नई दिल्ली/कोलकाता : पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के मीम्स को सोशल मीडिया पर पोस्ट करने वाली बीजेपी यूथ विंग की नेता प्रियंका शर्मा को रिहा कर दिया गया है. उनका कहना है कि उनकी कोई गलती नहीं है और वह इसके लिए माफी नहीं मांगेंगी.
प्रियंका शर्मा ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि जेल में उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया और उनकी किसी से बात भी नहीं कराई गई. ममता बनर्जी के खिलाफ रोष जताते हुए उन्होंने कहा कि वह अपनी मनमानी कर रही हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि उनकी कोई गलती नहीं है, इसलिए वह माफी नहीं मांगेंगी और इसके खिलाफ लड़ेंगी.
प्रियंका के घरवालों ने मीडिया को बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार प्रियंका को कल ही रिहा कर दिया जाना चाहिए था, लेकिन बंगाल पुलिस ने ऐसा नहीं किया. उन्हें आज सुबह 9.40 पर रिहा किया गया और वह रातभर जेल में रहीं.
इस पर सुप्रीम कोर्ट ने पुलिस को फटकार लगाई और चेतावनी भी दी थी कि अगर प्रियंका को जल्द से जल्द रिहा नहीं किया गया तो अवमानना का मामला शुरू करेंगे.
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वह जुलाई के पहले सप्ताह में बीजेपी यूथ विंग की संयोजक प्रियंका शर्मा के आवेदन पर सुनवाई करेंगी, जिसमें पश्चिम बंगाल के पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है.
इस मामले पर प्रियंका के काउंसलर एन.के.कौल ने कहा कि रिहा करने से पहले पुलिस ने उनसे माफीनामे पर हस्ताक्षर करने के लिए कहा था.
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वही उनेक वकील का कहना है कि प्रियंका को उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद भी जमानत नहीं दी गई और तो और उनसे माफीनामे पर भी जबरन हस्ताक्षर करने के लिए कहा. यह सरासर SC का अपमान है.
बता दें कि प्रियंका शर्मा को बंगाल की सीएम ममता बनर्जी का मीम शेयर करने पर अरेस्ट किया गया था. गिरफ्तारी के खिलाफ उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया.