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राष्ट्रीय जनगणना 2021 : जम्मू-कश्मीर और लद्दाख से हो सकती है शुरुआत - जनगणना 2021 जम्मू-कश्मीर और लद्दाख क्षेत्र से

भारत सरकार ने जनगणना 2021 की प्रक्रिया आरंभ करने वाली है. इस बार यह विशाल प्रकिया डिजिटल रूप से किया जाएगा. सभी पहाड़ी राज्यों को जनगणना रिपोर्ट के लिए प्राथमिकता दी जाएगी. इसमें जनगणना 2021 जम्मू-कश्मीर और लद्दाख क्षेत्र से शुरु किया जाएगा. जानें विस्तार से...

प्रतीकात्मक चित्र
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Published : Sep 27, 2019, 8:59 PM IST

Updated : Oct 2, 2019, 6:36 AM IST

नई दिल्ली: भारत सरकार 2021 की जनगणना की तैयारियां कर रही है. जनगणना राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) प्रक्रिया के तहत की जाएगी. यह देशव्यापी कार्य सितम्बर, 2020 से शुरू हो जाएगा. अधिकारियों का कहना है कि जनगणना 2021 जम्मू-कश्मीर और लद्दाख क्षेत्र से शुरू की जाएगी.

दरअसल एक सरकारी अधिकारी ने ईटीवी भारत को बताया है कि सभी पहाड़ी राज्यों को जनगणना रिपोर्ट के लिए प्राथमिकता दी जाएगी. अधिकारी ने कहा, 'जम्मू-कश्मीर के बाद जनगणना रिपोर्ट उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में किया जाएगा.'

बता दें, भारत के रजिस्ट्रार जनरल और भारत के जनगणना आयुक्त पूरे प्रक्रिया का संचालन करेंगे. गौरतलब है कि इस बार यह विशाल प्रकिया डिजिटल रूप से की जाएगी.

उल्लेखनीय है कि जनगणना की यह प्रकिया जम्मू-कश्मीर में सितंबर 2020 में एक महीने तक चलेगी. उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में जनगणना अक्टूबर में आयोजित की जाएगी और फरवरी में अन्य राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की जनगणना होगी.

अधिकारियों ने कहा कि जनगणना 2021 का आयोजन विभिन्न माध्यम से किया जाएगा, जैसे एनपीआर, हाउसहोल्ड, हाउस लिस्टिंग और भाषाई आधार पर होगा. यह सब मोबाइल आधारित ऐप 'जनगणना 2021-NPR' के माध्यम से किया जाएगा.

इसे भी पढे़ं- 2027 तक आबादी के मामले में चीन को पछाड़ देगा भारत: यूएन

अधिकारी ने कहा कि पूरी प्रकिया पर लगभग 12,000 करोड़ खर्च होंगे.

2021 की जनगणना एक मार्च की आधी रात को समाप्त होगी और एक मार्च, 2021 और पांच मार्च, 2021 के बीच एक पुनरीक्षण दौर आयोजित किया जाएगा.

अधिकारी ने कहा, 'पूरी संशोधन प्रक्रिया में उन सभी को शामिल करने पर जोर दिया जाएगा, जो सर्वेक्षण में शामिल नहीं हो सके हों.'

नई दिल्ली: भारत सरकार 2021 की जनगणना की तैयारियां कर रही है. जनगणना राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) प्रक्रिया के तहत की जाएगी. यह देशव्यापी कार्य सितम्बर, 2020 से शुरू हो जाएगा. अधिकारियों का कहना है कि जनगणना 2021 जम्मू-कश्मीर और लद्दाख क्षेत्र से शुरू की जाएगी.

दरअसल एक सरकारी अधिकारी ने ईटीवी भारत को बताया है कि सभी पहाड़ी राज्यों को जनगणना रिपोर्ट के लिए प्राथमिकता दी जाएगी. अधिकारी ने कहा, 'जम्मू-कश्मीर के बाद जनगणना रिपोर्ट उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में किया जाएगा.'

बता दें, भारत के रजिस्ट्रार जनरल और भारत के जनगणना आयुक्त पूरे प्रक्रिया का संचालन करेंगे. गौरतलब है कि इस बार यह विशाल प्रकिया डिजिटल रूप से की जाएगी.

उल्लेखनीय है कि जनगणना की यह प्रकिया जम्मू-कश्मीर में सितंबर 2020 में एक महीने तक चलेगी. उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में जनगणना अक्टूबर में आयोजित की जाएगी और फरवरी में अन्य राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की जनगणना होगी.

अधिकारियों ने कहा कि जनगणना 2021 का आयोजन विभिन्न माध्यम से किया जाएगा, जैसे एनपीआर, हाउसहोल्ड, हाउस लिस्टिंग और भाषाई आधार पर होगा. यह सब मोबाइल आधारित ऐप 'जनगणना 2021-NPR' के माध्यम से किया जाएगा.

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अधिकारी ने कहा कि पूरी प्रकिया पर लगभग 12,000 करोड़ खर्च होंगे.

2021 की जनगणना एक मार्च की आधी रात को समाप्त होगी और एक मार्च, 2021 और पांच मार्च, 2021 के बीच एक पुनरीक्षण दौर आयोजित किया जाएगा.

अधिकारी ने कहा, 'पूरी संशोधन प्रक्रिया में उन सभी को शामिल करने पर जोर दिया जाएगा, जो सर्वेक्षण में शामिल नहीं हो सके हों.'

Intro:New Delhi: The government would start the National Population Register (NPR) process under 2021 census from Jammu & Kashmir and Ladakh. The mammoth process, however, would begin from Spetmebr 2020.


Body:Government official told ETV Bharat that all the hilly states across India will be given first priority for compiling census report. "Census report in J&K would be followed by Uttarakhand and Himachal Pradesh," official said.

The Registrar General of India and Census Commissioner of India would conduct the process. Significantly, this huge exercise would be digitised this time.

The census exercise would be held for one month in J&K in September 2020.

The census would be conducted in Uttarakhand and Himachal Pradesh in October. In February census of other states and Union Territories would take place.

Officials said that the census 2021 will be conducted through different process such as NPR, Households, House listing and linguistic. "All this will be done through mobile based App 'Census 2021-NPR.'



Conclusion:The official said that the entire exercise would costs around 12,000 crore.

The 2021 census would conclude on the midnight of March 1 and a revisional round would be conducted between March 1, 2021 and March 5, 2021.

"The entire revision process would emphasis to include all those who got excluded in the survey," the official said.

end.
Last Updated : Oct 2, 2019, 6:36 AM IST
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