नई दिल्ली : केरल के मामल्लापुरम में एक गर्भवती हथिनी की मौत के मामले में केंद्र सरकार ने सख्त रूख अपनाया है. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि यह घटना हमारी संस्कृति के खिलाफ है. उन्होंने कहा कि सरकार दोषियों को सजा दिलाने में कोई कसर बाकी नहीं रखेगी. इस मामले में पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने कहा है कि यह हत्या का मामला है. इस बीच एक शीर्ष वन अधिकारी ने कहा है कि अप्रैल में कोल्लम जिले के पुनालूर मंडल के पथनापुरम वन क्षेत्र में इसी प्रकार की घटना हो चुकी है.
इससे पहले केरल सरकार ने बुधवार को कहा कि पलक्कड जिले में पिछले माह एक गर्भवती हथिनी की निर्मम हत्या मामले की जांच वन्यजीव अपराध जांच दल करेगा. वहीं केन्द्र सरकार ने इस पर गंभीर रुख अपनाते हुए राज्य से रिपोर्ट मांगी है.
बता दें कि हथिनी ने साइलेंट वैली जंगल में पटाखों से भरा एक अनानास खा लिया था जो उसके मुंह में फट गया और करीब एक सप्ताह के बाद उसकी मौत हो गई.
घटना के बाद लोगों में रोष फैल गया और मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि पलक्कड जिले के मन्नारकड़ वन मंडल में हथिनी की मौत मामले में प्रारंभिक जांच शुरू कर दी गई है और पुलिस को घटना के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं. उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि वन्यजीव अपराध जांच दल को जांच के लिए घटनास्थल रवाना किया गया है.
बता दें कि हथिनी की वेल्लियार नदी में 27 मई को मौत हो गई थी. इससे पहले वन्यकर्मियों से उसे नदी से बाहर लाने की बहुत कोशिश की थी मगर उन्हें इसमें कामयाबी नहीं मिली. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चला कि वह गर्भवती थी. उसके जबड़े टूटे हुए थे.
इस घटना पर वयोवृद्ध उद्योगपति रतन टाटा ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए गर्भवती हथिनी की हत्या को 'सोचीसमझी हत्या' करार दिया और पशु के लिए न्याय की मांग की. उन्होंने ट्वीट किया,'मैं यह जान कर सदमे में हूं और दुखी हूं कि कुछ लोगों ने निर्दोष,गर्भवती हथिनी को पटाखों से भरा अनानास खिला दिया जिससे उसकी मौत हो गई.'
उन्होंने कहा, 'निर्दोष पशुओं के खिलाफ ऐसे आपराधिक कृत्य किसी मनुष्य की सोची समझी हत्या के काम से किसी भी तरह अलग नहीं है.'
केरल में मानव क्रूरता का शिकार हुई गर्भवती जंगली हथिनी की मौत
घटना के बाद बॉलीवुड कलाकार अनुष्का शर्मा, श्रद्धा कपूर, रणदीप हुड्डा आदि ने पशुओं के खिलाफ इस प्रकार की क्रूरता के खिलाफ कठोर कदम उठाने की मांग की है.
(एक्सट्रा इनपुट- पीटीआई-भाषा)