श्रीनगर : दक्षिण कश्मीर में हिमालय की पहाड़ियों के बीच 3,880 मीटर ऊंचाई पर स्थित शिवलिंग के दर्शन के लिए वार्षिक अमरनाथ यात्रा इस बार 21 जुलाई से शुरू होगी. हालांकि कोरोना महामारी के चलते इस बार यात्रा अवधि को घटाकर सिर्फ 15 दिन करने का निर्णय लिया गया है. श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड द्वारा जारी एक बयान के अनुसार तीन अगस्त को पड़ रही श्रावण पूर्णिमा के दिन यात्रा का समापन होगा
वार्षिक अमरनाथ यात्रा, जो लगभग दो महीने तक रहती है, जून में शुरू होती है और अगस्त में रक्षा बंधन त्योहार के अवसर पर विशेष पूजा के साथ समाप्त होती है. लेकिन कोरोना वायरस के कारण अमरनाथ यात्रा इसे साल 15 दिनों तक रखने का निर्णय लिया गया है. तीर्थयात्रियों का पहला जत्था 21 जुलाई को दर्शन के लिए निकलेगा.
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- साधुओं को छोड़कर, 55 वर्ष से कम उम्र के तीर्थयात्रियों को ही अनुमति दी जाएगी.
- यात्रा करने वाले सभी लोगों के पास COVID नकारात्मक प्रमाणपत्र होने चाहिए.
- साधुओं को छोड़कर सभी तीर्थयात्रियों को यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण करना होगा.
- यात्रा 2020 केवल उत्तरी कश्मीर बालटाल मार्ग से होकर निकलेगी.
- यह भी तय किया गया है कि 15 दिनों के दौरान सुबह और शाम गुफा मंदिर में की गई 'आरती' का देशभर के भक्तों के लिए सजीव प्रसारण होगा.
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एसएएसबी के एक अधिकारी ने कहा कि तीर्थयात्रियों को वायरस के लिए क्रॉस-चेक किया जाएगा.
अधिकारियों ने कहा कि किसी भी तीर्थयात्री को पहलगाम मार्ग के माध्यम से इस वर्ष की यात्रा शुरू करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
यात्रा 2020 का समापन तीन अगस्त को श्रावण पूर्णिमा पर होगा, जो रक्षा बंधन त्योहार के साथ मेल खाता है.