श्रीनगर/नई दिल्ली : जम्मू कश्मीर में हिमस्खलन की चार घटनाओं में सोमवार की रात से छह सैनिकों समेत 12 लोगों की मौत हो गई है. इस पर जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू ने केन्द्र शासित प्रदेश के विभिन्न भागों में हिमस्खलनों के कारण लोगों की मौत होने पर मंगलवार को दुख व्यक्त किया.
उपराज्यपाल ने अपने संदेश में दिवंगत आत्माओं की शांति और शोक संतप्त परिवारों को शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की. एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि मुर्मू ने घायलों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के प्रशासन को निर्देश दिये और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की.
इससे पहले उत्तरी कश्मीर के विभिन्न स्थानों पर हिमस्खलन में दबने से सेना के पांच जवान की मौत हो गई थी. चार सैनिकों के शव को बर्फ से बाहर निकाल लिया गया, जबकि एक जवान के शव की तलाश की जारी है.
पुलिस ने बताया कि गंदेरबल जिले में गगनगीर इलाके के सोमवार की रात एक गांव में एक अन्य हिमस्खलन हुआ जिसमें पांच नागरिकों की मौत हो गई जबकि चार अन्यों को बचा लिया गया.
बांदीपुरा के गुरेज में एक अन्य नागरिक की मौत हो गई.
एक अन्य घटना कश्मीर के नौगाम सेक्टर में सोमवार की रात साढ़े आठ बजे हुई जिसमें एलओसी पर बीएसएफ की चौकी पर हिमस्खलन हुआ. इस घटना में बीएसएफ के एक जवान की मौत हो गई और छह अन्य को बचा लिया गया.
अधिकारियों ने मृत जवान की पहचान बल की 77वीं बटालियन के कांस्टेबल गंगा बारा के रूप में की है.
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बल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'प्रभावित क्षेत्र में कुल सात सैनिक तैनात थे. छह सैनिकों को सुरक्षित बचा लिया गया जबकि कांस्टेबल बारा को काफी प्रयासों के बाद भी बचाया नहीं जा सका.'
जवान पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले का रहने वाला था और 2011 में बीएसएफ में शामिल हुआ था.आपको बता दें खराब मौसम के चलते जवानों की चिकित्सा मे परेशानी हो रही है. गौरतलब है कि कश्मीर में अलग-अलग जगहों पर हिमस्खलन हो रहा हो रहा है.