नई दिल्ली: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जम्मू एवं कश्मीर और पूर्वोत्तर क्षेत्र के मुद्दे पर विस्तृत बैठकें की. शाह जम्मू एवं कश्मीर में इस वर्ष राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव और अमरनाथ यात्रा से पहले अपना ध्यान सुरक्षा और विकास पहलों पर केंद्रित कर रहे हैं.
चुनाव इस वर्ष संभवत: अक्टूबर-नवंबर में हो सकते हैं. अधिकारी ने बताया कि अमरनाथ यात्रा की शुरुआत एक जुलाई को होगी और इसकी समाप्ति 15 अगस्त को होगी.
अधिकारी ने कहा कि गृहमंत्री ने आतंकवादियों पर दबाव बनाने और विधानसभा चुनाव व अमरनाथ यात्रा को दुर्घटना मुक्त बनाने पर जोर दिया. इसके साथ ही सीमा क्षेत्रों की स्थिति पर भी चर्चा की गई.
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बैठक में केंद्रीय गृहसचिव राजीव गौबा, खुफिया विभाग के प्रमुख राजीव जैन और अतिरिक्त सचिव (जम्मू एवं कश्मीर) कुमार ज्ञानेश, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन, पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, विदेश मंत्री एस जयशंकर, भाजपा नेता उमा भारती, केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह सहित लगभग सभी वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री शामिल थे.
बैठक के दौरान अनुच्छेद 35ए और अनुच्छेद 370 पर भी चर्चा की गई.
एक जून को कार्यभार संभालने के बाद, शाह ने जम्मू एवं कश्मीर के मुद्दे पर दो बैठकें और मंगलवार को एक तीसरी बैठक आयोजित की.
इसके अलावा, शाह ने पूर्वोत्तर मुद्दे पर एक और बैठक की, जिसके तहत सर्वोच्च न्यायालय की ओर से दी गई समयसीमा के अंदर असम में एनआरसी का काम पूरा करने के बारे में चर्चा हुई.
पूर्वोत्तर के संयुक्त सचिव सत्येंद्र गर्ग ने पूर्वोत्तर राज्यों के मुद्दे पर एक विस्तृत प्रजेंटेशन दिया.