ETV Bharat / bharat

दिल्ली की हवा में घुल रहा जहर, गुणवत्ता- 'बहुत खराब' और 'गंभीर' - Central Pollution Control Board

दिल्ली के नोएडा और ग्रेटर नोएडा में बढ़ रहे एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़ने से सांस लेने की समस्या, आंखों में जलन जैसी समस्याएं बढ़ने लगी है. सीपीसीबी (सेंट्रल पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड) के जारी आकंड़ों के मुताबिक नोएडा के AQI 363 और ग्रेटर नोएडा का AQI 386 है.

air quality in ncr
एनसीआर में वायु गुणवत्ता बहुत खराब
author img

By

Published : Oct 25, 2020, 7:24 AM IST

Updated : Oct 25, 2020, 12:22 PM IST

नई दिल्ली : दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान लागू होने का कुछ खास असर देखने को नहीं मिल रहा है. नियमों की धज्जियां उड़ने से जिले में लगातार वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है. नोएडा और ग्रेटर नोएडा में बढ़ रहे एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़ने से सांस लेने की समस्या, आंखों में जलन जैसी समस्याएं बढ़ने लगी है. सीपीसीबी (सेंट्रल पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड) के जारी आकंड़ों के मुताबिक नोएडा के एक्यूआई 363 और ग्रेटर नोएडा का एक्यूआई 386 है.

दिल्ली में नहीं दिख रहा जीआरएपी का असर
ग्रेटर नोएडा में दर्ज एक्यूआईसेंट्रल पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड (सीपीसीबी) की वेबसाइट के मुताबिक दिल्ली से भी ज्यादा प्रदूषित ग्रेटर नोएडा है. ग्रेटर नोएडा में दो स्टेशन यूपीपीसीबी (उत्तर प्रदेश पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड) ने लगाए हैं, जिसमें नॉलेज पार्क-III में एयर क्वालिटी इंडेक्स 353 और नॉलेज पार्क-V का एयर क्वालिटी इंडेक्स 419 दर्ज किया गया है. ग्रेटर नोएडा के एक हिस्से में AQI 400 के पार पहुंच गया है, जो बेहद चिंता का विषय है. यूपीपीसीबी को इस ओर ध्यान देना होगा और सख्त कदम उठाने होंगे.
दिल्ली में बढ़ता वायु प्रदूषण
नोएडा में दर्ज एआईक्यूनोएडा में यूपीपीसीबी ने चार स्टेशन ने इंस्टॉल किए हैं, जिसमें सेक्टर 62 स्टेशन में 379 एक्यूआई, सेक्टर 125 का स्टेशन काम नहीं कर रहा, सेक्टर 1 में 354 एक्यूआई और सेक्टर 116 में 355 एक्यूआई दर्ज किया गया है. जिले की सेहत नाजुक होती जा रही है. अगर इस ओर जिला प्रशासन ध्यान नहीं देगा तो, हवा पूरी तरह से प्रदूषित हो जाएगी और ऐसे में लोगों की समस्याओं को बढ़ाएगी.

पढ़ें - दिल्ली की वायु गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में बरकरार

हवा की सेहत चिंताजनक
15 अक्टूबर से जिले में GRAP लागू है. ऐसे में नियमों की अनदेखी पर यूपीपीसीबी लगातार कार्रवाई कर रहा है. हवा की रफ्तार धीमी होने से उद्योग और वाहनों से निकलने वाले धुएं का असर धुंध के रूप में देखने को मिल रहा है. ग्रेटर नोएडा और नोएडा में सुबह और शाम होने से पहले ही स्मॉग के रूप में धुंध छा जाती है. नोएडा और ग्रेटर नोएडा में यूपीपीसीबी लगातार कार्रवाई कर रहा है, ग्रेप लागू है, लेकिन कोई खास असर दिखाई नहीं दे रहा है. डॉक्टर की सलाह के मुताबिक एक्यूआई बढ़ने से कोरोना के मरीजों की समस्या बढ़ेगी. वहीं बुजुर्ग, बच्चे, ह्रदय रोगी सहित अस्थमेटिक मरीजों को विशेष सावधानी बरतनी होगी.

नई दिल्ली : दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान लागू होने का कुछ खास असर देखने को नहीं मिल रहा है. नियमों की धज्जियां उड़ने से जिले में लगातार वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है. नोएडा और ग्रेटर नोएडा में बढ़ रहे एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़ने से सांस लेने की समस्या, आंखों में जलन जैसी समस्याएं बढ़ने लगी है. सीपीसीबी (सेंट्रल पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड) के जारी आकंड़ों के मुताबिक नोएडा के एक्यूआई 363 और ग्रेटर नोएडा का एक्यूआई 386 है.

दिल्ली में नहीं दिख रहा जीआरएपी का असर
ग्रेटर नोएडा में दर्ज एक्यूआईसेंट्रल पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड (सीपीसीबी) की वेबसाइट के मुताबिक दिल्ली से भी ज्यादा प्रदूषित ग्रेटर नोएडा है. ग्रेटर नोएडा में दो स्टेशन यूपीपीसीबी (उत्तर प्रदेश पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड) ने लगाए हैं, जिसमें नॉलेज पार्क-III में एयर क्वालिटी इंडेक्स 353 और नॉलेज पार्क-V का एयर क्वालिटी इंडेक्स 419 दर्ज किया गया है. ग्रेटर नोएडा के एक हिस्से में AQI 400 के पार पहुंच गया है, जो बेहद चिंता का विषय है. यूपीपीसीबी को इस ओर ध्यान देना होगा और सख्त कदम उठाने होंगे.
दिल्ली में बढ़ता वायु प्रदूषण
नोएडा में दर्ज एआईक्यूनोएडा में यूपीपीसीबी ने चार स्टेशन ने इंस्टॉल किए हैं, जिसमें सेक्टर 62 स्टेशन में 379 एक्यूआई, सेक्टर 125 का स्टेशन काम नहीं कर रहा, सेक्टर 1 में 354 एक्यूआई और सेक्टर 116 में 355 एक्यूआई दर्ज किया गया है. जिले की सेहत नाजुक होती जा रही है. अगर इस ओर जिला प्रशासन ध्यान नहीं देगा तो, हवा पूरी तरह से प्रदूषित हो जाएगी और ऐसे में लोगों की समस्याओं को बढ़ाएगी.

पढ़ें - दिल्ली की वायु गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में बरकरार

हवा की सेहत चिंताजनक
15 अक्टूबर से जिले में GRAP लागू है. ऐसे में नियमों की अनदेखी पर यूपीपीसीबी लगातार कार्रवाई कर रहा है. हवा की रफ्तार धीमी होने से उद्योग और वाहनों से निकलने वाले धुएं का असर धुंध के रूप में देखने को मिल रहा है. ग्रेटर नोएडा और नोएडा में सुबह और शाम होने से पहले ही स्मॉग के रूप में धुंध छा जाती है. नोएडा और ग्रेटर नोएडा में यूपीपीसीबी लगातार कार्रवाई कर रहा है, ग्रेप लागू है, लेकिन कोई खास असर दिखाई नहीं दे रहा है. डॉक्टर की सलाह के मुताबिक एक्यूआई बढ़ने से कोरोना के मरीजों की समस्या बढ़ेगी. वहीं बुजुर्ग, बच्चे, ह्रदय रोगी सहित अस्थमेटिक मरीजों को विशेष सावधानी बरतनी होगी.

Last Updated : Oct 25, 2020, 12:22 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.