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थाली से गायब हो रहा प्‍याज निकाल रहा आंसू, जानें क्या हैं भाव

तेजी से आसमान छू रहे प्याज के दामों ने आम आदमी की थाली से प्याज गायब कर दी है. प्याज के दामों में लगातार बढ़त हो रही है. त्योहारों के सीजन में पूरे देश को प्याज आंसू निकाल रहा है. देश के हर राज्य में दिनोंदिन उछाल मारते प्याज के दाम अब मांसाहारी और शाकाहारी हर तरह के जायके का स्वाद फीका कर रहे हैं. मंहगाई के कारण किचन से प्याज गायब होने के कारण महिलाओं को व्यंजनों का मेन्यू बदलने के लिए मजबूर कर दिया है.

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प्याज के दाम
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Published : Oct 27, 2020, 12:40 PM IST

नई दिल्ली : देश में इन दिनों ऐसी कोई सब्‍जी नहीं रही जिसका दाम पहले की अपेक्षा ज्‍यादा न रहा हो. सब्जियों के लगातार बढ़ते दाम ने आम लोगों को हैरान और परेशान कर दिया है. सब्जियों के दाम लगातार बढ़ रहे हैं. इन सभी में आलू और प्‍याज के दाम तो बेतहाशा बढ़ रहे हैं. जिसके बाद अब आम आदमी की रसोई में खाने का स्वाद अब कम होता जा रहा है.

प्याज पिछले साल की तरह उपभोक्ताओं के आंसू निकाल रहा है. बरसात में फसल खराब होने की वजह से प्याज के दाम लगातार आसमान छू रहे हैं, जिससे आम उपभोक्ता परेशान हैं. प्याज की कीमत को नियंत्रित करने के लिए, केंद्र सरकार ने थोक विक्रेताओं के लिए 25 टन और खुदरा विक्रेताओं के लिए दो टन की भंडारण सीमा निर्धारित की है. इस फैसले के कारण, नासिक जिले में लगभग सभी बाजार समितियों में प्याज की नीलामी बंद कर दी गई है. जमाखोरी पर प्रतिबंध हैं.

नीलामी में भाग नहीं लेने का सीमा व्यापारियों का फैसला
थोक विक्रेताओं के लिए 25 टन तक और खुदरा विक्रेताओं के लिए दो टन तक प्याज भंडारण की सीमा व्यापारियों ने नीलामी में भाग नहीं लेने का फैसला किया है क्योंकि ऐसा करने में कठिनाइयां होंगी. इस निर्णय के कारण, नासिक जिले के लासलगांव, पिंपलगांव बसवंत, मनमाड, नंदगांव, चंदवाड़, येओला और अन्य बाज़ार समितियों में प्याज की नीलामी अनिश्चित काल के लिए बंद कर दी जाएगी.

पढ़ें: सोनिया गांधी का संदेश, कहा- बिहार में बंदी सरकार, अब बदलाव की बयार

दिल्ली, मुंबई, चेन्नई का ये है हाल
सरकार के दखल के बाद दिल्ली, मुंबई और चेन्नई जैसे प्रमुख बाजारों में प्याज के थोक भाव में 10 रुपये किलो तक की कमी आयी है. सरकारी आंकड़ों में इसकी जानकारी मिली है. सरकार ने प्याज की आसमान छूती कीमतों के मद्देनजर इसके भंडारण की अधिकतम सीमा तय कर दी है. इसके अलावा निर्यात पर रोक के साथ ही आयात बढ़ाने के भी उपाय किये गये हैं.

महाराष्ट्र में प्याज के भाव पांच रुपये की गिरावट
सरकार के दखल के एक दिन बाद उत्पादक क्षेत्रों में भी कीमतों में नरमी आयी है. उदाहरण के लिये महाराष्ट्र के लासलगांव में इसके भाव में पांच रुपये की गिरावट आयी है और यह 51 रुपये किलो पर आ गया है. बता दें कि लासलगांव एशिया में प्याज की सबसे बड़ी थोक मंडी है.

चेन्नई में थोक प्याज की कीमतें 66 रुपये किलो
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, चेन्नई में थोक प्याज की कीमतें 23 अक्टूबर को 76 रुपये प्रति किलोग्राम से कम होकर 24 अक्टूबर को 66 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गयीं.

