नई दिल्ली : महागठबंधन का कहना है कि चुनावों के दौरान धांधली हुई है. विपक्ष के सभी नेता ईवीएम और वीवीपीएटी और रि-पोल जैसे मुद्दों को लेकर चुनाव आयोग के पास जा सकते हैं.
ईटीवी भारत से बात करते हुए सीपीआई (एम) के वरिष्ठ नेता हन्नान मोल्लाह ने पुष्टि की कि सभी विपक्षी दल मंगलवार को चुनाव आयोग से मिलेंगे और कई मुद्दों को उनके समक्ष रखेंगे.
चुनाव आयोग द्वारा पक्षपात किए जाने के आरोपों के सवाल का जवाब देते हुए, सीपीएम नेता ने कहा कि हमेशा से सत्ताधारी सरकार का पक्ष लेने की प्रवृत्ति रही है, लेकिन इन चुनावों में तो चुनाव आयोग ने हद की कर दी.
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग हमेशा सत्तारूढ़ दलों के प्रति थोड़ा पक्षपाती रहा है, लेकिन इस बार एक स्पष्ट पक्षपात हुआ है. चुनाव आयुक्त में से एक ने खुद शिकायत की कि कई मुद्दों पर उनका बयान रिकार्ड ही नहीं किया गया.
साथ ही कहा कि इन सब को देखते हुए चुनाव आयोग की पारदर्शिता पर सवाल उठना जायज है और आने वाले समय में विपक्षी दल निश्चित रूप से इस मुद्दे को उठाएंगे.
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CPI (M) ने साफ़ कर दिया है कि वह हर आम मुद्दों पर विपक्षी मोर्चे के साथ एकजुट होकर खड़ी रहेगी.
सभी विपक्षी दल के नेता मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में इकट्ठा होंगे और रविवार को आए एग्जिट पोल के बाद भविष्य के कार्रवाई के बारे में चर्चा करेंगे. माना जा रहा है कि 23 मार्च को परिणाम प्रतिकूल होने पर विपक्षी दल एकजुट होकर ईवीएम, वीवीपीएटी और चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल खड़े करेंगे.