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राजस्थान : भरतपुर में एवियन इनफ्लुएंजा से कौओं की मौत, प्रशासन अलर्ट

झालावाड़ में एवियन इनफ्लुएंजा से कौओं की मौत के बाद भरतपुर के केवलादेव राष्ट्रीय पक्षी उद्यान प्रशासन को अलर्ट कर दिया गया है. पर्यावरणविद डॉ. सत्यप्रकाश मेहरा का कहना है कि यह इनफ्लुएंजा कौओं से अन्य पक्षियों में भी फैल सकता है. प्रशासन ने एडवाइजरी जारी कर पक्षियों पर नजर बनाने के निर्देश दिए हैं.

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Published : Jan 1, 2021, 8:04 PM IST

Updated : Jan 1, 2021, 8:47 PM IST

भरतपुर : प्रदेश के झालावाड़ जिले में सैकड़ों कौओं को मौत की नींद सुला चुका एवियन इनफ्लुएंजा भरतपुर के केवलादेव राष्ट्रीय पक्षी उद्यान के लिए भी घातक सिद्ध हो सकता है. सरकार ने इसके खतरे को भांपते हुए केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान के लिए भी एडवाइजरी जारी कर दी है.

अन्य पक्षियों में फैलने का खतरा
पक्षी विशेषज्ञों की मानें तो इस इनफ्लुएंजा से बचाव के लिए घना प्रशासन के साथ ही स्थानीय प्रशासन को भी अलर्ट रहकर आसपास के माहौल पर पूरी नजर रखनी होगी. पक्षी विशेषज्ञ एवं पर्यावरणविद् डॉ. सत्य प्रकाश मेहरा ने बताया कि एवियन इनफ्लुएंजा कौओं के माध्यम से अन्य पक्षियों में भी फैल सकता है. ऐसे में अगर यह इन्फेक्शन झालावाड़ से भरतपुर के केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में किसी माध्यम से पहुंच गया तो यहां हजारों प्रवासी पक्षियों के लिए बड़ा खतरा खड़ा हो सकता है.

भरतपुर बर्ड सेंचुरी

गांवों को करना होगा जागरुक
पक्षी विशेषज्ञ एवं पर्यावरणविद् ने कहा कि घना प्रशासन के साथ ही स्थानीय प्रशासन को घना के चारों ओर बसे गांव के लोगों को तुरंत जागरूक करना चाहिए. घना के कर्मचारियों को प्रवासी पक्षियों पर नजर रखने के साथ ही कौओं पर भी नजर रखनी होगी. कहीं भी यदि किसी पक्षी या कौओं की मौत होती है तो उसकी तुरंत सूचना देनी होगी.

पशुपालन विभाग रहे अलर्ट
उन्होंने कहा कि वहीं झालावाड़ के राड़ी के बालाजी क्षेत्र में हुई कौओं की मौत के बाद राजस्थान सरकार ने भरतपुर के केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान के लिए भी एडवाइजरी जारी कर दी है. जानकारी के अनुसार घना प्रशासन ने अपने सभी कर्मचारियों को अलर्ट कर दिया है. साथ ही स्थानीय पशुपालन विभाग के चिकित्सकों के साथ ही लगातार संपर्क में हैं.

प्रशासन भी हुआ अलर्ट
झालावाड़ जिला कलेक्टर निकया गोहाएन ने त्वरित कार्रवाई दल का गठन किया है. जिसमें वन विभाग के उप वन संरक्षक, एसडीएम, पुलिस उपाधीक्षक, पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी और नगर परिषद आयुक्त को शामिल किया गया है. जिला कलेक्टर ने बताया कि शहर के नागरिकों के स्वास्थ्य की सुरक्षा को देखते हुए राड़ी के बालाजी छेत्र के किलोमीटर के दायरे में कर्फ्यू लगा दिया है.

पढ़ें- कोविड-19 टीकाकरण का पूर्वाभ्यास, सभी राज्यों में कल से होगी शुरुआत

कराई जा रही सैंपलिंग
कार्रवाई दल द्वारा अभियान 2015 के तहत कार्रवाई की जा रही है. पशुपालन विभाग द्वारा राड़ी के बालाजी क्षेत्र में सर्वे करवाया जा रहा है और आसपास के क्षेत्र के पोल्ट्री फार्म्स में सैंपलिंग कराई जा रही है. इसके अलावा नगर परिषद और स्वास्थ्य विभाग द्वारा राड़ी के बालाजी क्षेत्र को सैनिटाइज करवाया जा रहा है. आसपास के फॉर्म और अंडों की दुकानों को बंद करवा करा कर पोल्ट्री फार्म की सैंपलिंग हो रही है.

