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हैदराबाद का नाम भाग्यनगर करने का बाबा रामदेव ने किया समर्थन, कही ये बड़ी बात

हैदराबाद का नाम बदलने वाले योगी आदित्यनाथ के बयान का बाबा रामदेव ने समर्थन किया है. बाबा रामदेव ने कहा कि हैदराबाद का प्राचीन ऐतिहासिक और गौरवपूर्ण नाम भाग्यनगर ही है.

हैदराबाद का नाम भाग्यनगर करने का बाबा रामदेव ने किया समर्थन, कही ये बड़ी बात
हैदराबाद का नाम भाग्यनगर करने का बाबा रामदेव ने किया समर्थन, कही ये बड़ी बात
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Published : Dec 1, 2020, 1:58 PM IST

हरिद्वार : हैदराबाद के नाम को लेकर एक बार फिर राजनीति गर्मा गई है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान के समर्थन में अब योग गुरु बाबा रामदेव भी आ गए हैं. बाबा रामदेव ने कहा कि हैदराबाद का हैदर से कोई लेना-देना नहीं है. हैदराबाद का प्राचीन ऐतिहासिक और गौरवपूर्ण नाम भाग्यनगर ही है.

बाबा रामदेव ने देश के तमाम ऐसे राज्यों के नाम बदलने की बात भी कही है, जो आज भी मुगल शासन और अंग्रेजों के वक्त में रखे गए थे. साथ ही बाबा रामदेव ने लगातार बढ़ रहे कोरोना प्रकोप पर भी चिंता व्यक्त की है.

बाबा रामदेव ने किया योगी का समर्थन

हैदराबाद के नाम बदलने को लेकर बाबा रामदेव ने कहा कि यह सत्य है कि कई ऐतिहासिक भूल हुई हैं. हरिद्वार में जहां हमारा योग ग्राम बना है, उसके पास के गांव का नाम भी औरंगाबाद है. हरिद्वार से औरंगजेब का क्या लेना-देना था? हमारे कई तीर्थों के नामों को भी गलत नामों से संबोधित किया गया. इलाहाबाद को अल्लाह बाद दिया गया, अयोध्या का नाम फैजाबाद, महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले को लोग आज भी सांभाजी नगर बोलते हैं.

उन्होंने कहा कि ऐसे देश में कितने नाम हैं, जिनके जरिए मुगल और अंग्रेजों ने हमारी पहचान मिटाने की कोशिश की है. रामदेव का कहना है कि यह सच है कि हैदराबाद का हैदर से कोई लेना-देना नहीं है, हैदराबाद का प्राचीन और गौरवपूर्ण नाम भाग्यनगर ही है और उसे वही होना चाहिए.

पढ़ें : जीएचएमसी चुनाव : सीएम योगी का वादा- हैदराबाद बनेगा भाग्यनगर

वहीं, देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना के प्रकोप को लेकर भी बाबा रामदेव ने भी चिंता जाहिर की. रामदेव का कहना है कि लोग सोशल-डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं, लोग त्योहारों में मास्क पहनना भूल गए हैं. वह सब से अपील करते हैं कि दो गज दूरी और मास्क जरूर लगाएं.

रामदेव का कहना है कि हम डेढ़ सौ देशों में शवाशरी और कोरनिल भेज रहे हैं. हमारे द्वारा बहुत बड़ा प्रयोग किया गया है. जिसका खुलासा जल्द किया जाएगा. बाबा रामदेव ने कहा कि उनके द्वारा जेबरा फिश पर शवाशरी और कोरोनिल का परीक्षण किया गया. जेबरा फिश को शवाशरी और कोरनिल नहीं दिया, उसमें से 25% मछलियां कुछ ही दिनों में मर गईं. जिन्हें शवाशरी और कोरनिल दी गई वह 100% बच गईं.

