नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम 'मन की बात' की तरह ही बड़े स्तर पर आयोजित करेगी. इस दौरान पीएम मोदी किसानों को भी संबोधित करेंगे.
इस अवसर पर मीडिया से बात करते भाजपा नेता अरुण सिंह ने कहा कि भाजपा हर साल पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी के जन्म दिन को सुशासन दिवस मनाती है. उन्होंने बताया कि कल पीएम मोदी 9 करोड़ किसानों के खाते में 18 करोड़ देंगे. यह उत्सव का मौका है इसलिए कल देशभर के किसान अलग अलग कार्यक्रमों में शामिल होंगे.
उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का खाका पूर्ण रूप से केंद्रीय कार्यालय ने तैयार किया है और इससे नेताओं को निर्देश दिए गए हैं कि स्थानीय भाषाओं में पोस्टर और बैनर के तौर पर छपवा कर तैयार करें, ताकि किसानों को उनकी भाषा में बातें ठीक से समझाई जा सके.
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि विपक्ष लगातार किसानों को भ्रमित कर रहा है, जबकि नरेंद्र मोदी की सरकार पिछले 6 सालों से लगातार किसानों के हित में कार्य कर रही है और यह बातें किसानों तक पहुंचाया जाना जरूरी है, ताकि वह भ्रमित ना हो सके.
जैसा कि ईटीवी भारत ने पहले भी बताया था कि 25 दिसंबर को बीजेपी किसानों के नाम समर्पित कर रही है. इस कार्यक्रम को भारतीय जनता पार्टी ने पूरे देशभर में बड़े पैमाने पर मनाने का इंतजाम किया है. इसके लिए भारतीय जनता पार्टी ने सांसदों, विधायकों और चुने हुए प्रतिनिधियों को अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्र में रहने के निर्देश दिए हैं.
इस मामले में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के निर्देश पर बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और ऑफिस इंचार्ज अरुण सिंह ने सभी सांसदों विधायकों, एमएलसी, ब्लॉक प्रमुख और प्रदेश अध्यक्षों को एक पत्र भेजा है, जिसमें पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा की तरफ से उनको निर्देश दिए गए हैं.
इस पत्र में सीधे तौर पर यह निर्देश दिया गया है कि सभी चुने हुए प्रतिनिधि अपने-अपने क्षेत्र में रहे और वहां पर कई स्थान पर बड़े स्क्रीन की व्यवस्था की जाए, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण को ज्यादा से ज्यादा किसानों को देखने का इंतजाम किया जा सके.
इसके लिए देशभर के सभी ब्लॉक डेवलपमेंट सेंटर में स्क्रीन लगाए जा रहे हैं. साथ ही नेताओं को यह भी निर्देश दिए गए हैं कि केंद्र सरकार की तरफ से इससे संबंधित भेजे गए बैनर और पोस्टरों को किसानों के बीच में वितरित किया जाए.
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किसानों के लिए देशभर में आयोजित किए जा रहे इस कार्यक्रम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन से एक घंटे पहले शुरू किए जाने के निर्देश जिला स्तर पर दिए गए हैं. साथ ही जनप्रतिनिधियों को प्रधानमंत्री के भाषण से पहले मोदी सरकार द्वारा चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजना, जिनमें नीम कोटेड यूरिया, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, सॉइल हेल्थ कार्ड, एमएसपी में बढ़ोतरी, प्रधानमंत्री सिंचाई योजना, किसान रेल और साथ ही सरकार की तरफ से एक लाख करोड़ कृषि क्षेत्र में की गई धनराशि से संबंधित बातें किसानों को बताई का निर्देश दिया गया है.
जनप्रतिनिधियों के अलावा इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए एपीएमसी और कोऑपरेटिव केंद्रों को भी निर्देश दिए गए हैं, ताकि इसमें ज्यादा से ज्यादा किसान भाग ले सकें. इसके अलावा जिला केंद्रों के साथ ही भारतीय जनता पार्टी के सभी जिला और राज्य दफ्तरों में भी किसानों के लिए कार्यक्रम और प्रधानमंत्री के संबोधन को देखने की व्यवस्था करने को कहा गया है.
पार्टी ने प्रधानमंत्री के संबोधन के पूरे कार्यक्रम का खाका तैयार कर जिला अध्यक्षों और राज्य के अध्यक्षों को भेजा है. यहां तक की कार्यक्रम में बैकग्राउंड क्या होगा यह भी केंद्रीय कार्यालय ने ही निश्चित किया है, जिसे अलग-अलग राज्यों के जनप्रतिनिधियों को स्थानीय भाषाओं में प्रिंट करा कर और पर्चों को भी स्थानीय भाषाओं में छपवाकर किसानों के बीच में वितरित किये जाने का निर्देश दिया गया है.
पार्टी की तरफ से यह सख्त निर्देश दिए गए हैं कि सभी जनप्रतिनिधि यह सुनिश्चित करें कि इस मौके पर वह अपने क्षेत्र के किसी भी कार्यक्रम में किसानों के साथ जरूर उपस्थित हो और उस कार्यक्रम की तस्वीरें केंद्रीय कार्यालय को रिपोर्ट के तौर पर भेजें.