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प्याज पर संसद भी गरम, भाजपा बोली - जनता जानती है कीमत बढ़ने का कारण

प्याज की कीमत पर जारी सियासत अब धीरे-धीरे इस कदर हावी हो रही है कि आने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव में शायद यह महत्वपूर्ण मुद्दा बन सकता है. इस कड़ी में आम आदमी पार्टी ने प्याज की माला पहन कर संसद में विरोध जताया, जिसका अन्य विरोधी दलों के सांसदों ने साथ दिया. फिलहाल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय प्रवक्ता विजय सोनकर शास्त्री ने ईटीवी भारत से बातचीत में प्याज की बढ़ी कीमतों को लेकर लगाये जा रहे सभी आरोपों का जबाव दिया. जानें, विस्तार से उन्होंने क्या कहा...

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ईटीवी से बात करते बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता विजय सोनकर शास्त्री.
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Published : Dec 3, 2019, 6:06 PM IST

नई दिल्ली : प्याज की बढ़ी कीमतों को लेकर सियासत गरम होती जा रही है. आम आदमी पार्टी सहित अन्य विरोधी दलों ने मंगलवार को इस मुद्दे को संसद में उठाया. इस दौरान सभी दलों ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया.

आम आदमी पार्टी ने प्याज की माला पहन कर संसद में विरोध किया. उसका अन्य विरोधी दलों के सांसदों ने साथ दिया.

विपक्षी पार्टियों ने आरोप लगाया कि यह स्थिति 32,000 टन प्याज के निर्यात से उत्पन्न हुई है. इस कारण पूरे देश में महंगी कीमत पर प्याज बिक रही है, जिससे लोगों को प्याज और रोटी भी नसीब नहीं हो रही है.

दरअसल प्याज पर जारी सियासत अब धीरे-धीरे इस कदर हावी हो रही है कि आने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव में शायद यह महत्वपूर्ण मुद्दा बन सकता है.

इस बीच भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय प्रवक्ता विजय सोनकर शास्त्री ने प्याज की कीमत को लेकर विपक्षी दलों के आरोपों का जवाब दिया है.

बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता विजय सोनकर शास्त्री ने ईटीवी भारत से बातचीत की...

विजय सोनकर शास्त्री ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि प्याज के नाम पर सियासत करना कतई उचित नहीं. केंद्र सरकार प्याज के भंडारण को लेकर त्वरित उपाय कर चुकी है.

शास्त्री का कहना है कि प्याज कोई सियासत का विषय नहीं है, जबकि विरोधी पार्टियां इस पर सियासत कर रही है.

इसे भी पढ़ें- लोगों को नसीब नहीं और सरकार ने सड़ा दी हजारों टन प्याज! AAP ने दागे तीखे सवाल

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि दिल्ली की जनता ने देखा है और जानती है कि बारिश के कारण सारा प्याज का क्षेत्र डूब गया था. सरकार इसके लिए सारे प्रयास तत्परता से कर रही है.

विजय सोनकर शास्त्री के अनुसार इस समस्या को लेकर सरकार सजग है और तकनीकी पक्ष को देखते हुए जो भी व्यवस्था हो सकती है, वह कर रही है. जैसे प्याज का निर्यात बंद करना और प्याज आयात कर लोगों तक सुलभ कराना. ये सारे कदम सरकार उठा रही है.

बकौल शास्त्री, इस समस्या का असल कारण यह है कि बारिश के चलते महाराष्ट्र और अन्य जगहों पर प्याज की अधिकतर फसल खराब हो गई.

नई दिल्ली : प्याज की बढ़ी कीमतों को लेकर सियासत गरम होती जा रही है. आम आदमी पार्टी सहित अन्य विरोधी दलों ने मंगलवार को इस मुद्दे को संसद में उठाया. इस दौरान सभी दलों ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया.

आम आदमी पार्टी ने प्याज की माला पहन कर संसद में विरोध किया. उसका अन्य विरोधी दलों के सांसदों ने साथ दिया.

विपक्षी पार्टियों ने आरोप लगाया कि यह स्थिति 32,000 टन प्याज के निर्यात से उत्पन्न हुई है. इस कारण पूरे देश में महंगी कीमत पर प्याज बिक रही है, जिससे लोगों को प्याज और रोटी भी नसीब नहीं हो रही है.

दरअसल प्याज पर जारी सियासत अब धीरे-धीरे इस कदर हावी हो रही है कि आने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव में शायद यह महत्वपूर्ण मुद्दा बन सकता है.

