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वेतन कटौती को लेकर पायलट संघ ने नागरिक उड्डयन मंत्री को लिखा पत्र - भारतीय वाणिज्यिक पायलट एसोसिएशन

एअर इंडिया पायलट यूनियन ने नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी को पत्र लिखकर वेतन कटौती पर तत्काल बैठक करने की मांग की है. जानें क्या है पूरा मामला...

नगर उड्डयन मंत्री
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Published : Nov 3, 2020, 9:54 AM IST

Updated : Nov 3, 2020, 12:51 PM IST

नई दिल्ली : एअर इंडिया के पायलट यूनियन ने एक बार फिर नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी को पत्र लिखा है. उन्होंने पत्र में एअर इंडिया के पायलटों और उसकी सहायक कंपनियों के लिए बड़े पैमाने पर वेतन कटौती की समीक्षा करने के लिए एक तत्काल बैठक बुलाने का आग्रह किया है.

केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी को संयुक्त पत्र में भारतीय पायलट गिल्ड और भारतीय वाणिज्यिक पायलट एसोसिएशन ने कहा कि हमारे कई सदस्य पायलटों ने हमें इस बात से अवगत कराया है कि वह इस तरह से तनाव में हैं. वह अपने बच्चों की शिक्षा और बीमार बुजुर्ग की जरूरतों को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं.

पत्र में कहा गया है कि एअर इंडिया और इसकी सहायक कंपनियों के पायलटों के लिए बड़े पैमाने पर वेतन में कटौती की समीक्षा करने का यह समय है.

पायलट संघ ने कहा कि भारतीय विमानन इस समय निश्चित रूप से ऊपर की ओर बढ़ रहा है, अन्य निजी वाहकों ने अपने पायलटों के लिए कोविड के दौरान वेतन कटौती शुरू कर दी है, लेकिन उड़ानों को संख्या को भी बराबर तरजीह जी रही है.

पढ़ें- एसआईटी ने उप्र सरकार को सौंपी रिपोर्ट, पुलिस की भूमिका पर उठाए सवाल

भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी इंडिगो ने अपने पायलट के लिए जुलाई में मासिक 10 दिनों से नवंबर में तीन दिनों तक बिना वेतन के अवकाश को कम कर दिया है.

उन्होंने पांच साल के लिए पायलटों के 25 प्रतिशत वेतन कटौती के राज्य सरकार ने फैसले को गैरकानूनी करार दिया. इन सब बातों को ध्यान में रखकर जल्द ही बैठक करने का आग्रह किया है.

नई दिल्ली : एअर इंडिया के पायलट यूनियन ने एक बार फिर नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी को पत्र लिखा है. उन्होंने पत्र में एअर इंडिया के पायलटों और उसकी सहायक कंपनियों के लिए बड़े पैमाने पर वेतन कटौती की समीक्षा करने के लिए एक तत्काल बैठक बुलाने का आग्रह किया है.

केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी को संयुक्त पत्र में भारतीय पायलट गिल्ड और भारतीय वाणिज्यिक पायलट एसोसिएशन ने कहा कि हमारे कई सदस्य पायलटों ने हमें इस बात से अवगत कराया है कि वह इस तरह से तनाव में हैं. वह अपने बच्चों की शिक्षा और बीमार बुजुर्ग की जरूरतों को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं.

पत्र में कहा गया है कि एअर इंडिया और इसकी सहायक कंपनियों के पायलटों के लिए बड़े पैमाने पर वेतन में कटौती की समीक्षा करने का यह समय है.

पायलट संघ ने कहा कि भारतीय विमानन इस समय निश्चित रूप से ऊपर की ओर बढ़ रहा है, अन्य निजी वाहकों ने अपने पायलटों के लिए कोविड के दौरान वेतन कटौती शुरू कर दी है, लेकिन उड़ानों को संख्या को भी बराबर तरजीह जी रही है.

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भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी इंडिगो ने अपने पायलट के लिए जुलाई में मासिक 10 दिनों से नवंबर में तीन दिनों तक बिना वेतन के अवकाश को कम कर दिया है.

उन्होंने पांच साल के लिए पायलटों के 25 प्रतिशत वेतन कटौती के राज्य सरकार ने फैसले को गैरकानूनी करार दिया. इन सब बातों को ध्यान में रखकर जल्द ही बैठक करने का आग्रह किया है.

Last Updated : Nov 3, 2020, 12:51 PM IST
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