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टिक-टॉक का विकल्प है भारतीय एप चिंगारी, 30 लाख लोगों ने किया डाउनलोड

भारत सरकार ने देश की सुरक्षा को देखते हुए 59 चीनी एप पर प्रतिबंध लगा दिया, जिसमें टिक-टॉक एप भी शामिल है. देश में टिक-टॉक के विकल्प में चिंगारी एप मौजूद है. इस एप को देश में तीस लाख लोगों ने आज डाउनलोड कर लिया है. यह एप गूगल प्ले स्टोर और एप्पल एप उपलब्ध है. पढ़ें पूरी खबर...

Chingari app
चिंगारी एप
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Published : Jul 1, 2020, 12:45 AM IST

Updated : Jul 1, 2020, 2:21 AM IST

बेंगलुरु : राष्ट्रीय सुरक्षा को देखते हुए सरकार द्वारा 59 चीनी एप पर प्रतिबंध लगा दिया, जिसमें टिक-टॉक भी शामिल है. इसके बाद टिक-टॉक का ही विकल्प भारतीय एप-चिंगारी को लोगों का प्यार मिलने लगा. इस एप को 30 लाख लोगों ने डॉउनलोड कर लिया है. इस एप को बेंगलुरु स्थित प्रोग्रामर बिस्वत्मा नायक और सिद्धार्थ गौतम ने पिछले साल बनाया था, यह एप गूगल प्ले स्टोर पर शीर्ष स्थान पर चल रहा है.

नायक ने कहा, 'चूंकि भारतीयों को इस समय देसी और टिक-टॉक की तरह ही प्लेटफार्म की जरुरत थी, इसलिए हम उनके अपेक्षाओं पर खरे उतरने का प्रयास कर रहे हैं. चिंगारी एप एक नया बेंचमार्क सेट कर रहा है, बहुत सारे निवेशक हमारे एप में रुचि दिखा रहे हैं. हम इस प्लेटफार्म को समाज के लिए मुफ्त सेवा देंगे.

उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने टिक-टॉक का कभी उपयोग नहीं किया, लेकिन इस देसी एप का समर्थन करते हुए उन्होंने इसे डॉउनलोड किया.

उन्होंने ट्वीट किया, 'आप को और ताकत देता हूं.'

चिंगारी ऐप की कुछ विशेषताएं हैं :

  • चिंगारी यूजर्स को वीडियो डाउनलोड करने और अपलोड करने, दोस्तों के साथ चैट करने, नए लोगों के साथ बातचीत करने, सामग्री साझा करने और फीड के माध्यम से ब्राउज करने की अनुमति देता है.
  • चिंगारी उपयोगकर्ता को व्हाट्सएप स्टेटस, वीडियो, ऑडियो क्लिप, जीआईएफ स्टिकर और फोटो के साथ रचनात्मक प्राप्त करने का अवसर मिलता है.
  • यह एप्लिकेशन अंग्रेजी, हिंदी, बंगला, गुजराती, मराठी, कन्नड़, पंजाबी, मलयालम, तमिल और तेलुगु भाषा में उपलब्ध है.
  • वीडियो अपलोड करने पर उपयोगकर्ता को कुछ प्वाइंट मिलेंगे, जिसे वह आसानी से पैसों में बदल सकता है.
  • यह एप गूगल प्ले स्टोर और एप्पल एप स्टोर पर आसानी से उपलब्ध है.

चिनगरी एप के सह-संस्थापक और मुख्य प्रोडक्ट अधिकारी सुमित घोष ने चीनी एप पर प्रतिबंध लगाने वाले सरकार के फैसले का स्वागत किया.

पढ़ें : भारत में चीनी एप पर बैन : सरकार के फैसले का कैट ने किया स्वागत

उन्होंने कहा कि लंबे समय के लिए, टिक-टॉक उपयोगकर्ताओं पर जासूसी कर रहा है और चीन को डेटा वापस भेज रहा है. हम खुश हैं कि लोगों की सुरक्षा के लिए यह कदम उठाया गया.

बेंगलुरु : राष्ट्रीय सुरक्षा को देखते हुए सरकार द्वारा 59 चीनी एप पर प्रतिबंध लगा दिया, जिसमें टिक-टॉक भी शामिल है. इसके बाद टिक-टॉक का ही विकल्प भारतीय एप-चिंगारी को लोगों का प्यार मिलने लगा. इस एप को 30 लाख लोगों ने डॉउनलोड कर लिया है. इस एप को बेंगलुरु स्थित प्रोग्रामर बिस्वत्मा नायक और सिद्धार्थ गौतम ने पिछले साल बनाया था, यह एप गूगल प्ले स्टोर पर शीर्ष स्थान पर चल रहा है.

नायक ने कहा, 'चूंकि भारतीयों को इस समय देसी और टिक-टॉक की तरह ही प्लेटफार्म की जरुरत थी, इसलिए हम उनके अपेक्षाओं पर खरे उतरने का प्रयास कर रहे हैं. चिंगारी एप एक नया बेंचमार्क सेट कर रहा है, बहुत सारे निवेशक हमारे एप में रुचि दिखा रहे हैं. हम इस प्लेटफार्म को समाज के लिए मुफ्त सेवा देंगे.

उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने टिक-टॉक का कभी उपयोग नहीं किया, लेकिन इस देसी एप का समर्थन करते हुए उन्होंने इसे डॉउनलोड किया.

उन्होंने ट्वीट किया, 'आप को और ताकत देता हूं.'

चिंगारी ऐप की कुछ विशेषताएं हैं :

  • चिंगारी यूजर्स को वीडियो डाउनलोड करने और अपलोड करने, दोस्तों के साथ चैट करने, नए लोगों के साथ बातचीत करने, सामग्री साझा करने और फीड के माध्यम से ब्राउज करने की अनुमति देता है.
  • चिंगारी उपयोगकर्ता को व्हाट्सएप स्टेटस, वीडियो, ऑडियो क्लिप, जीआईएफ स्टिकर और फोटो के साथ रचनात्मक प्राप्त करने का अवसर मिलता है.
  • यह एप्लिकेशन अंग्रेजी, हिंदी, बंगला, गुजराती, मराठी, कन्नड़, पंजाबी, मलयालम, तमिल और तेलुगु भाषा में उपलब्ध है.
  • वीडियो अपलोड करने पर उपयोगकर्ता को कुछ प्वाइंट मिलेंगे, जिसे वह आसानी से पैसों में बदल सकता है.
  • यह एप गूगल प्ले स्टोर और एप्पल एप स्टोर पर आसानी से उपलब्ध है.

चिनगरी एप के सह-संस्थापक और मुख्य प्रोडक्ट अधिकारी सुमित घोष ने चीनी एप पर प्रतिबंध लगाने वाले सरकार के फैसले का स्वागत किया.

पढ़ें : भारत में चीनी एप पर बैन : सरकार के फैसले का कैट ने किया स्वागत

उन्होंने कहा कि लंबे समय के लिए, टिक-टॉक उपयोगकर्ताओं पर जासूसी कर रहा है और चीन को डेटा वापस भेज रहा है. हम खुश हैं कि लोगों की सुरक्षा के लिए यह कदम उठाया गया.

Last Updated : Jul 1, 2020, 2:21 AM IST
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