नई दिल्ली : गृह मंत्री अमित शाह भले ही बीजेपी के संगठन के कार्यों से अपने आप को अलग रख रहे हों मगर बंगाल चुनाव का पूरा दारोमदार उनके कंधों पर ही रहेगा. यह संकेत अमित शाह ने सीधे तौर पर पिछले दिनों बंगाल के सभी सांसदों के साथ बैठक में दे दिया था. वह दुर्गा पूजा से ठीक पहले वेस्ट बंगाल में एक बैठक का आयोजन कर कार्यकर्ताओं के अंदर जोश भर सकते हैं.
नाक की लड़ाई साबित होगा बंगाल चुनाव
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव गृह मंत्री अमित शाह के लिए नाक की लड़ाई साबित होनी है. बंगाल में हर हाल में सत्ता पर काबिज होने का शंखनाद अमित शाह ने तभी कर दिया था जब वह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे. यही वजह है कि अध्यक्ष पद से हटने के बाद भी अमित शाह ने बंगाल चुनाव की बागडोर अपने हाथ में ही ले रखी है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पिछले दिनों जब बैठक में सभी सांसदों ने अमित शाह के साथ शिरकत की थी तो उन्होंने यह बात रखी थी कि बंगाल में ममता बनर्जी सरकार द्वारा किये जा रहे अत्याचार की वजह से कार्यकर्ता डरे और सहमे हैं. ऐसे में जरूरत है वहां पर उन्हें सुरक्षा दिलाये जाना. इस बात को प्रमुखता से लेते हुए गृह मंत्री ने यह निर्णय लिया कि वह बंगाल के प्रसिद्ध दुर्गा पूजा से ठीक पहले बंगाल जाएंगे और सभी कार्यकर्ताओं से वन-टू-वन मिलकर उनके अंदर जोश भरेंगे. सभी कार्यकर्ताओं को यह भी एहसास कराया जाएगा कि केंद्र की मोदी सरकार और गृह मंत्रालय लगातार उनकी सुरक्षा में मुस्तैद है. यही नहीं पार्टी इस दौरे के दौरान अमित शाह की रैली की भी योजना बना रही है. जो वर्चुअल रैली ना होकर एक सार्वजनिक बैठक की तरह होगी. जिसके लिए लोगों को कोरोना काल में जुटा पाना वहां के नेताओं के लिए एक बड़ी चुनौती होगी.
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अमित शाह कर सकते हैं बंगाल का दौरा
हालांकि, सांसदों ने इस बात की भी चर्चा भी की कि शायद वहां की ममता बनर्जी सरकार महामारी का बहाना लेते हुए ऐसे सार्वजनिक कार्यक्रमों पर प्रतिबंध लगा सकती है मगर भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ता रैली नहीं होने की अवस्था में वहां पर कार्यकर्ताओं की एक बैठक का भी आयोजन कर सकती है. पिछले दिनों बंगाल के प्रमुख भाजपा नेताओं और केंद्र के भाजपा नेताओं के बीच भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर पर हुई 4 घंटे मैराथन इस बैठक में इन कार्यक्रमों को भी तय किया गया कि आने वाले दिनों में किस तरह से भारतीय जनता पार्टी की वहां पर राजनीतिक गतिविधियां बढ़ाई जाएं. यह बात भी निकल कर सामने आई कि दुर्गा पूजा के दौरान पंचमी से अष्टमी के बीच गृह मंत्री अमित शाह बंगाल का दौरा कर सकते हैं.
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2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी को मिली थीं 18 सीटें
2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को 18 सीटें मिली थी. उसके बाद से लगातार भारतीय जनता पार्टी तृणमूल कांग्रेस को कड़ी चुनौती देती आ रही है. अमित शाह ने बंगाल के नेताओं को यह साफ निर्देश दिया है की पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से संबंधित जो भी कार्यक्रम बनाए जाएं कोरोना वायरस को ध्यान में रखते हुए बनाए जाएं. जिससे स्थानीय प्रशासन को उसे रद्द करने का कोई मौका ना मिल सके. गृह मंत्री अमित शाह कुछ ही दिनों पहले कोविड-19 से ठीक होकर घर लौटे हैं बावजूद इसके उनका बंगाल के लिए उनका कार्यक्रम इस माह के अंत में तैयार किया जा रहा है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि अमित शाह के लिए बंगाल की लड़ाई किस कदर नाक की लड़ाई बन चुकी है.