नई दिल्ली: कर्नाटक में एक बार फिर से राजनीतिक ड्रामा शुरू हो चुका है. कांग्रेस और जेडीएस के 11 विधायक अपने इस्तीफे लेकर स्पीकर के कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने इस्तीफों की पुष्टि कर दी है. इसे लेकर जहां एक तरफ कांग्रेस-जेडीएस दावा कर रही है कि सरकार बहुमत में है. तो वहीं भाजपा का कहना है कि कर्नाटक की सरकार शुरू से ही अल्पमत में है. इसे लेकर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने ईटीवी से खास बातचीत की.
नरसिम्हा राव ने कहा, 'कर्नाटक की सरकार शुरू से ही अल्पमत में है. भाजपा को वहां गठबंधन की सरकार से ज्यादा बहुमत मिला था. लेकिन कांग्रेस और जेडीएस ने जोड़-तोड़ कर सरकार बना ली. यह सरकार शुरू से ही अव्यवस्थित सरकार है जिसमें स्थायित्व नहीं है और यह कर्नाटक की जनता के लिए हित में नहीं है.'
भाजपा ने आरोप लगाया कि कर्नाटक सीएम कई बार कह भी चुके हैं कि गठबंधन में काम करने में उन्हें दिक्कत आ रही है. इसी से पता लगता है कि इस तरह की कमजोर सरकार किसी भी राज्य के लिए सही नहीं है.
पढ़ें: कर्नाटकः कांग्रेस सरकार पर फिर संकट, कुछ विधायकों के इस्तीफे की खबरें
राव ने कुमारस्वामी पर निशाना साधते हुए कहा, 'सीएम कुमारस्वामी को खुद ही इस्तीफा दे देना चाहिए.'
जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा कि भाजपा किसी भी तरह की जल्दबाजी नहीं करेगी. भाजपा को वहां पर काफी सीटें मिली हैं. लेकिन वह किसी चुनी हुई सरकार को गिराने में रुचि नहीं रखती.
बता दें, कुछ दिन पहले जेडीएस और कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि कर्नाटक के भाजपा नेता येदियुरप्पा उनके विधायकों को जोड़-तोड़ करने की कोशिश कर रहे हैं. इस पर जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा है कि यह बेबुनियाद और आधारहीन आरोप है क्योंकि कर्नाटक के मुख्यमंत्री और कांग्रेस वहां ना ही सरकार को संभाल नहीं पा रही है और ना ही अपने विधायकों को. इस वजह से वह विपक्ष पर आरोप लगा रहे हैं.