भरतपुर : प्रदेश के झालावाड़ जिले में सैकड़ों कौओं को मौत की नींद सुला चुका एवियन इनफ्लुएंजा भरतपुर के केवलादेव राष्ट्रीय पक्षी उद्यान के लिए भी घातक सिद्ध हो सकता है. सरकार ने इसके खतरे को भांपते हुए केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान के लिए भी एडवाइजरी जारी कर दी है.

अन्य पक्षियों में फैलने का खतरा
पक्षी विशेषज्ञों की मानें तो इस इनफ्लुएंजा से बचाव के लिए घना प्रशासन के साथ ही स्थानीय प्रशासन को भी अलर्ट रहकर आसपास के माहौल पर पूरी नजर रखनी होगी. पक्षी विशेषज्ञ एवं पर्यावरणविद् डॉ. सत्य प्रकाश मेहरा ने बताया कि एवियन इनफ्लुएंजा कौओं के माध्यम से अन्य पक्षियों में भी फैल सकता है. ऐसे में अगर यह इन्फेक्शन झालावाड़ से भरतपुर के केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में किसी माध्यम से पहुंच गया तो यहां हजारों प्रवासी पक्षियों के लिए बड़ा खतरा खड़ा हो सकता है.

भरतपुर बर्ड सेंचुरी

गांवों को करना होगा जागरुक
पक्षी विशेषज्ञ एवं पर्यावरणविद् ने कहा कि घना प्रशासन के साथ ही स्थानीय प्रशासन को घना के चारों ओर बसे गांव के लोगों को तुरंत जागरूक करना चाहिए. घना के कर्मचारियों को प्रवासी पक्षियों पर नजर रखने के साथ ही कौओं पर भी नजर रखनी होगी. कहीं भी यदि किसी पक्षी या कौओं की मौत होती है तो उसकी तुरंत सूचना देनी होगी.

पशुपालन विभाग रहे अलर्ट
उन्होंने कहा कि वहीं झालावाड़ के राड़ी के बालाजी क्षेत्र में हुई कौओं की मौत के बाद राजस्थान सरकार ने भरतपुर के केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान के लिए भी एडवाइजरी जारी कर दी है. जानकारी के अनुसार घना प्रशासन ने अपने सभी कर्मचारियों को अलर्ट कर दिया है. साथ ही स्थानीय पशुपालन विभाग के चिकित्सकों के साथ ही लगातार संपर्क में हैं.

प्रशासन भी हुआ अलर्ट
झालावाड़ जिला कलेक्टर निकया गोहाएन ने त्वरित कार्रवाई दल का गठन किया है. जिसमें वन विभाग के उप वन संरक्षक, एसडीएम, पुलिस उपाधीक्षक, पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी और नगर परिषद आयुक्त को शामिल किया गया है. जिला कलेक्टर ने बताया कि शहर के नागरिकों के स्वास्थ्य की सुरक्षा को देखते हुए राड़ी के बालाजी छेत्र के किलोमीटर के दायरे में कर्फ्यू लगा दिया है.

पढ़ें- कोविड-19 टीकाकरण का पूर्वाभ्यास, सभी राज्यों में कल से होगी शुरुआत

कराई जा रही सैंपलिंग
कार्रवाई दल द्वारा अभियान 2015 के तहत कार्रवाई की जा रही है. पशुपालन विभाग द्वारा राड़ी के बालाजी क्षेत्र में सर्वे करवाया जा रहा है और आसपास के क्षेत्र के पोल्ट्री फार्म्स में सैंपलिंग कराई जा रही है. इसके अलावा नगर परिषद और स्वास्थ्य विभाग द्वारा राड़ी के बालाजी क्षेत्र को सैनिटाइज करवाया जा रहा है. आसपास के फॉर्म और अंडों की दुकानों को बंद करवा करा कर पोल्ट्री फार्म की सैंपलिंग हो रही है.

Last Updated : Jan 1, 2021, 8:47 PM IST
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