हैदराबाद: विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के सदस्यों ने शुक्रवार को एआईएमआईएम के नेता अकबरूद्दीन ओवैसी के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी है. दोनों दलों ने आरोप लगाया है कि जिस प्रकार टिप्पणी उन्होंने की है वह सामाजिक शांति के लिए 'खतरनाक' है और एक समुदाय को दूसरे के खिलाफ भड़का सकती है.
ओवैसी ने हालांकि, ऐसे बयान दिये जाने से इंकार किया है. उन्हें दिसंबर 2012 में अदिलाबाद जिले में एक सार्वजनिक सभा में घृणास्पद बयान देने के मामले में गिरफ्तार कर बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया था.
तेलंगाना के करीमनगर जिले में मंगलवार को सार्वाजनिक सभा में विधायक ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ उनके '15 मिनट के झटके' वाले बयान से अबतक उबर नहीं पाया है, जो उन्होंने 2012 में भाषण में दिया था.
विहिप और बजरंग दल के सदस्यों ने आरोप लगाया कि 2012 में दिये गए आपत्तिजनक बयान को दोहराकर ओवैसी ने एक समुदाय को उकसाने का प्रयास किया है. इसलिए ही उन्होंने पुलिस में शिकायत की है.
दोनों संगठनों ने कहा कि सामाजिक शांति और भाईचारे के लिए उनका बयान खतरनाक है. ऐसे किसी बयान से इंकार करते हुए एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के भाई अकबरूद्दीन ने दावा किया कि कुछ लोग राजनीतिक लाभ के लिए उनके बयान में कुछ शब्द जोड़ कर उसे घुमा रहे हैं.
उन्होंने बयान जारी कर कहा, 'मेरे बयान में कुछ भी गलत या आपराधिक नहीं है. मैने कानून के किसी प्रावधान का उल्लंघन नहीं किया है.' सुल्तान बाजार पुलिस थाने के निरीक्षक सुब्बारामी रेड्डी ने कहा कि वह आगे की कार्रवाई करने से पहले शिकायत पर कानूनी सलाह लेंगे.