मुंबई, बेंगलुरू और भोपाल में कीमत
इसी तरह, मुंबई, बेंगलुरू और भोपाल में भी दरें पांच से छह रुपये प्रति किलो गिरकर क्रमश: 70 रुपये प्रति किलोग्राम, 64 रुपये प्रति किलोग्राम और 40 रुपये प्रति किलोग्राम हो गयीं हैं. इन उपभोग बाजारों में दैनिक आवक में कुछ सुधार होने के बाद कीमतों में गिरावट आयी है.

पढ़ें: 'अगले साल यात्रा के लिए तैयार हैं पर्यटक, घर से ज्यादा दूर जाने की चाह नहीं'

दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरु का हाल
आंकड़ों के अनुसार, दुनिया की सबसे बड़ी सब्जी मंडी दिल्ली की आजादपुर मंडी में दैनिक आवक बढ़ कर 530 टन से अधिक हो गयी है. मुंबई में आवक 885 टन से बढ़कर 1,560 टन हो गयी है. दैनिक आवक चेन्नई में 1,120 टन से बढ़ कर 1,400 टन और बेंगलुरु में 2,500 टन से बढ़कर 3,000 टन तक पहुंच गयी है.

इन शहरों का भी हाल बेहाल
हालांकि, लखनऊ, भोपाल, अहमदाबाद, अमृतसर, कोलकाता और पुणे जैसे शहरों में अभी आवक नहीं सुधरी है.

तेलंगाना सरकार का फैसला
तेलंगाना सरकार ने शनिवार को किसान बाजारों के जरिए 35 रुपये प्रति किलो की दर से प्याज बेचने का फैसला किया. गौरतलब है कि खुले बाजारों में प्याज की कीमतों में तेजी से इजाफा हुआ है. एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक सरकार द्वारा संचालित 11 रायतु (किसान) बाजारों में आज से सस्ती दरों पर प्याज मिलने लगा है.

प्याज के लिए पहचान पत्र जरूरी
राज्य की राजधानी में स्थित रायतु बाजारों में छोटे किसान सीधे उपभोक्ताओं को सब्जियां बेच सकते हैं. विज्ञप्ति के मुताबिक एक व्यक्ति को सिर्फ दो किलो प्याज ही बेचा जाएगा और प्याज खरीदने के लिए ग्राहक के पास पहचान पत्र भी होना चाहिए.

पढ़ें:आसमान में फिर दिखेगा दुर्लभ नजारा, 31 अक्टूबर को होगा 'ब्लू मून'

दाम पर अंकुश लगाने के लिये स्टॉक सीमा लागू
घरेलू बाजार में उपलब्धता बढ़ाने और प्याज की बढ़ती कीमतों से उपभोक्ताओं को राहत पहुंचाने के लिए केंद्र सरकार ने बीते शुक्रवार को खुदरा और थोक विक्रेताओं दोनों पर तत्काल प्रभाव से 31 दिसंबर तक के लिये स्टॉक सीमा लागू कर दी.

दो टन तक माल रख सकेंगे खुदरा व्यापारी
खुदरा व्यापारी अपने गोदाम में अब केवल दो टन तक प्याज का स्टॉक रख सकते हैं, जबकि थोक व्यापारियों को 25 टन तक प्याज रखने की अनुमति होगी. यह कदम प्याज की जमाखोरी और कालाबाजारी को रोकने के लिये उठाया गया है पिछले कुछ हफ्तों में भारी बारिश के कारण उत्पादक क्षेत्रों में प्याज की खरीफ फसल को पहुंचे नुकसान और उसके साथ-साथ इसकी जमाखोरी के कारण प्याज की कीमतें बढ़कर 75 रुपये प्रति किलो से ऊपर पहुंच गई हैं.

मंत्री पीयूष गोयल का ट्वीट
उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट किया कि मोदी सरकार ने जमाखोरी रोकने और दाम पर अंकुश के लिए यह कदम उठाया है. प्याज के खुदरा विक्रेताओं और थोक व्यापारियों पर स्टॉक सीमा लगाई गई है.

