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साथी की गिरफ्तारी के विरोध में एएमयू छात्रों ने लगाया जाम, रिहाई की मांग

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Published : Jan 27, 2020, 9:23 AM IST

Updated : Feb 28, 2020, 2:50 AM IST

यूपी के अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रों ने छात्र अहमद मुस्तफा की रिहाई न होने पर जाम लगाया. छात्रों ने प्रशासन से मुस्तफा को तुरंत छोड़ने की मांग की. पढ़ें पूरी खबर.

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छात्रों ने लगाया जाम

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एमयू) के छात्र अहमद मुस्तफा की रिहाई की मांग को लेकर देर रात तक अनूपशहर रोड पर जमे रहे. छात्र की रिहाई के लिए पुलिस ने सोमवार दोपहर तक छात्रों को आश्वासन दिया, लेकिन पुलिस प्रशासन की बातों पर विश्वास नहीं होने के चलते छात्रों ने छात्र मुस्तफा को तुरंत छोड़ने की मांग कर जाम लगा दिया.

शिक्षकों ने भी प्रशासन से बात की, लेकिन गिरफ्तार चार छात्रों में से केवल तीन को ही पुलिस ने रिहा किया. वहीं पुलिस ने छात्र अहमद मुस्तफा फराज पर 151 की कार्रवाई करते हुए जेल भेज दिया. इसके बाद पुलिस प्रशासन ने छात्र को सोमवार को मुचलका भरने पर रिहा करने की बात कहीं.

AMU के छात्रों ने लगाया जाम.

एएमयू शिक्षकों और छात्रों ने देर शाम जिलाधिकारी के आवास पर पहुंच कर उनसे बात की. इस दौरान छात्रों की एसएसपी से तीखी नोकझोंक भी हुई. जब छात्रों ने एसएसपी से लिखित में सोमवार दोपहर को छात्र को छोड़ने की बात कही, तो एसएसपी आकाश कुलहरि ने इनकार कर दिया. इसके बाद गुस्साए छात्र जाम लगाकर गिरफ्तार छात्र अहमद मुस्तफा की रिहाई की मांग करने लगे.'

पढ़ें : उत्तर प्रदेश : झंडारोहण के दौरान एएमयू छात्रों ने लगाए 'वीसी गो बैक' के नारे

एएमयू के छात्र संघ के पूर्व उपाध्यक्ष सज्जाद सुभान राथर लोकतंत्र कुलपति से सवाल पूछने की इजाजत देता है. छात्रों को अवैध तरीके के डिटेन किया गया है. अगर सिटी के हालात खराब होते हैं तो इसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी.

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एमयू) के छात्र अहमद मुस्तफा की रिहाई की मांग को लेकर देर रात तक अनूपशहर रोड पर जमे रहे. छात्र की रिहाई के लिए पुलिस ने सोमवार दोपहर तक छात्रों को आश्वासन दिया, लेकिन पुलिस प्रशासन की बातों पर विश्वास नहीं होने के चलते छात्रों ने छात्र मुस्तफा को तुरंत छोड़ने की मांग कर जाम लगा दिया.

शिक्षकों ने भी प्रशासन से बात की, लेकिन गिरफ्तार चार छात्रों में से केवल तीन को ही पुलिस ने रिहा किया. वहीं पुलिस ने छात्र अहमद मुस्तफा फराज पर 151 की कार्रवाई करते हुए जेल भेज दिया. इसके बाद पुलिस प्रशासन ने छात्र को सोमवार को मुचलका भरने पर रिहा करने की बात कहीं.

AMU के छात्रों ने लगाया जाम.

एएमयू शिक्षकों और छात्रों ने देर शाम जिलाधिकारी के आवास पर पहुंच कर उनसे बात की. इस दौरान छात्रों की एसएसपी से तीखी नोकझोंक भी हुई. जब छात्रों ने एसएसपी से लिखित में सोमवार दोपहर को छात्र को छोड़ने की बात कही, तो एसएसपी आकाश कुलहरि ने इनकार कर दिया. इसके बाद गुस्साए छात्र जाम लगाकर गिरफ्तार छात्र अहमद मुस्तफा की रिहाई की मांग करने लगे.'

पढ़ें : उत्तर प्रदेश : झंडारोहण के दौरान एएमयू छात्रों ने लगाए 'वीसी गो बैक' के नारे

एएमयू के छात्र संघ के पूर्व उपाध्यक्ष सज्जाद सुभान राथर लोकतंत्र कुलपति से सवाल पूछने की इजाजत देता है. छात्रों को अवैध तरीके के डिटेन किया गया है. अगर सिटी के हालात खराब होते हैं तो इसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी.

Intro:अलीगढ़ : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्र देर रात तक अनूपशहर रोड पर जमे रहे. गिरफ्तार छात्र अहमद मुस्तफा की रिहाई की मांग कर रहे छात्रों को सोमवार दोपहर तक आश्वासन दिया गया. लेकिन छात्रों को पुलिस प्रशासन की बात पर विश्वास नहीं है. और गिरफ्तार छात्र अहमद मुस्तफा फराज को तुरंत छोड़ने की मांग को लेकर रोड पर जाम लगाये रखा. इस दौरान शिक्षकों की बात प्रशासन से भी हुई. हांलाकि गिरफ्तार तीन छात्रों को पुलिस ने रिहा कर दिया. लेकिन अहमद मुस्तफा फराज पर 151 की कार्रवाई करते हुए जेल भेज दिया . और सोमवार को मुचलका भरने पर रिहा करने की बात प्रशासन ने कहीं. 






Body:वहीं देर शाम जिलाधिकारी के आवास पर एएमयू  शिक्षकों व छात्रों का दल बात करने गया. इस दौरान छात्रों की एसएसपी से तीखी नोंक झोंक हुई. जब छात्रों ने एसएसपी से लिखित में सोमवार दोपहर को छात्र को छोड़ने की बात कही. तो एसएसपी आकाश कुलहरि चीख पड़ें कि मैं  लिख कर नहीं दूंगा.


Conclusion:जब एसएसपी के आश्वासन की बात रोड पर बैठे छात्रों को बताई गई. तो छात्र जाम से हटने को तैयार नहीं हुये.छात्रों ने कहा कि प्राक्टर टीम ने छात्र को पुलिस के सुपुर्द क्यों किया. छात्र अहमद मुस्तफा क्रिमिनल या  टेररिस्ट नहीं है जो उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया.ये पुलिस का ईगो है कि छात्र को नहीं छोड रहे हैं .पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष सज्जाद ने कहा कि लोकतंत्र कुलपति से सावल पूछने की इजाजत देता है.छात्रों को अवैध तरीके के डिटेन किया गया है.सज्जाद ने कहा कि अगर सिटी के हालात खराब होता है तो इसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी.    

बाइट - सज्जाद सुभान राथर , पूर्व उपाध्यक्ष , एएमयू छात्रसंघ

आलोक सिंह, अलीगढ़
9837830535


Last Updated : Feb 28, 2020, 2:50 AM IST
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