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जिनपिंग का भारत दौरा सकारात्मक है, हमें स्वागत करना चाहिए : भाजपा - china president in india

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग अपने दो दिवसीय दौर पर भारत में हैं. उनके भारत दौरे को लेकर भाजपा ने कहा है कि उनका यह दौरा दोनों देशों के लिए सकारात्मक है और हमें इसका स्वागत करना चाहिए. पढ़ें पूरी खबर...

विजय चौथाई
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Published : Oct 11, 2019, 7:59 PM IST

Updated : Oct 11, 2019, 8:32 PM IST

नई दिल्ली : चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भारत दौरे पर हैं. जिनपिंग अपने दौरे पर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे. उनके इस दौरे पर भाजपा नेता का मानना है कि इस बैठक को डोकलाम के बाद हुई वाम बैठक का अगला क्रम कहा जा सकता है. इस बैठक से दोनों देशों के रिश्ते प्रगाढ़ होंगे.

ईटीवी भारत से बात करते हुए भाजपा के आई टी सेल अध्यक्ष विजय चौथाई ने कहा, 'चीन और भारत के बीच बहुत अंतर है. दोनों के बीच कई ऐसी बातें है, जिससे दोनों देशों को फायदा होगा. इस बैठक से चीन और भारत के बीच सहयोग और व्यापार बढ़ सकता है. इसके साथ कई क्षेत्रीय मुद्दे खत्म हो सकते हैं.'

विजय चौथाई से बातचीत

चौथाई ने आगे कहा कि चीन और भारत दोनों विश्व की दो बड़ी अर्थव्यस्था में से है. दोनों राष्ट्रों के बीच हजारों साल पुराना रिश्ता है. सरकार से सरकार, व्यापार से व्यापार हर मायने में भारत और चीन के रिश्ते की मांग है. चीन के राष्ट्रपति का भारत आना सकारात्मक है. हमें इसका स्वागत करना चाहिए.

भारत का एक दल जब चीन गया था तो वहां उस दल ने व्यापार और कश्मीर जैसे कई मुद्दों पर अपने चीनी समकक्ष से बात की थी. उन्होंने आगे कहा कि दोनों देशों के बीच वार्ता से ही संबंध बढ़ेंगे और इसकी जरूरत दोनों चीन और भारत दोनों को है.

पढ़ेंः मोदी-जिनपिंग मुलाकात : इन महत्वपूर्ण मुद्दों पर रहेगा फोकस

उन्होंने कहा कि जिनपिंग के दौरे से पाकिस्तान पर दबाव बनेगा. पाकिस्तान को पता चलेगा कि भारत और चीन का रिश्ता केवल कश्मीर पर ही निर्भर नहीं करता है. विजय ने कहा कि भारत और चीन शत्रु देश नहीं हैं, लेकिन भारत को जहां पर चीन के खिलाफ बात उठाना पड़ेगा, भारत वहां पर उठाएगा.

नई दिल्ली : चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भारत दौरे पर हैं. जिनपिंग अपने दौरे पर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे. उनके इस दौरे पर भाजपा नेता का मानना है कि इस बैठक को डोकलाम के बाद हुई वाम बैठक का अगला क्रम कहा जा सकता है. इस बैठक से दोनों देशों के रिश्ते प्रगाढ़ होंगे.

ईटीवी भारत से बात करते हुए भाजपा के आई टी सेल अध्यक्ष विजय चौथाई ने कहा, 'चीन और भारत के बीच बहुत अंतर है. दोनों के बीच कई ऐसी बातें है, जिससे दोनों देशों को फायदा होगा. इस बैठक से चीन और भारत के बीच सहयोग और व्यापार बढ़ सकता है. इसके साथ कई क्षेत्रीय मुद्दे खत्म हो सकते हैं.'

विजय चौथाई से बातचीत

चौथाई ने आगे कहा कि चीन और भारत दोनों विश्व की दो बड़ी अर्थव्यस्था में से है. दोनों राष्ट्रों के बीच हजारों साल पुराना रिश्ता है. सरकार से सरकार, व्यापार से व्यापार हर मायने में भारत और चीन के रिश्ते की मांग है. चीन के राष्ट्रपति का भारत आना सकारात्मक है. हमें इसका स्वागत करना चाहिए.

