ से भारत में शरण लिये हिंदुओं की भी चिंता करे.
पढ़ें- चेन्नई जल संकटः देश-विदेश में बढ़ी चिंता, सीएम बोले- जल्द होगा समाधान
2016 में मोदी सरकार ने इन सभी अल्पसंख्यकों के लिये संसद में नागरिकता कानून बनाने का प्रस्ताव रखा था लेकिन विरोधी दलों ने इसे पारित नहीं होने दिया.
विश्व हिन्दू परिषद ने विपक्षी दलों पर रोहंगिया के विरोध में एक भी शब्द न बोलने को ले कर भी आरोप लगाए हैं.
पाकिस्तानी हिन्दू शरणार्थियों के लिये नागरिकता अधिकार के साथ साथ कई अन्य मांगें भी विश्व हिन्दू परिषद ने मोदी सरकार के सामने रखी हैं और इन्हीं मांगों के साथ विहिप का प्रतिनिधिमंडल देश के सभी सांसदों से भी मिलेगा.
विहिप का ये अभियान तत्काल प्रभाव से शुरू हो जाएगा और 14 अगस्त तक चलेगा. इतना ही नहीं, विहिप नेताओं का प्रतिनिधिमंडल इस विषय मे प्रधानमंत्री मोदी से भी मिलना चाहता है और उसके लिये मिलने का समय भी मांगा है.