नई दिल्ली : चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भारत दौरे पर हैं. जिनपिंग अपने दौरे पर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे. उनके इस दौरे पर भाजपा नेता का मानना है कि इस बैठक को डोकलाम के बाद हुई वाम बैठक का अगला क्रम कहा जा सकता है. इस बैठक से दोनों देशों के रिश्ते प्रगाढ़ होंगे.
ईटीवी भारत से बात करते हुए भाजपा के आई टी सेल अध्यक्ष विजय चौथाई ने कहा, 'चीन और भारत के बीच बहुत अंतर है. दोनों के बीच कई ऐसी बातें है, जिससे दोनों देशों को फायदा होगा. इस बैठक से चीन और भारत के बीच सहयोग और व्यापार बढ़ सकता है. इसके साथ कई क्षेत्रीय मुद्दे खत्म हो सकते हैं.'
चौथाई ने आगे कहा कि चीन और भारत दोनों विश्व की दो बड़ी अर्थव्यस्था में से है. दोनों राष्ट्रों के बीच हजारों साल पुराना रिश्ता है. सरकार से सरकार, व्यापार से व्यापार हर मायने में भारत और चीन के रिश्ते की मांग है. चीन के राष्ट्रपति का भारत आना सकारात्मक है. हमें इसका स्वागत करना चाहिए.
भारत का एक दल जब चीन गया था तो वहां उस दल ने व्यापार और कश्मीर जैसे कई मुद्दों पर अपने चीनी समकक्ष से बात की थी. उन्होंने आगे कहा कि दोनों देशों के बीच वार्ता से ही संबंध बढ़ेंगे और इसकी जरूरत दोनों चीन और भारत दोनों को है.
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उन्होंने कहा कि जिनपिंग के दौरे से पाकिस्तान पर दबाव बनेगा. पाकिस्तान को पता चलेगा कि भारत और चीन का रिश्ता केवल कश्मीर पर ही निर्भर नहीं करता है. विजय ने कहा कि भारत और चीन शत्रु देश नहीं हैं, लेकिन भारत को जहां पर चीन के खिलाफ बात उठाना पड़ेगा, भारत वहां पर उठाएगा.