जयपुर : पोलियो के कारण जन्म से दिव्यांग हुए और विशेष रूप से दिव्यांग बच्चों के लिए देश में चैरिटेबल अस्पताल चलाने वाले धर्मार्थ संस्था-नारायण सेवा संस्थान ने भारत के सात राज्यों में आर्टिफिशियल लिम्ब मेजरमेंट और डिस्ट्रीब्यूशन कैंप शुरू करने की घोषणा की है.
राजस्थान के उदयपुर स्थित संस्थान ने कहा है कि कोविड-19 के दौरान सात राज्यों में वरिष्ठ प्रोस्थेटिक्स और ऑर्थोटिक्स विशेषज्ञ टीम द्वारा आर्टिफिशियल लिम्ब मेजरमेंट और डिस्ट्रीब्यूशन कैंप का आयोजन किया जाएगा.
रविवार को जयपुर और दिल्ली में इन शिविरों का आयोजन वरिष्ठ प्रोस्थेटिक्स और ऑर्थोटिक्स विशेषज्ञ टीम के माध्यम से किया जाएगा, जहां पोलियो से प्रभावित लोगों का निरीक्षण किया जाएगा.
साथ ही उन लोगों की भी मदद की जाएगी, जिन्होंने मधुमेह, दुर्घटनाओं आदि के कारण अपने पैर खो दिए हैं.
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आगामी शिविर नई दिल्ली और राजस्थान सहित गुजरात, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश में आयोजित किए जाएंगे.
पद्मश्री से सम्मानित नारायण सेवा संस्थान के कैलाश अग्रवाल ने कहा, '34 साल की यात्रा में नारायण सेवा संस्थान ने 42,02550 अलग-अलग व्यक्तियों की सुधारात्मक सर्जरी को सफलतापूर्वक संचालित किया है और 27,1153 व्हीलचेयर, 29,1539 बैसाखी और 35,2797 कैलिपर्स जरूरतमंदों में वितरित किया गया है.'
नारायण सेवा संस्थान के अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल ने कहा, 'न्यू नॉर्मल में हम सात राज्यों में आर्टिफिशियल लिम्ब मेजरमेंट और डिस्ट्रीब्यूशन कैंप का आयोजन कर रहे हैं, ताकि प्रत्येक वंचित और निराश्रितों की मदद कर उन्हें सशक्त बनाया जा सके.'
उन्होंने कहा कि कोविड-19 के बीच, हम अलग-अलग तरह से दिव्यांगों को मुख्यधारा में लाने के लिए उन्हें श्रवण यंत्र, तिपहिया और व्हीलचेयर प्रदान करके उनकी आजीविका फिर से शुरू करने की कोशिश कर रहे हैं. हाल ही में, नारायण सेवा संस्थान ने निराश्रित और अभावग्रस्त लोगों के बीच 100 कृत्रिम अंगों को मुफ्त में वितरित किया है.