भारत का एक दल जब चीन गया था तो वहां उस दल ने व्यापार और कश्मीर जैसे कई मुद्दों पर अपने चीनी समकक्ष से बात की थी. उन्होंने आगे कहा कि दोनों देशों के बीच वार्ता से ही संबंध बढ़ेंगे और इसकी जरूरत दोनों चीन और भारत दोनों को है.

पढ़ेंः मोदी-जिनपिंग मुलाकात : इन महत्वपूर्ण मुद्दों पर रहेगा फोकस

उन्होंने कहा कि जिनपिंग के दौरे से पाकिस्तान पर दबाव बनेगा. पाकिस्तान को पता चलेगा कि भारत और चीन का रिश्ता केवल कश्मीर पर ही निर्भर नहीं करता है. विजय ने कहा कि भारत और चीन शत्रु देश नहीं हैं, लेकिन भारत को जहां पर चीन के खिलाफ बात उठाना पड़ेगा, भारत वहां पर उठाएगा.

Intro:चाइनीस प्रेसिडेंट शी जिनपिंग की मामल्लापुरम विजिट को लेकर सरकार के साथ-साथ सत्ताधारी पार्टी भाजपा को भी काफी उम्मीदें हैं पार्टी का मानाना है की चाइनीस प्रेसिडेंट की इस यात्रा से दोनों ही देशों के बीच व्यापार और बॉर्डर विवाद में कुछ सकारात्मकता आएगी बी जे पी एन आर आई सेल के अध्यक्ष विजय चौथाई ने ईटीवी से बातचीत में बताया चाइनीस प्रेसिडेंट की भारत यात्रा पर भले ही तमाम टिप्पणियां की जा रही हो मगर वह चाइनीस प्रेसिडेंट की इस यात्रा को भारत के लिए लाभदायक मानते हैं उन्होंने कहा कि लोग इस यात्रा में भले ही शौक खामियां ढूंढे लेकिन मैं इसमें 100 उपलब्धियां भी देख रहा हूं


Body:भाजपा एन आर आई सेल के अध्यक्ष विजय चौथाई ने बताया कि भारत और चाइना कोई दुश्मन राष्ट्र नहीं है हां यह अलग बात है कि बॉर्डर पर और डोकलाम जैसे मुद्दों पर चाइना के साथ समय-समय पर विवाद चलता रहा है यही नहीं पाकिस्तान को लेकर चीन के स्टैंड पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं इस बारे में मेरा यह मानना है कि अंतरराष्ट्रीय कूटनीति के तहत पड़ोसी देशों के साथ अगर वह दुश्मन राष्ट्र नहीं हो तो बातचीत हमेशा जारी रखनी चाहिए क्योंकि बातचीत के माध्यम से ही व्यापार और दूसरी विवादों के रास्ते खोले जा सकते हैं जहां तक सवाल चीन के प्रेसिडेंट की भारत यात्रा पर है हाल ही में जिस तरह पाकिस्तान ने यूएन के मंच का इस्तेमाल कश्मीर के राग आपने और भारत में 370 हटाए जाने को लेकर उठाया है ऐसे में जरूरी है चीन का स्टैंड अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खुलकर पाकिस्तान के समर्थन में ना आए हालांकि चीन की स्थिति हमेशा flip-flop वाली रही है और हम यह भी गारंटी नहीं दे सकते कि चीन के राष्ट्रपति के इस दौरे के बाद वापस जाने पर हो पाकिस्तान का समर्थन नहीं करेंगे लेकिन कहीं ना कहीं चीन के राष्ट्रपति का भारत द्वारा पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय दबाव कल जरूर तैयार करेगा
साथ ही विजय चौथाई ने यह भी कहा चीन के साथ अभी भी बड़े पैमाने पर भारत का व्यापार जारी है ऐसे में और कौन से द्विपक्षीय व्यापार और समझौते पर करार किया जा सकता है इस यात्रा में यह तमाम बातें भी खुलकर सामने आ सकती हैं


Conclusion:उन्होंने कहा कि भले ही कुछ पार्टियां इसका विरोध कर रही हैं लेकिन भारत में चाइनीस प्रेसिडेंट के इस यात्रा की वह बहुत सारी उपलब्धियां देखते हैं और इसके दूरगामी परिणाम देखने को मिलेंगे हो सकता है कि दोनों देशों के प्रतिनिधियों के बीच डोकलाम और सीमा विवाद जैसे मुद्दों पर भी बातचीत हो जो एक सकारात्मक माहौल तैयार करने में सहायक होगा
Last Updated : Oct 11, 2019, 8:32 PM IST
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