नई दिल्ली/ रियाद: अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने सऊदी अरब के राज्य मंत्री डॉ. मोहम्मद सालेह बिन ताहेर बेंटेन के साथ द्विपक्षीय वार्षिक हज 2020 समझौते पर हस्ताक्षर किए. उन्होंने मक्का, जेद्दा पहुंचकर इस समझौते को पूरा किया.
इस मौके पर नकवी ने कहा कि भारत पूरी दुनिया में पहला देश बन गया है, जिसने 2020 की हज प्रक्रिया को 100 प्रतिशत डिजिटल बना दिया है.
वहीं, सउदी अरब के साथ हुए समझौते के बाद अब हज यात्रियों को 'ई मसीहा' स्वास्थ्य सुविधा दी जाएगी.
अल्पसंख्यक मंत्रालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक नकवी ने जेद्दा में कहा कि एयरलाइन्स द्वारा हज यात्रियों के सामान की डिजिटल प्री-टैगिंग की व्यवस्था की गई है, जिससे भारत से जाने वाले हज यात्रियों को यहीं पर सभी प्रकार की जानकारी मिल जाएगी. मसलन हज यात्रियों को मक्का-मदीना में किस इमारत के किस कमरे में ठहरने और हवाई अड्डे पर उतरने के बाद किस नंबर की बस लेना होगा जैसी जानकारियां होंगी.
उन्होंने कहा कि इसके अलावा हज यात्रियों के सिम कार्ड को हज मोबाइल ऐप से लिंक करने की व्यवस्था की गई है, जिससे हज यात्रियों को मक्का-मदीना में हज से सम्बंधित नवीनतम जानकारियां तत्काल प्राप्त होती रहेंगी.
इस वर्ष हज यात्रियों को सभी प्रकार की जानकारी मुहैया कराने एवं पूरी हज प्रक्रिया में मदद के लिए 100 टेलीफोन लाइन का सूचना केंद्र हज हाउस, मुंबई में शुरू किया गया है.
नकवी ने कहा कि हज ग्रुप ऑर्गनाइजर्स को भी सौ प्रतिशत डिजिटल कर पोर्टल से जोड़ दिया गया है, जिसके चलते पारदर्शिता और हज ग्रुप ऑर्गनाइजर्स के जरिये जाने वाले हज यात्रियों को आसानी हुई है. पहली बार पारदर्शिता और हज यात्रियों की सहूलियत के लिए हज समूह आयोजकों का भी पोर्टल बनाया गया, जिसमें सभी अधिकृत एचजीओ के पैकेज आदि सभी जानकारी दी गई हैं.
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नकवी ने कहा कि पिछले लगभग चार वर्ष के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के डिजिटल इंडिया अभियान के तहत ही अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा हज सहित सभी अन्य योजनाओं को भी शत-प्रतिशत डिजिटल/ऑनलाइन करने की दिशा में प्रभावी एवं सफल कदम उठाए गए हैं.
उन्होंने कहा कि जेद्दा में भारतीय वाणिज्य दूतावास, सऊदी अरब की सरकार एवं अन्य सम्बंधित एजेंसियां हज 2020 को सफल, सुगम बनाने के लिए सहयोग कर रहे हैं. 2020 में दो लाख भारतीय मुसलमान बिना किसी हज सब्सिडी के हज यात्रा पर जाएंगे.
मंत्री के मुताबिक, 30 नवंबर तक भारतीय हज कमेटी को कुल 176, 714 आवेदन मिले थे. आवेदन की आखिरी तिथि पांच दिसंबर है.
नकवी ने कहा कि सऊदी अरब की सरकार ने भारत के हज यात्रियों की सुरक्षा-सुविधा के सम्बन्ध में हमेशा से ही सक्रिय रूचि दिखाई है, जो भारत और सऊदी अरब के मजबूत रिश्तों का ही एक हिस्सा है.
उन्होंने कहा कि सऊदी अरब के शाह सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सऊद एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दोनों देशों के संबंधों को नई ऊंचाई मिली है.