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EXCLUSIVE: छत्तीसगढ़ के क्वॉरेंटाइन सेंटर में गर्भवती को दवा तक नसीब नहीं

रायपुर के क्वॉरेंटाइन सेंटर में रहने वाली महिला ने ETV भारत से बातचीत में आरोप लगाया है कि सेंटर में उन्हें न तो दवा मिल रही है और न ही कोई डॉक्टर देखने आ रहा है. यहां प्रयास हॉस्टल में क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया गया है, जहां रहने वाली गर्भवती महिला ने सुविधाओं के अभावों और होने वाली दिक्कतों को बताया.

Chhattisgarh pregnant woman and children are not getting food in quarantine center
प्रतीकात्मक चित्र
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Published : Jun 16, 2020, 9:24 PM IST

रायपुर : छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. प्रदेश के कई जिलों से खबरें आ रही हैं कि कहीं हॉस्पिटल में बेड भर चुके हैं, तो कहीं सुविधा का अभाव है. इसी बीच राज्य सरकार ने गर्भवती महिलाओं के लिए अलग क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए, जिससे उन्हें परेशानी न हो लेकिन हकीकत उससे अलग है. राजधानी के क्वॉरेंटाइन सेंटर में रहने वाली महिला ने ETV भारत से बातचीत में आरोप लगाया है कि सेंटर में उन्हें न तो दवा मिल रही है और न ही कोई डॉक्टर देखने आ रहा है.

महिला ने ETV भारत से बातचीत की

यहां प्रयास हॉस्टल में क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया गया है. पति के कोविड-19 संक्रमित पाए जाने के बाद यहां लगाई गई एक सात माह की गर्भवती महिला को अलग से जो सुविधा मिलनी चाहिए, वो नहीं मिल पा रही है. यहां तक कि उन्हें गर्म पानी के लिए भी मोहताज होना पड़ा रहा है. महिला ने ETV भारत से फोन पर बात की. उसने बताया कि उसके पति वार्ड ब्वॉय हैं. वे संक्रमित हुए तो उसके बाद परिवार के सदस्यों को भी क्वॉरेंटाइन किया गया. उनके साथ छोटे-छोटे बच्चे भी हैं.

गर्भवती दवा और सुविधाओं के लिए हो रही परेशान

गर्भवती महिला बताती है कि शुक्रवार को उनका सैंपल लिया गया था. अब तक रिपोर्ट नहीं आई है. पहले से चल रही दवाई और पाउडर की जरूरत है, जिसे दूध से पीना पड़ता है. लेकिन यहां पानी में पाउडर पीना पड़ रहा है.

बाहर से मंगाना पड़ा सैनिटाइजर

कुछ दिन पहले ही सरकार ने घोषणा के मुताबिक गर्भवती महिलाओं के लिए अलग से क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया गया है. सरकार ने कहा कि उनका संबंधित चेकअप कराया जाएगा. टीकाकरण होगा और दवाईयां भी दी जाएंगी. लेकिन महिला का आरोप है कि सेंटर में व्यवस्थाओं की कमी है. सैनिटाइजर भी बाहर से मंगवाना पड़ रहा है.

पढ़ें- छत्तीसगढ़: क्वारंटाइन सेंटर में कितनी गर्भवती महिलाएं, स्वास्थ्य विभाग अनजान

महिला ने बताया कि जब से वो क्वॉरेंटाइन सेंटर आई है, किसी डॉक्टर या स्वास्थ्य कर्मचारी को नहीं देखा. यहां सिर्फ खाना देने एक व्यक्ति आता है. गर्भवती महिला बताती है कि चेकअप दूर की बात है, उसे लिखी हुई दवाईयां भी नहीं मिल पा रही हैं. साथ ही जरूरी सामान भी नहीं मिल पा रहा है.

पढ़ें- खबर का असर: मेकाहारा में कोरोना मरीज के आरोप पर स्वास्थ्य मंत्री ने दिए कार्रवाई के निर्देश

बच्चियां हुईं बीमार

गर्भवती महिला के साथ आई उनकी जेठानी बताती हैं कि उनके तीन बच्चे हैं. तीनों बेटियां हैं. बड़ी बेटी 8 साल की है, दूसरी 6 और तीसरी 11 महीने की है. तीसरी बेटी क्योंकि अनाज नहीं खा पाती इसलिए पाउडर के भरोसे है और दूध नहीं मिल पाने के कारण बीमार हो गई है.

पढ़ें-खबर का असर: मेकाहारा में सुधरी व्यवस्था, कोरोना मरीज ने ETV भारत को कहा- THANK YOU

हमने प्रदेश के बड़े अस्पतालों में से एक मेकाहारा में मरीजों का ध्यान न रखे जाने के आरोप की खबर दिखाई थी. वहां भर्ती एक मरीज ने मेकाहारा में अव्यवस्था का आरोप लगाया था. ETV भारत पर खबर दिखाए जाने के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने जांच और व्यवस्था सुधारने के निर्देश अस्पताल अधीक्षक को दिए थे. जिसके बाद मरीज ने ETV भारत को धन्यवाद कहा था.

रायपुर : छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. प्रदेश के कई जिलों से खबरें आ रही हैं कि कहीं हॉस्पिटल में बेड भर चुके हैं, तो कहीं सुविधा का अभाव है. इसी बीच राज्य सरकार ने गर्भवती महिलाओं के लिए अलग क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए, जिससे उन्हें परेशानी न हो लेकिन हकीकत उससे अलग है. राजधानी के क्वॉरेंटाइन सेंटर में रहने वाली महिला ने ETV भारत से बातचीत में आरोप लगाया है कि सेंटर में उन्हें न तो दवा मिल रही है और न ही कोई डॉक्टर देखने आ रहा है.

महिला ने ETV भारत से बातचीत की

यहां प्रयास हॉस्टल में क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया गया है. पति के कोविड-19 संक्रमित पाए जाने के बाद यहां लगाई गई एक सात माह की गर्भवती महिला को अलग से जो सुविधा मिलनी चाहिए, वो नहीं मिल पा रही है. यहां तक कि उन्हें गर्म पानी के लिए भी मोहताज होना पड़ा रहा है. महिला ने ETV भारत से फोन पर बात की. उसने बताया कि उसके पति वार्ड ब्वॉय हैं. वे संक्रमित हुए तो उसके बाद परिवार के सदस्यों को भी क्वॉरेंटाइन किया गया. उनके साथ छोटे-छोटे बच्चे भी हैं.

गर्भवती दवा और सुविधाओं के लिए हो रही परेशान

गर्भवती महिला बताती है कि शुक्रवार को उनका सैंपल लिया गया था. अब तक रिपोर्ट नहीं आई है. पहले से चल रही दवाई और पाउडर की जरूरत है, जिसे दूध से पीना पड़ता है. लेकिन यहां पानी में पाउडर पीना पड़ रहा है.

बाहर से मंगाना पड़ा सैनिटाइजर

कुछ दिन पहले ही सरकार ने घोषणा के मुताबिक गर्भवती महिलाओं के लिए अलग से क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया गया है. सरकार ने कहा कि उनका संबंधित चेकअप कराया जाएगा. टीकाकरण होगा और दवाईयां भी दी जाएंगी. लेकिन महिला का आरोप है कि सेंटर में व्यवस्थाओं की कमी है. सैनिटाइजर भी बाहर से मंगवाना पड़ रहा है.

पढ़ें- छत्तीसगढ़: क्वारंटाइन सेंटर में कितनी गर्भवती महिलाएं, स्वास्थ्य विभाग अनजान

महिला ने बताया कि जब से वो क्वॉरेंटाइन सेंटर आई है, किसी डॉक्टर या स्वास्थ्य कर्मचारी को नहीं देखा. यहां सिर्फ खाना देने एक व्यक्ति आता है. गर्भवती महिला बताती है कि चेकअप दूर की बात है, उसे लिखी हुई दवाईयां भी नहीं मिल पा रही हैं. साथ ही जरूरी सामान भी नहीं मिल पा रहा है.

पढ़ें- खबर का असर: मेकाहारा में कोरोना मरीज के आरोप पर स्वास्थ्य मंत्री ने दिए कार्रवाई के निर्देश

बच्चियां हुईं बीमार

गर्भवती महिला के साथ आई उनकी जेठानी बताती हैं कि उनके तीन बच्चे हैं. तीनों बेटियां हैं. बड़ी बेटी 8 साल की है, दूसरी 6 और तीसरी 11 महीने की है. तीसरी बेटी क्योंकि अनाज नहीं खा पाती इसलिए पाउडर के भरोसे है और दूध नहीं मिल पाने के कारण बीमार हो गई है.

पढ़ें-खबर का असर: मेकाहारा में सुधरी व्यवस्था, कोरोना मरीज ने ETV भारत को कहा- THANK YOU

हमने प्रदेश के बड़े अस्पतालों में से एक मेकाहारा में मरीजों का ध्यान न रखे जाने के आरोप की खबर दिखाई थी. वहां भर्ती एक मरीज ने मेकाहारा में अव्यवस्था का आरोप लगाया था. ETV भारत पर खबर दिखाए जाने के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने जांच और व्यवस्था सुधारने के निर्देश अस्पताल अधीक्षक को दिए थे. जिसके बाद मरीज ने ETV भारत को धन्यवाद कहा था.

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