घरेलू आपूर्ति बढ़ाने का फैसला
प्याज की बढ़ती कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए किए गए अन्य उपायों पर प्रकाश डालते हुए, सचिव ने कहा कि सरकार ने आयात के जरिये घरेलू आपूर्ति बढ़ाने का फैसला किया गया है. सरकारी स्वामित्व वाली एमएमटीसी जल्द ही लाल प्याज का आयात करने के लिए निविदा जारी करेगी.

नई दिल्ली : देश में इन दिनों ऐसी कोई सब्‍जी नहीं रही जिसका दाम पहले की अपेक्षा ज्‍यादा न रहा हो. सब्जियों के लगातार बढ़ते दाम ने आम लोगों को हैरान और परेशान कर दिया है. सब्जियों के दाम लगातार बढ़ रहे हैं. इन सभी में आलू और प्‍याज के दाम तो बेतहाशा बढ़ रहे हैं. जिसके बाद अब आम आदमी की रसोई में खाने का स्वाद अब कम होता जा रहा है.

प्याज पिछले साल की तरह उपभोक्ताओं के आंसू निकाल रहा है. बरसात में फसल खराब होने की वजह से प्याज के दाम लगातार आसमान छू रहे हैं, जिससे आम उपभोक्ता परेशान हैं. प्याज की कीमत को नियंत्रित करने के लिए, केंद्र सरकार ने थोक विक्रेताओं के लिए 25 टन और खुदरा विक्रेताओं के लिए दो टन की भंडारण सीमा निर्धारित की है. इस फैसले के कारण, नासिक जिले में लगभग सभी बाजार समितियों में प्याज की नीलामी बंद कर दी गई है. जमाखोरी पर प्रतिबंध हैं.

नीलामी में भाग नहीं लेने का सीमा व्यापारियों का फैसला
थोक विक्रेताओं के लिए 25 टन तक और खुदरा विक्रेताओं के लिए दो टन तक प्याज भंडारण की सीमा व्यापारियों ने नीलामी में भाग नहीं लेने का फैसला किया है क्योंकि ऐसा करने में कठिनाइयां होंगी. इस निर्णय के कारण, नासिक जिले के लासलगांव, पिंपलगांव बसवंत, मनमाड, नंदगांव, चंदवाड़, येओला और अन्य बाज़ार समितियों में प्याज की नीलामी अनिश्चित काल के लिए बंद कर दी जाएगी.

पढ़ें: सोनिया गांधी का संदेश, कहा- बिहार में बंदी सरकार, अब बदलाव की बयार

दिल्ली, मुंबई, चेन्नई का ये है हाल
सरकार के दखल के बाद दिल्ली, मुंबई और चेन्नई जैसे प्रमुख बाजारों में प्याज के थोक भाव में 10 रुपये किलो तक की कमी आयी है. सरकारी आंकड़ों में इसकी जानकारी मिली है. सरकार ने प्याज की आसमान छूती कीमतों के मद्देनजर इसके भंडारण की अधिकतम सीमा तय कर दी है. इसके अलावा निर्यात पर रोक के साथ ही आयात बढ़ाने के भी उपाय किये गये हैं.

महाराष्ट्र में प्याज के भाव पांच रुपये की गिरावट
सरकार के दखल के एक दिन बाद उत्पादक क्षेत्रों में भी कीमतों में नरमी आयी है. उदाहरण के लिये महाराष्ट्र के लासलगांव में इसके भाव में पांच रुपये की गिरावट आयी है और यह 51 रुपये किलो पर आ गया है. बता दें कि लासलगांव एशिया में प्याज की सबसे बड़ी थोक मंडी है.

चेन्नई में थोक प्याज की कीमतें 66 रुपये किलो
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, चेन्नई में थोक प्याज की कीमतें 23 अक्टूबर को 76 रुपये प्रति किलोग्राम से कम होकर 24 अक्टूबर को 66 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गयीं.

