नई दिल्ली: भारत सरकार 2021 की जनगणना की तैयारियां कर रही है. जनगणना राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) प्रक्रिया के तहत की जाएगी. यह देशव्यापी कार्य सितम्बर, 2020 से शुरू हो जाएगा. अधिकारियों का कहना है कि जनगणना 2021 जम्मू-कश्मीर और लद्दाख क्षेत्र से शुरू की जाएगी.
दरअसल एक सरकारी अधिकारी ने ईटीवी भारत को बताया है कि सभी पहाड़ी राज्यों को जनगणना रिपोर्ट के लिए प्राथमिकता दी जाएगी. अधिकारी ने कहा, 'जम्मू-कश्मीर के बाद जनगणना रिपोर्ट उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में किया जाएगा.'
बता दें, भारत के रजिस्ट्रार जनरल और भारत के जनगणना आयुक्त पूरे प्रक्रिया का संचालन करेंगे. गौरतलब है कि इस बार यह विशाल प्रकिया डिजिटल रूप से की जाएगी.
उल्लेखनीय है कि जनगणना की यह प्रकिया जम्मू-कश्मीर में सितंबर 2020 में एक महीने तक चलेगी. उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में जनगणना अक्टूबर में आयोजित की जाएगी और फरवरी में अन्य राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की जनगणना होगी.
अधिकारियों ने कहा कि जनगणना 2021 का आयोजन विभिन्न माध्यम से किया जाएगा, जैसे एनपीआर, हाउसहोल्ड, हाउस लिस्टिंग और भाषाई आधार पर होगा. यह सब मोबाइल आधारित ऐप 'जनगणना 2021-NPR' के माध्यम से किया जाएगा.
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अधिकारी ने कहा कि पूरी प्रकिया पर लगभग 12,000 करोड़ खर्च होंगे.
2021 की जनगणना एक मार्च की आधी रात को समाप्त होगी और एक मार्च, 2021 और पांच मार्च, 2021 के बीच एक पुनरीक्षण दौर आयोजित किया जाएगा.
अधिकारी ने कहा, 'पूरी संशोधन प्रक्रिया में उन सभी को शामिल करने पर जोर दिया जाएगा, जो सर्वेक्षण में शामिल नहीं हो सके हों.'