भाजपा संसदीय दल की मंगलवार को आहूत बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सफल विदेश यात्राओं, संयुक्त राष्ट्र महासभा और ब्रिक्स देशों के सम्मेलन में उनकी शिरकत और देशहित को देखते हुये एशियाई देशों के क्षेत्रीय समग्र आर्थिक साझेदारी (आरसीईपी) से भारत को अलग रखने के फैसले पर चर्चा की गयी.
संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान भाजपा संसदीय दल की पहली बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर और उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने भाजपा सांसदों को प्रधानमंत्री की विदेश सफल विदेश यात्राओं और आरसीईपी के मुद्दे पर अपने संबोधन के दौरान विभिन्न घटनाक्रमों से अवगत कराया.
भाजपा सूत्रों के अनुसार मोदी इस बैठक में शामिल नहीं हुये.
जयशंकर ने सदस्यों को बताया कि मोदी की सफल विदेश यात्राओं के कारण अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का कद बढ़ा है और यह राष्ट्रीय हितों की पूर्ति के लिहाज से लाभप्रद साबित हुई हैं.
गोयल ने कहा कि संप्रग सरकार ने आरसीईपी में भारत के शामिल होने की पैरवी की थी, लेकिन मोदी सरकार ने देशहित को देखते हुये इससे बाहर रहने का फैसला किया. बैठक में भाजपा सांसदों से 150वीं गांधी जयंती के अवसर पर देशव्यापी स्तर पर आयोजित की गयी पदयात्राओं का ब्योरा भी देने को कहा गया है.
बैठक में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, भाजपा कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा, संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी, भाजपा नेता अर्जुनराम मेघवाल, सहित वरिष्ठ नेताओं एवं सांसदों ने भाग लिया.