श्रीनगर: हिंदुओं के पवित्र तीर्थ स्थल अमरनाथ गुफा के दर्शन के लिए जम्मू-कश्मीर में स्थित बालटाल बेस कैंप से पहला जत्था रवाना हो गया है. बीते दिन फूल मालाओं से स्वागत के बाद जम्मू से कश्मीर घाटी के लिए पहला जत्था रवाना हुआ था. 45 दिवसीय अमरनाथ यात्रा सोमवार को औपचारिक रूप से शुरू हो गई है और 15 अगस्त को श्रावन पूर्णिमा पर्व के दिन इसका समापन होगा.
अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा के लिए 'बम बम भोले' के जयकारों के बीच 2,234 श्रद्धालुओं का पहला जत्था यहां के एक आधार शिविर से रविवार को रवाना हुआ. यह यात्रा सोमवार से शुरू होने वाली है.
अब तक देश भर से करीब डेढ़ लाख श्रद्धालुओं ने 46 दिन चलने वाली यात्रा के लिए पंजीकरण कराया है. यह यात्रा अनंतनाग जिले के 36 किलोमीटर लंबे पारंपरिक पहलगाम मार्ग और गांदेरबल जिले के 14 किलोमीटर लंबे बालटाल मार्ग से होती है.
राज्यपाल के सलाहकार के के शर्मा ने आज तड़के यहां के भगवती नगर आधार शिविर से तीन मोटरसाइकल समेत 93 वाहनों के पहले काफिले को कश्मीर के लिए रवाना किया जिनमें श्रद्धालु सवार थे. उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण एवं सुचारु यात्रा सुनिश्चित करने के लिए सभी जरूरी इंतजाम कर दिए गए हैं.
यह यात्रा सोमवार को कश्मीर के दोहरे मार्गों से आधिकारिक रूप से शुरू होगी और यह 15 अगस्त को रक्षाबंधन के मौके पर समाप्त होगी.
अधिकारियों ने बताया कि 17 बच्चों समेत कुल 2,234 श्रद्धालु नूनवां-पहलगाम और बालटाल आधार शिविरों के लिए रवाना हो गए.
एक ओर जहां 130 महिलाओं, सात बच्चों एवं 45 साधुओं समेत 1228 श्रद्धालुओं ने पारंपरिक पहलगाम मार्ग चुना है वहीं दूसरी ओर 203 महिलाएं एवं 10 बच्चों समेत 1,006 श्रद्धालु बालटाल मार्ग से यात्रा करेंगे.
श्रद्धालुओं का जत्था आज शाम तक दो आधार शिविरों तक पहुंच जाएंगे और यात्रा के लिए रवाना होने से पहले रात भर वहां रुकेंगे.
जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने अमरनाथ तीर्थयात्रा के मद्देनजर रविवार को श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग के सुरक्षा इंतजामों का जायजा लिया.
इस संबंध में एक पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि सिंह ने सोमवार से शुरू होकर 46 दिनों तक चलने वाली इस तीर्थयात्रा के लिए यातायात सुगम बनाए रखने के इंतजामों की समीक्षा की.
उन्होंने कई जगहों का मुआयना कर सुरक्षा की पड़ताल की और वॉलनट फैक्टरी, मीर बाजार और पंथा चौक पर बने शिविरों में ठहरे तीर्थयात्रियों से मुलाकात की.