इस बीच भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय प्रवक्ता विजय सोनकर शास्त्री ने प्याज की कीमत को लेकर विपक्षी दलों के आरोपों का जवाब दिया है.

बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता विजय सोनकर शास्त्री ने ईटीवी भारत से बातचीत की...

विजय सोनकर शास्त्री ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि प्याज के नाम पर सियासत करना कतई उचित नहीं. केंद्र सरकार प्याज के भंडारण को लेकर त्वरित उपाय कर चुकी है.

शास्त्री का कहना है कि प्याज कोई सियासत का विषय नहीं है, जबकि विरोधी पार्टियां इस पर सियासत कर रही है.

इसे भी पढ़ें- लोगों को नसीब नहीं और सरकार ने सड़ा दी हजारों टन प्याज! AAP ने दागे तीखे सवाल

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि दिल्ली की जनता ने देखा है और जानती है कि बारिश के कारण सारा प्याज का क्षेत्र डूब गया था. सरकार इसके लिए सारे प्रयास तत्परता से कर रही है.

विजय सोनकर शास्त्री के अनुसार इस समस्या को लेकर सरकार सजग है और तकनीकी पक्ष को देखते हुए जो भी व्यवस्था हो सकती है, वह कर रही है. जैसे प्याज का निर्यात बंद करना और प्याज आयात कर लोगों तक सुलभ कराना. ये सारे कदम सरकार उठा रही है.

बकौल शास्त्री, इस समस्या का असल कारण यह है कि बारिश के चलते महाराष्ट्र और अन्य जगहों पर प्याज की अधिकतर फसल खराब हो गई.

Intro: प्याज को लेकर सियासत गर्म है और इस मुद्दे को आम आदमी पार्टी सहित बाकी विरोधी दलों ने भी संसद में उठाया प्याज को लेकर केंद्र सरकार पर आरोप लगाए गए हैं कि 32000 टन प्याज सर जाने से उत्पन्न प्याज की जो स्थिति हुई है इससे पूरे देश में महंगी कीमत पर प्याज बिक रहे हैं और लोगों को प्याज और रोटी भी नसीब नहीं हो रही आम आदमी पार्टी ने संसद में केंद्र सरकार पर सवाल उठाते हुए सरकार से सवाल किया कि क्या 32000 टन प्याज 1 दिन में सड़ गया अगर प्याज सड़ने की जानकारी मिली तो समय रहते उसे सस्ते दामों पर जनता और राज्य सरकार को क्यों नहीं उपलब्ध कराया गया यही नहीं विरोधी पार्टियों ने सरकार से यह भी सवाल किया है कि क्या 32000 टन करने का कोई प्रमाण सरकार के पास है और यदि है तो उसके वीडियो और भंडारण या प्याज सड़ने से संबंधित कोई भी जानकारी सांसदों को उपलब्ध कराई जाए साथ ही विरोधी पार्टियों ने यह भी मांग की है कि जिन अधिकारियों की लापरवाही के कारण प्याज सड़ा है और उन पर अब तक कार्यवाही नहीं की गई है उन पर कार्रवाई की जाए


Body:यहां तक कि प्याज अब धीरे-धीरे सियासत का मुद्दा इस कदर बनता जा रहा है कि आने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव में शायद यह मुद्दा एक महत्वपूर्ण कारण भी बन सकता है आम आदमी पार्टी ने प्याज का माला पहन कर ना सिर्फ संसद में विरोध किया बल्कि आम आदमी पार्टी के सांसदों का साथ बाकी विरोधी पार्टी दलों के सांसदों को भी मिला बीजेपी का इसमें कहना है कि इस पर राजनीति की जा रही है और प्याज कोई सियासत का विषय नहीं है जबकि विरोधी पार्टियां प्याज को सियासत का विषय बना रही है बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता विजय सोनकर शास्त्री ने कहा कि प्याज के नाम पर सियासत करना कतई उचित नहीं उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार प्याज के भंडारण को लेकर त्वरित उपाय कर चुकी है और साथ ही औरतों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है


Conclusion:हालांकि बीजेपी का मानना है कि प्याज के नाम पर दिल्ली में सत्ता भेजा चुकी है मगर बावजूद प्याज की स्थिति अभी इतनी भयानक नहीं है जितनी कि आम आदमी पार्टी और बाकी विरोधी पार्टियां बता रहे हैं उनका कहना है कि केंद्र सरकार उसके भंडारण और रखरखाव तथा इसकी कीमतों में नियंत्रण करने पर तमाम कार्रवाई कर रही है और यह राजनीति का कतई मुद्दा नहीं बनना चाहिए
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