उन्होंने कहा कि हमने एनिमल ट्रायल से लेकर ह्यूमन ट्रायल का काम किया है. शवाशरी और कोरनिल के सेवन को लेकर बाबा रामदेव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वैक्सीन की खुद निगरानी कर रहे हैं, यह बहुत बड़ी बात है. मगर वैक्सिन कोरोना की दवाई नहीं है. वैक्सीन लगाने से आप कोरोना से बच सकते हैं, मगर कोरोना होने के बाद कोई वैक्सीन काम नहीं करेगी. इसके लिए आपको सिर्फ योगा और शवाशरी कोरनिल लेनी पड़ेगी.

हरिद्वार : हैदराबाद के नाम को लेकर एक बार फिर राजनीति गर्मा गई है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान के समर्थन में अब योग गुरु बाबा रामदेव भी आ गए हैं. बाबा रामदेव ने कहा कि हैदराबाद का हैदर से कोई लेना-देना नहीं है. हैदराबाद का प्राचीन ऐतिहासिक और गौरवपूर्ण नाम भाग्यनगर ही है.

बाबा रामदेव ने देश के तमाम ऐसे राज्यों के नाम बदलने की बात भी कही है, जो आज भी मुगल शासन और अंग्रेजों के वक्त में रखे गए थे. साथ ही बाबा रामदेव ने लगातार बढ़ रहे कोरोना प्रकोप पर भी चिंता व्यक्त की है.

बाबा रामदेव ने किया योगी का समर्थन

हैदराबाद के नाम बदलने को लेकर बाबा रामदेव ने कहा कि यह सत्य है कि कई ऐतिहासिक भूल हुई हैं. हरिद्वार में जहां हमारा योग ग्राम बना है, उसके पास के गांव का नाम भी औरंगाबाद है. हरिद्वार से औरंगजेब का क्या लेना-देना था? हमारे कई तीर्थों के नामों को भी गलत नामों से संबोधित किया गया. इलाहाबाद को अल्लाह बाद दिया गया, अयोध्या का नाम फैजाबाद, महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले को लोग आज भी सांभाजी नगर बोलते हैं.

उन्होंने कहा कि ऐसे देश में कितने नाम हैं, जिनके जरिए मुगल और अंग्रेजों ने हमारी पहचान मिटाने की कोशिश की है. रामदेव का कहना है कि यह सच है कि हैदराबाद का हैदर से कोई लेना-देना नहीं है, हैदराबाद का प्राचीन और गौरवपूर्ण नाम भाग्यनगर ही है और उसे वही होना चाहिए.

पढ़ें : जीएचएमसी चुनाव : सीएम योगी का वादा- हैदराबाद बनेगा भाग्यनगर

वहीं, देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना के प्रकोप को लेकर भी बाबा रामदेव ने भी चिंता जाहिर की. रामदेव का कहना है कि लोग सोशल-डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं, लोग त्योहारों में मास्क पहनना भूल गए हैं. वह सब से अपील करते हैं कि दो गज दूरी और मास्क जरूर लगाएं.

रामदेव का कहना है कि हम डेढ़ सौ देशों में शवाशरी और कोरनिल भेज रहे हैं. हमारे द्वारा बहुत बड़ा प्रयोग किया गया है. जिसका खुलासा जल्द किया जाएगा. बाबा रामदेव ने कहा कि उनके द्वारा जेबरा फिश पर शवाशरी और कोरोनिल का परीक्षण किया गया. जेबरा फिश को शवाशरी और कोरनिल नहीं दिया, उसमें से 25% मछलियां कुछ ही दिनों में मर गईं. जिन्हें शवाशरी और कोरनिल दी गई वह 100% बच गईं.

उन्होंने कहा कि हमने एनिमल ट्रायल से लेकर ह्यूमन ट्रायल का काम किया है. शवाशरी और कोरनिल के सेवन को लेकर बाबा रामदेव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वैक्सीन की खुद निगरानी कर रहे हैं, यह बहुत बड़ी बात है. मगर वैक्सिन कोरोना की दवाई नहीं है. वैक्सीन लगाने से आप कोरोना से बच सकते हैं, मगर कोरोना होने के बाद कोई वैक्सीन काम नहीं करेगी. इसके लिए आपको सिर्फ योगा और शवाशरी कोरनिल लेनी पड़ेगी.

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