ETV Bharat / bharat

'इमरान को निमंत्रण न देकर राष्ट्र हित की नीति का पालन कर रहे हैं मोदी'

शपथ ग्रहण समारोह में पाक को निमंत्रण न देने के पीएम के निर्णय की पूर्व राजदूत ने सराहना की है. उन्होंने इस विषय पर ईटीवी भारत से बातचीत में क्या कुछ कहा जानें......

author img

By

Published : May 29, 2019, 11:15 PM IST

Updated : May 29, 2019, 11:58 PM IST

ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए पूर्व राजदूत ओपी गुप्ता

नई दिल्लीः नरेंद्र मोदी ने इमरान खान को अपने शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित नहीं किया है. हालांकि, नरेंद्र मोदी ने बिम्सटेक देशों के प्रमुख नेताओं को आमंत्रित किया है. इस पूर्व राजदूत ओपी गुप्ता ने इस कदम का स्वागत किया है. उन्होंने मोदी सरकार के इस फैसले को भारत के लिए एक अच्छा संकेत करार दिया.

2014 के उलट इस बार पाक को आमंत्रित न करने के पीएम के फैसले की सराहना करते हुए ओपी गुप्ता ने दावा किया कि पीएम मोदी राष्ट्रीय हित की नीति का पालन कर रहे हैं. बता दें ओपी गुप्ता भारत के पूर्व राजदूत हैं, जिन्होंने 30 साल से भी अधिक समय तक विदेशों में सेवाएं की हैं.

ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए पूर्व राजदूत ओपी गुप्ता

पूर्व राजदूत ओपी गुप्ता ने इस विषय पर ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में कहा, जब वाजपेयी पाकिस्तान गए और उन्होंने लाहौर समझौते पर हस्ताक्षर किए, तो उसमें इस बात का स्पष्ट तौर पर उल्लेख किया गया था कि इसके नियंत्रण में आतंकी गतिविधियों की अनुमति नहीं दी जाएगी, तबसे पाकिस्तान इस समझौते का उल्लंघन कर रहा है.

उन्होंने आगे कहा, '2014 में, पीएम मोदी ने नवाज शरीफ को यह कहते हुए आमंत्रित किया था कि इसके द्वारा एक नए अध्याय की शुरुआत होगी. लेकिन पाकिस्तान एक नया अध्याय खोलने के लिए सहमत नहीं हुआ, इसलिए, पीएम मोदी का यह निर्णय स्वाभाविक है और यह बिल्कुल सही नीति है.'

पढ़ेंः शपथ ग्रहण से पहले अरुण जेटली से नरेंद्र मोदी ने की संक्षिप्त मुलाकात

आपको बता दें, बिम्सटेक देशों के अलावा, किर्गिज़ और मॉरीशस के राष्ट्रपति को भी गुरुवार को होने वाले पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह के लिए निमंत्रण भेजा गया है.

नई दिल्लीः नरेंद्र मोदी ने इमरान खान को अपने शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित नहीं किया है. हालांकि, नरेंद्र मोदी ने बिम्सटेक देशों के प्रमुख नेताओं को आमंत्रित किया है. इस पूर्व राजदूत ओपी गुप्ता ने इस कदम का स्वागत किया है. उन्होंने मोदी सरकार के इस फैसले को भारत के लिए एक अच्छा संकेत करार दिया.

2014 के उलट इस बार पाक को आमंत्रित न करने के पीएम के फैसले की सराहना करते हुए ओपी गुप्ता ने दावा किया कि पीएम मोदी राष्ट्रीय हित की नीति का पालन कर रहे हैं. बता दें ओपी गुप्ता भारत के पूर्व राजदूत हैं, जिन्होंने 30 साल से भी अधिक समय तक विदेशों में सेवाएं की हैं.

ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए पूर्व राजदूत ओपी गुप्ता

पूर्व राजदूत ओपी गुप्ता ने इस विषय पर ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में कहा, जब वाजपेयी पाकिस्तान गए और उन्होंने लाहौर समझौते पर हस्ताक्षर किए, तो उसमें इस बात का स्पष्ट तौर पर उल्लेख किया गया था कि इसके नियंत्रण में आतंकी गतिविधियों की अनुमति नहीं दी जाएगी, तबसे पाकिस्तान इस समझौते का उल्लंघन कर रहा है.

उन्होंने आगे कहा, '2014 में, पीएम मोदी ने नवाज शरीफ को यह कहते हुए आमंत्रित किया था कि इसके द्वारा एक नए अध्याय की शुरुआत होगी. लेकिन पाकिस्तान एक नया अध्याय खोलने के लिए सहमत नहीं हुआ, इसलिए, पीएम मोदी का यह निर्णय स्वाभाविक है और यह बिल्कुल सही नीति है.'

पढ़ेंः शपथ ग्रहण से पहले अरुण जेटली से नरेंद्र मोदी ने की संक्षिप्त मुलाकात

आपको बता दें, बिम्सटेक देशों के अलावा, किर्गिज़ और मॉरीशस के राष्ट्रपति को भी गुरुवार को होने वाले पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह के लिए निमंत्रण भेजा गया है.

Intro:Hailing Narendra Modi government's invitation to BIMSTEC countries, former ambassador OP Gupta who had served in foreign services for over three decades called it a healthy sign for India. On not inviting Pakistan PM this time unlike 2014, the former diplomat claimed that PM Modi is following the national interest policy.


Body:While talking exclusively to ETV Bharat on this issue, the former diplomat said, 'when Vajpayee went to Pakistan and signed Lahore agreement. In that, it was clearly mentioned that will not allow terror activities to be committed from territories under its control. Since then, Pakistan has been violating the Lahore agreement.'

He further added, 'in 2014, PM Modi did invite Nawaz Sharif hoping that it will begin a new chapter but Pakistan didn't agree to open a new chapter. So, it natural for PM Modi to look east and it is a correct policy.'


Conclusion:Claiming that BIMSTEC upholds a lot of trade potential, the former diplomat said, 'by inviting BIMSTEC nations there is a lot of scope for economic and trade activities.'

Apart from BIMSTEC countries, President of Kyrgyz and Mauritius have also been sent invitations for PM Modi's swearing-in ceremony scheduled to take place on Thursday.
Last Updated : May 29, 2019, 11:58 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.