मुंबई, बेंगलुरू और भोपाल में कीमत
इसी तरह, मुंबई, बेंगलुरू और भोपाल में भी दरें पांच से छह रुपये प्रति किलो गिरकर क्रमश: 70 रुपये प्रति किलोग्राम, 64 रुपये प्रति किलोग्राम और 40 रुपये प्रति किलोग्राम हो गयीं हैं. इन उपभोग बाजारों में दैनिक आवक में कुछ सुधार होने के बाद कीमतों में गिरावट आयी है.

पढ़ें: 'अगले साल यात्रा के लिए तैयार हैं पर्यटक, घर से ज्यादा दूर जाने की चाह नहीं'

दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरु का हाल
आंकड़ों के अनुसार, दुनिया की सबसे बड़ी सब्जी मंडी दिल्ली की आजादपुर मंडी में दैनिक आवक बढ़ कर 530 टन से अधिक हो गयी है. मुंबई में आवक 885 टन से बढ़कर 1,560 टन हो गयी है. दैनिक आवक चेन्नई में 1,120 टन से बढ़ कर 1,400 टन और बेंगलुरु में 2,500 टन से बढ़कर 3,000 टन तक पहुंच गयी है.

इन शहरों का भी हाल बेहाल
हालांकि, लखनऊ, भोपाल, अहमदाबाद, अमृतसर, कोलकाता और पुणे जैसे शहरों में अभी आवक नहीं सुधरी है.

तेलंगाना सरकार का फैसला
तेलंगाना सरकार ने शनिवार को किसान बाजारों के जरिए 35 रुपये प्रति किलो की दर से प्याज बेचने का फैसला किया. गौरतलब है कि खुले बाजारों में प्याज की कीमतों में तेजी से इजाफा हुआ है. एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक सरकार द्वारा संचालित 11 रायतु (किसान) बाजारों में आज से सस्ती दरों पर प्याज मिलने लगा है.

प्याज के लिए पहचान पत्र जरूरी
राज्य की राजधानी में स्थित रायतु बाजारों में छोटे किसान सीधे उपभोक्ताओं को सब्जियां बेच सकते हैं. विज्ञप्ति के मुताबिक एक व्यक्ति को सिर्फ दो किलो प्याज ही बेचा जाएगा और प्याज खरीदने के लिए ग्राहक के पास पहचान पत्र भी होना चाहिए.

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दाम पर अंकुश लगाने के लिये स्टॉक सीमा लागू
घरेलू बाजार में उपलब्धता बढ़ाने और प्याज की बढ़ती कीमतों से उपभोक्ताओं को राहत पहुंचाने के लिए केंद्र सरकार ने बीते शुक्रवार को खुदरा और थोक विक्रेताओं दोनों पर तत्काल प्रभाव से 31 दिसंबर तक के लिये स्टॉक सीमा लागू कर दी.

दो टन तक माल रख सकेंगे खुदरा व्यापारी
खुदरा व्यापारी अपने गोदाम में अब केवल दो टन तक प्याज का स्टॉक रख सकते हैं, जबकि थोक व्यापारियों को 25 टन तक प्याज रखने की अनुमति होगी. यह कदम प्याज की जमाखोरी और कालाबाजारी को रोकने के लिये उठाया गया है पिछले कुछ हफ्तों में भारी बारिश के कारण उत्पादक क्षेत्रों में प्याज की खरीफ फसल को पहुंचे नुकसान और उसके साथ-साथ इसकी जमाखोरी के कारण प्याज की कीमतें बढ़कर 75 रुपये प्रति किलो से ऊपर पहुंच गई हैं.

मंत्री पीयूष गोयल का ट्वीट
उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट किया कि मोदी सरकार ने जमाखोरी रोकने और दाम पर अंकुश के लिए यह कदम उठाया है. प्याज के खुदरा विक्रेताओं और थोक व्यापारियों पर स्टॉक सीमा लगाई गई है.

घरेलू आपूर्ति बढ़ाने का फैसला
प्याज की बढ़ती कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए किए गए अन्य उपायों पर प्रकाश डालते हुए, सचिव ने कहा कि सरकार ने आयात के जरिये घरेलू आपूर्ति बढ़ाने का फैसला किया गया है. सरकारी स्वामित्व वाली एमएमटीसी जल्द ही लाल प्याज का आयात करने के लिए निविदा जारी करेगी.

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