नई दिल्ली: उत्तर-पूर्वी दिल्ली के नंदनगरी थाना क्षेत्र में लगने वाले ओ ब्लॉक सुंदर नगरी में दिनदहाड़े भाजपा कार्यकर्ता और उनके बेटे की हत्या से इलाके में सनसनी फैल गई है, वहीं परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है. मृतक के रिश्तेदारों का मानना है कि जिस तरह से वारदात को अंजाम दिया गया है. उसमें कहीं न कहीं इलाके के ही कुछ लोगों का हाथ हो सकता है. परिजन इस पूरे मामले में इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं.
सनसनीखेज वारदात से इलाके में दहशत
जानकारी के मुताबिक नंदनगरी थाना क्षेत्र में लगने वाला सुंदर नगरी ओ ब्लॉक इलाका तड़के गोलियों की आवाज से गूंज उठा. दरअसल, सोमवार सुबह हथियारों से लैस बदमाशों ने भाजपा कार्यकर्ता जुल्फिकार कुरैशी की गोली मारकर हत्या कर दी. इस फायरिंग के दौरान उनका बेटा जांबाज कुरैशी भी बुरी तरह से जख्मी हो गया. जिसे तत्काल ही सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी भी मौत हो गई.
दिनदहाड़े पिता-पुत्र की हुई हत्या की सनसनीखेज वारदात से इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है. जहां लोग इस पूरी वारदात के बीच इस बात को मान रहे हैं कि मृतक जुल्फिकार लगातार गलत काम करने वालों को खासतौर से नशे के सौदागर और चोरी की गाड़ियों का धंधा करने वालों के खिलाफ आवाज उठाते रहे थे. ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि उन्हीं में से किसी ने इस वारदात को अंजाम दिलाया.
पिता को बचाते समय बेटा भी हुआ बुरी तरह घायल
सरेआम डबल मर्डर की घटना से परिजन और जुल्फिकार की पत्नी और बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है. बताया जाता है कि वारदात के समय जुल्फिकार अपने घर से चंद कदमों की दूरी पर ही स्थित मदीना मस्जिद में नमाज पढ़ने के लिए जा रहे थे. तभी मस्जिद के दरवाजे पर ही हमलावरों ने इस वारदात को अंजाम दिया. फायरिंग के दौरान पिता को बचाते समय उनका बेटा भी जांबाज बुरी तरह से जख्मी हो गया. घायल जाबांज को तत्काल ही निकट के अस्पताल लें जाया गया. हालत बिगड़ने पर उसे सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई.
बेटे ने बताए हमलावरों के नाम
बताया जाता है कि जांबाज की गंभीर हालत में जब अस्पताल ले जाया गया, तो उसने मौत से पहले ही अपने पिता के हमलावरों के नामों का खुलासा किया है. इस बयान के कुछ समय बाद ही उसकी मौत हो गई.
पिता के बाद बेटे जांबाज की मौत की खबर जैसे ही उनके घर पहुंची, घर पर मातम पसर गया. घर के बाहर ही मृतक जुल्फिकार की पत्नी अपने बेटों के साथ बैठी है, जहां उनके रिश्तेदार और गली मोहल्ले की महिलाएं उन्हें सांत्वना दे रही है.