नई दिल्ली: अमेरिका में भारत के स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने पाकिस्तान पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि यदि पाक अगले सप्ताह संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) सत्र में कश्मीर मुद्दा उठाता है, तो वह अपना स्तर नीचे गिराएगा.
सैयद अकबरूद्दीन ने आतंकवाद के मामले पर कहा कि आतंकवाद भारत की विदेश नीति में एक प्रमुख कारक के तौर पर विद्यमान है. उन्होंने कहा कि हम इसकी वजह से जितना प्रभावति हैं, उतना किसी और बाहरी तत्व से भारतीय प्रभावित नहीं होते हैं.
उन्होंने कहा कि इस साल आतंकवाद से मुकाबला करने के मामले में भारत के प्रयासों की बदौलत दो प्रमुख बदलाव देखने को मिले. पहला तो ये कि पहली बार यूनाइटेड नेशन्स सिक्योरिटी काउंसिल (UNSC) ने पुलवामा में हमारे सीआरपीएफ जवानों पर हुए आतंकवादी हमले की निंदा है. उन्होंने बताया कि दूसरा बदलाव यह है कि भारत लगातार एक दशक से मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने के प्रयास में था, जो अततः इस साल सफल हो सका है.
गौरतलब है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने 27 सितंबर को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के सत्र में कश्मीर मुद्दे को उठाने की बात कही है. इस पर अकबरूद्दीन ने इस मौके पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पर भी निशाना साधा है.
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय में हमने देखा है कि कुछ लोग संयुक्त राष्ट्र में कुछ देशों से खुद को पीड़ित बताते हैं और इन मंचों का इस्तेमाल दोहरा चरित्र दिखाने के लिए करते हैं.
उन्होंने कश्मीर के मुद्दे पर कहा कि इमरान खान चाहते हैं कि कश्मीर पर बातचीत हो लेकिन जो तरीका उन्होंने चुना है, वह वैश्विक मानदंडो के मुताबिक नहीं है. बता दें, उनका इशारा कश्मीर को अतंर्राष्ट्रीय मुद्दा बनाने की कोशिशों की तरफ था.
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सैयद अकबरूद्दीन ने इस मौके पर पीएम मोदी के अमेरिकी दौरे का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि जब पीएम मोदी यूएन जेनरल एसेंबली के सत्र को 27 सितंबर को संबोधित करेंगे तो प्रमुखता से आंतकवाद के मुद्दे को वैश्विक मंच पर रखेंगे.
साथ ही उन्होंने कहा कि मोदी इंटरनेट और साइबरस्पेस के माध्यम से आतंकवाद फैलाने की कोशिशों पर भी वैश्विक समुदाय का ध्यान आकर्षित करेंगे. अकबरूद्दीन ने कहा कि हम हर वैश्विक मंच में आतंकवाद के मुद्दे तथा इसके खतरों का मुद्दा उठायेंगे.