हैदराबाद : बरसात का मौसम आने के साथ ही मच्छर के काटने से जानलेवा डेंगू बुखार होने का खतरा बढ़ रहा है. यह मच्छर जमा हुए पानी (जैसे बाल्टी, ड्रम, फूलदान, कुएं और पेड़ के छेद) में ज्यादा होते हैं. वर्तमान में शहरीकरण के साथ मच्छरों ने खुद को इस वातावरण के अनुकूल कर लिया है. अब शहरी घरों में भी ये मच्छर आसानी से पाए जाते हैं. इन मच्छरों के काटने के सात दिन बाद मरीज में डेंगू बुखार के लक्षण दिखाई देते हैं. ये मच्छर जिका, चिकनगुनिया और अन्य बीमारियां भी फैलाते हैं.
डेंगू से जुड़ी आवश्यक जानकारियां
- दुनिया भर के 100 से अधिक देशों में डेंगू है.
- दुनिया की 40% आबादी, लगभग 3 बिलियन लोग, डेंगू के जोखिम वाले क्षेत्रों में रहते हैं.
- हर साल करीब 400 मिलियन लोग डेंगू से संक्रमित होते हैं.
- डेंगू से लगभग 100 मिलियन लोग गंभीर रूप से बीमार हो जाते हैं और करीब 22,000 लोग डेंगू से मर जाते हैं.
कैसे फैलता है डेंगू
- डेंगू वायरस एडीज प्रजाति के मच्छरों के काटने से लोगों में फैलता है. ये उसी प्रकार के मच्छर हैं जो जीका और चिकनगुनिया के वायरस फैलाते हैं.
- ये मच्छर आम तौर पर जमा किए हुए पानी के पास अंडे देते हैं, जैसे बाल्टी में, पालतू जानवरों के बर्तन में, फूलदान में आदि.
- ये मच्छर इंसानों को ज्यादा काटते हैं और लोगों के घर के अंदर और बाहर दोनों जगह रहते हैं.
- डेंगू, चिकनगुनिया और जीका फैलाने वाले मच्छर दिन और रात में काटते हैं.
- पहले से ही डेंगू से संक्रमित एक गर्भवती महिला अपने भ्रूण को गर्भावस्था के दौरान या जन्म के समय संक्रमित कर सकती है.
भारत में डेंगू के इलाज पर खर्च होने वाली लागत
- कुल प्रत्यक्ष वार्षिक चिकित्सा लागत $ 548 मिलियन.
- एंबुलेटरी सेटिंग्स के जरिये 67% का इलाज किया गया, जिसमें 18 प्रतिशत की लागत आई.
- 33% मरीज अस्पताल में भर्ती हुए, जिसमें 82% लागत आई.
- 80 प्रतिशत खर्च निजी सुविधाओं में हुआ.
- 2016 में डेंगू की कुल लागत गंभीर मामलों के कारण 14.3% के साथ लगभग $5.71 बिलियन थी.
- कम गंभीर मामलों में जो लागत आई, वह अस्पताल में भर्ती होने पर 62.9%, एंबुलेंस पर 17% और गैर चिकित्सा मामलों पर 5.8% रही.
डेंगू से बचने के उपाय
- मच्छर भगाने वाली क्रीम का इस्तेमाल करें.
- पूरी तरह से ढकने वाले कपड़े पहनें.
- खिड़कियों और दरवाजों पर जालीदार दरवाजों का उपयोग करें.
- सुबह और शाम को बाहर रहने से बचने की कोशिश करें.
- आसपास पानी जमा न होने दें.
- प्लांट पॉट प्लेटों से अतिरिक्त पानी निकालें.
- मच्छर के अंडों को निकालने के लिए कंटेनर को स्क्रब करें.
- गमलों में लगे पौधों की मिट्टी को ढीला करें.
- एयर कंडीशनिंग यूनिट के नीचे कोई बर्तन न रखें.
डेंगू के लक्षण
- डेंगू का सबसे आम लक्षण हैं, मिचली, उल्टी और बुखार आना.
- आंखों में दर्द, मांसपेशियों, जोड़ों या हड्डी में दर्द होना.
- डेंगू में ज्यादातर लोग लगभग एक सप्ताह में ठीक हो जाते हैं.
डेंगू संक्रमण की गंभीर स्थिति में
- पेट दर्द
- उल्टी- 24 घंटे में कम से कम 3 बार
- नाक या मसूड़ों से खून आना
- खून की उल्टी, या मल में खून
- थकान महसूस करना, बेचैनी या चिड़चिड़ापन महसूस करना
भारत सरकार ने 2019 के दौरान देश में डेंगू को रोकने के लिए निम्नलिखित कदम उठाए :-
- सरकार ने डेंगू से रोकथाम और नियंत्रण और केस प्रबंधन के लिए तकनीकी दिशानिर्देश प्रदान किए.
- डेंगू के बेहतर इलाज के लिए डॉक्टरों की ट्रेनिंग.
- प्रारंभिक मामले का पता लगाने, रोकथाम और नियंत्रण के लिए निगरानी की व्यवस्था.
- 2019 में 15 परामर्श जारी किए गए और 10 समीक्षाएं की गईं.
- 680 सैनटिनल सर्विलांस अस्पताल में मुफ्त चिकित्सा.
- देश भर में एपेक्स रेफरल लेबोरेटरीज में जांच की व्यवस्था.
- एनआईवी पुणे से 7958 डेंगू किट (1 किट = 96 परीक्षण) की आपूर्ति की.
- देश भर में 16 मई को राष्ट्रीय डेंगू दिवस का अवलोकन.
- भारत सरकार डेंगू की रोकथाम और नियंत्रण के लिए जनता में प्रचार प्रसार को बढ़ावा देती है. इसके लिए फंड की भी व्यवस्था की जाती है.