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'अंग दान' में लोगों की भागीदारी और जागरूकता अहम है: अश्विनी कुमार चौबे - अश्विनी कुमार चौबे

राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने अंग दान को लेकर मीडिया से बातचीत की. इस दौरान जहां एक ओर उन्होंने अंग दाताओं की कमजोर दर पर चिंता जाहिर की तो वहीं दूसरी ओर इस मुद्दे पर लोगों की भागीदारी और उनकी जागरूकता को अहम बताया. और क्या कुछ बोले चौबे पढ़ें पूरी खबर.

राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे
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Published : Jul 8, 2019, 10:22 PM IST

Updated : Jul 8, 2019, 10:32 PM IST

नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भारत में स्वैच्छिक अंग दाताओं की कमजोर दर पर चिंता व्यक्त की. इस दौरान मंत्रालय ने अगले पांच वर्षों में देशभर में एक करोड़ स्वैच्छिक अंग दाताओं को पंजीकृत करने की भी बात कही.

इस संबंध में स्वास्थ्य एंव परिवार कल्याण के राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने मीडिया से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि लोगों की भागीदारी और उनकी जागरूकता अंग दाताओं को प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है.

मीडिया से बातचीत करते हुए अश्विनी कुमार चौबे

उन्होंने दुख जताते हुए कहा, 'मानव अंगों के अधिनियम 1994 के प्रत्यारोपण के कई वर्षों बाद भी केवल 16 राज्यों ने ही इसे प्रत्यारोपित किया है.' उन्होंने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि देश के सभी राज्य इस अधिनियम के क्रियान्वयन के लिए प्रतिबध हों.

पढ़ें: गोवंश तस्करों को ग्रामीणों ने पकड़ा, लगवाए गौ माता की जय के नारे

उन्होंने कहा कि उनका मंत्रालय 'अंगदान, महादान, महाकल्याण' पर जोर देते हुए एक डाक टिकट निकालेगा. चौबे ने कहा कि इसके लिए हमें बड़े पैमाने पर अभियान चलाने के अलावा स्कूलों से शस्त्रागार भी बनाना चाहिए.

मीडिया से बातचीत करते हुए अश्विनी कुमार चौबे

आपको बता दें, सरकारी आंकड़ों के अनुसार भारत में पिछले तीन वर्षों में केवल 27500 अंग दान किये गए हैं. वहीं चौबे ने भारत में बड़े पैमाने पर फैलते गैरकानूनी अंग प्रत्यारोपण को लेकर भी गंभीर चिंता व्यक्त की है.

उन्होंने कहा, 'अवैध अंग प्रत्यारोपण को रोकने के लिए पहले से ही कानून मौजूद है लेकिन अब हम इस मुद्दे को लेकर ओर भी सख्त हो जाएंगे.'

बता दें, राष्ट्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (NOTTO) द्वारा ट्रांसप्लांटेशन ऑफ ह्यूमन ऑर्गन एक्ट 1994 (THOA) की सिल्वर जुबली के लिए एक समारोह आयोजित किया गया है. इस मौके पर स्वास्थ्य एंव परिवार कल्याण के राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने मीडिया से बातचीत करते हुए अपने विचार साझा किये.

नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भारत में स्वैच्छिक अंग दाताओं की कमजोर दर पर चिंता व्यक्त की. इस दौरान मंत्रालय ने अगले पांच वर्षों में देशभर में एक करोड़ स्वैच्छिक अंग दाताओं को पंजीकृत करने की भी बात कही.

इस संबंध में स्वास्थ्य एंव परिवार कल्याण के राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने मीडिया से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि लोगों की भागीदारी और उनकी जागरूकता अंग दाताओं को प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है.

मीडिया से बातचीत करते हुए अश्विनी कुमार चौबे

उन्होंने दुख जताते हुए कहा, 'मानव अंगों के अधिनियम 1994 के प्रत्यारोपण के कई वर्षों बाद भी केवल 16 राज्यों ने ही इसे प्रत्यारोपित किया है.' उन्होंने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि देश के सभी राज्य इस अधिनियम के क्रियान्वयन के लिए प्रतिबध हों.

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उन्होंने कहा कि उनका मंत्रालय 'अंगदान, महादान, महाकल्याण' पर जोर देते हुए एक डाक टिकट निकालेगा. चौबे ने कहा कि इसके लिए हमें बड़े पैमाने पर अभियान चलाने के अलावा स्कूलों से शस्त्रागार भी बनाना चाहिए.

मीडिया से बातचीत करते हुए अश्विनी कुमार चौबे

आपको बता दें, सरकारी आंकड़ों के अनुसार भारत में पिछले तीन वर्षों में केवल 27500 अंग दान किये गए हैं. वहीं चौबे ने भारत में बड़े पैमाने पर फैलते गैरकानूनी अंग प्रत्यारोपण को लेकर भी गंभीर चिंता व्यक्त की है.

उन्होंने कहा, 'अवैध अंग प्रत्यारोपण को रोकने के लिए पहले से ही कानून मौजूद है लेकिन अब हम इस मुद्दे को लेकर ओर भी सख्त हो जाएंगे.'

बता दें, राष्ट्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (NOTTO) द्वारा ट्रांसप्लांटेशन ऑफ ह्यूमन ऑर्गन एक्ट 1994 (THOA) की सिल्वर जुबली के लिए एक समारोह आयोजित किया गया है. इस मौके पर स्वास्थ्य एंव परिवार कल्याण के राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने मीडिया से बातचीत करते हुए अपने विचार साझा किये.

Intro:New Delhi: Expressing concern over the law rate of voluntary organ donors in India, the Union Health Ministry on Monday vouched to register one crore donors across the country in next five years.


Body:"People's participation and people's awareness is the key for encouraging organ donors. It's sad that even after years of the Transplations of Human Organs Act, 1994, hardly 16 states have implanted it. We have to ensure that all the states across India implement the Act," said Minister of State for Health and Family Welfare Ashwini Kumar Chaubey.

He said that his ministry will bring out a postal stamp highlighting Angadan, Mahadaan, Mahakalyan.

"We should create armwares right from schools, besides organising a massive campaign for this," said Chaubey.

According to government statistics 27500 organ donation took place in India in last three years.

He has also expressed serious concern over the factvthat large scale of illegal organ transplant takes place in India.

"There is already a law to counter the threat of illegal organ transplantation. But we will be very strict from now onwards," said Chaubey.


Conclusion:The junior minister in health and family welfare ministry was talking to the media on the sideline of the silver jubilee celebrations of Transplantation of Human Organ Act, 1994, (THOA) organised by National Organ and Tissue Transplant Organisation (NOTTO).

end.
Last Updated : Jul 8, 2019, 10:32 PM IST
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